उत्तर प्रदेश के किसान भाइयों के लिए एक अच्छी खबर है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने तिलहन और दलहन की खेती को बढ़ावा देने के लिए मुफ्त मिनीकिट बांटने का फैसला किया है। ये किट में उच्च गुणवत्ता वाले बीज भरे होंगे, जो किसानों की लागत बचाएंगे और फसल की पैदावार बढ़ाएंगे। खास बात ये है कि योजना पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर चल रही है, तो स्टॉक खत्म होने से पहले आवेदन कर लें। राज्य के कई जिलों में वितरण शुरू हो चुका है, और आने वाले दिनों में ये और तेज होगा।
योजना का मकसद और क्या मिलेगा
सरकार का उद्देश्य दलहन-तिलहन का उत्पादन बढ़ाना है, ताकि किसान आयात पर निर्भर न रहें। केंद्र सरकार की दलहन-तिलहन मिशन 2025-26 के तहत ये कदम उठाया गया है, जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की भी व्यवस्था है। मिनीकिट में मटर के 20 किलो, चना के 16 किलो, मसूर के 8 किलो और सरसों के 2 किलो बीज मिलेंगे। ये बीज राजकीय कृषि बीज भंडार से तैयार किए जा रहे हैं, जो पूरी तरह प्रमाणित और रोगमुक्त हैं। बलिया जिले के बैरिया ब्लॉक में ही अभी तक 245 किसानों को ये किट बांटी जा चुकी हैं।
आवेदन की प्रक्रिया
किसान भाई आसानी से घर बैठे आवेदन कर सकते हैं। सबसे पहले किसान पारदर्शी पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाएं। अगर पहले से रजिस्टर्ड हैं, तो सीधे यूपी एग्री दर्शन पोर्टल पर लॉगिन करें। मोबाइल ऐप से या नजदीकी जनसेवा केंद्र पर जाकर डिमांड जमा करें। डिमांड स्वीकृत होने के बाद उसकी हार्ड कॉपी प्रिंट कर लें। फिर ब्लॉक स्तर के राजकीय कृषि बीज भंडार पर जाकर किट ले लें। पूरी प्रक्रिया में ज्यादा समय नहीं लगेगा, बस इंटरनेट कनेक्शन चाहिए।
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जरूरी दस्तावेज
आवेदन के समय कुछ बुनियादी दस्तावेज जमा करने पड़ेंगे। आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र और जमीन के कागजात जैसे खसरा-खतौनी जरूरी हैं। अगर पोर्टल पर रजिस्टर्ड हैं, तो ये पहले से वेरिफाई हो चुके होंगे। सहायक केंद्र अधिकारी सुशील कुमार यादव ने बताया कि सिर्फ पंजीकृत किसानों को ही लाभ मिलेगा, इसलिए देर न करें।
वितरण लक्ष्य और अपील
बलिया में सरसों के बीज 550 किसानों, मसूर 150, चना 150 और मटर 10 किसानों के लिए रखे गए हैं। पूरे प्रदेश में लाखों किट बांटी जाएंगी, लेकिन स्टॉक सीमित है। सरकार ने अपील की है कि छोटे-मझोले किसान खास तौर पर इसमें हिस्सा लें। ये योजना न सिर्फ बीज देगी, बल्कि ट्रेनिंग और बाजार की जानकारी भी। केंद्र की 15,000 करोड़ की खरीद योजना से जुड़कर किसान अच्छा दाम पा सकेंगे।
क्यों है ये योजना किसानों के लिए फायदेमंद
दलहन-तिलहन की खेती से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और मुख्य फसलों के साथ रोटेशन आसान होता है। मिनीकिट से छोटे खेतों वाले किसान भी शुरू कर सकेंगे। 2025-26 के खरीफ सीजन में ये बीज बोने से रबी फसल में अच्छी उपज मिलेगी। अगर कोई समस्या हो, तो नजदीकी कृषि कार्यालय से संपर्क करें। योगी सरकार का ये कदम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
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