सरकार की बड़ी सौगात! अब 2 बीघा वाले किसानों को भी मिलेगा तारबंदी योजना का लाभ, जानें पूरी योजना

Fencing Scheme : किसान भाइयों, देशभर में आवारा और जंगली पशुओं की तादाद बढ़ रही है, और ये आपके खेतों के लिए बड़ी मुसीबत बन गए हैं। नीलगाय, सुअर, और बेसहारा मवेशी आपकी मेहनत से उगाई फसल को चट कर जाते हैं। इस परेशानी को देखते हुए राजस्थान सरकार तारबंदी योजना चला रही है, ताकि आपके खेतों को बचाया जा सके। पहले इसके नियम सख्त थे, मगर अब 2025-26 के लिए इसमें ढील दी गई है, जिससे ज्यादा किसान इसका फायदा उठा सकें। चलिए, इस योजना का पूरा हिसाब-किताब समझते हैं।

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योजना में हुआ बड़ा बदलाव

पहले तारबंदी के लिए आपके पास एक ही जगह 1.5 हेक्टेयर जमीन होना जरूरी था, मगर अब सरकार ने इसे आसान कर दिया। कृषि आयुक्तालय जयपुर ने नए दिशा-निर्देश दिए हैं कि व्यक्तिगत या समूह में तारबंदी के लिए अब सिर्फ 0.5 हेक्टेयर यानी 2 बीघा जमीन काफी है। मतलब, छोटे किसानों को भी अब मौका मिलेगा। जिले के सभी सहायक कृषि अधिकारी और पर्यवेक्षकों को कहा गया है कि पात्र किसानों से ऑनलाइन आवेदन करवाएँ। तो भाइयों, अब खेत छोटा हो या बड़ा, फसल की रक्षा का रास्ता खुल गया है।

तारबंदी से फसल की हिफाजत

राजस्थान सरकार मानती है कि खेती को बचाने के लिए पशुओं को खेतों से दूर रखना जरूरी है। इसके लिए तारबंदी सबसे बढ़िया तरीका है। बाड़ लगाने से नीलगाय, सुअर और आवारा मवेशी खेत में नहीं घुस पाएँगे। फसल का नुकसान कम होगा, और आपकी मेहनत रंग लाएगी। सरकार इस काम को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी दे रही है। सहायक निदेशक अशोक कुमार मीना बताते हैं कि ये योजना आपके लिए बड़ा सहारा है।

सब्सिडी का पूरा हिसाब

इस योजना में सब्सिडी दो तरह से मिलेगी। अगर 10 या उससे ज्यादा किसान मिलकर समूह में 5 हेक्टेयर (20 बीघा) जमीन पर तारबंदी करवाते हैं, तो हर किसान को 70 फीसदी सब्सिडी मिलेगी। यानी 400 रनिंग मीटर तक की बाड़ के लिए 56 हजार रुपये तक की मदद होगी। वहीं, अगर आप अकेले या समूह में 0.5 हेक्टेयर (2 बीघा) पर तारबंदी करवाते हैं, तो लघु-सीमांत किसानों को 400 मीटर तक के लिए 48 हजार रुपये और सामान्य किसानों को 40 हजार रुपये मिलेंगे। ये रकम आपके खेत को सुरक्षित करने में बड़ी राहत देगी।

योजना का फायदा कैसे लें

इसके लिए आपको कुछ कागजात तैयार रखने होंगे। अपनी जमीन का ताजा नक्शा ट्रेस और जमाबंदी, आधार कार्ड, लघु-सीमांत प्रमाण पत्र लेकर नजदीकी ई-मित्र केंद्र जाइए। या फिर खुद राज किसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते वक्त सही जानकारी भरिए, ताकि बाद में दिक्कत न हो। गाँव में ई-मित्र नहीं हो, तो पटवारी से मदद लीजिए। ये छोटा सा कदम आपके खेत को बचा सकता है।

सब्सिडी सीधे खाते में

आवेदन करने के बाद सहायक कृषि अधिकारी या पर्यवेक्षक आपके खेत पर आएँगे और तारबंदी का जायजा लेंगे। काम पूरा होने की फिजिकल जाँच के बाद सब्सिडी की रकम डीबीटी से आपके बैंक खाते में आएगी। इसके लिए आपका खाता आधार से लिंक होना चाहिए। ये पैसा आपकी मेहनत का फल सुरक्षित करने में काम आएगा।

देसी टिप्स और सावधानियाँ

तारबंदी करवाते वक्त मजबूत तार चुनिए, जो जंगली जानवर तोड़ न सकें। खेत के चारों तरफ गहरे खंभे गाड़िए, ताकि बाड़ मजबूत रहे। आवेदन से पहले अपने कागज चेक कर लीजिए, कहीं गलती न रह जाए। समूह में तारबंदी करवाना हो, तो पड़ोसियों से बात कर लीजिए, इससे सब्सिडी ज्यादा मिलेगी। जल्दी आवेदन करिए, ताकि मौका न छूटे।

तो भाइयों, तारबंदी योजना 2025 आपके खेत और फसल की ढाल है। 2 बीघा जमीन वाले भी अब इसका फायदा उठा सकते हैं। कागज तैयार करिए, आवेदन डालिए, और खेत को सुरक्षित करिए। फसल बचेगी, तो मेहनत रंग लाएगी और जेब भी भरेगी।

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  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं krishitak.com पर लेखक हूं, जहां मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाओं पर केंद्रित आर्टिकल लिखता हूं। अपनी रुचि और विशेषज्ञता के साथ, मैं पाठकों को लेटेस्ट और उपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रयास करता हूं।

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