मानसून में गार्डन में लगाएं रेन लिली हर कोना महकेगा रंग-बिरंगे फूलों से

Barish Me Lagayen Rain Lily: पौधे प्रेमियों के लिए बारिश का मौसम हरियाली और खुशबू का तोहफा लाता है। अगर आप अपनी बालकनी को फूलों से सजाना चाहते हैं, तो रेन लिली (Zephyranthes) आपके लिए परफेक्ट है। ये छोटा, सुंदर पौधा बारिश के मौसम में खिलता है और बालकनी को रंग-बिरंगे फूलों से भर देता है। इसके फूल सफेद, गुलाबी, पीले, और लाल रंगों में आते हैं, जो हर किसी का मन मोह लेते हैं। कम देखभाल और आसान खेती के कारण ये पौधा नौसिखिए और अनुभवी गार्डनर्स दोनों के लिए शानदार है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है, खासकर शहरी घरों में।

रेन लिली की खासियत

रेन लिली का नाम इसके बारिश के बाद खिलने की खूबी से आता है। हल्की बारिश के बाद इसके फूल रातों-रात खिल उठते हैं, जिससे इसे ‘बारिश की रानी’ भी कहा जाता है। ये पौधा 15-30 सेंटीमीटर ऊँचा होता है, और इसके पत्ते हरे, पतले, और घास जैसे होते हैं। फूल तारे के आकार के होते हैं, जो बालकनी या छोटे गमलों में शानदार दिखते हैं। ये बारहमासी पौधा है, यानी एक बार लगाने पर सालों तक फूल देता है। इसे बल्ब या बीज से उगाना आसान है, और ये मिट्टी या जलवायु के प्रति ज्यादा नखरे नहीं करता। बाजार में इसके बल्ब 20-50 रुपये प्रति पीस मिलते हैं, जो किफायती है।

ये भी पढ़ें- क्या आप जानते हैं इस लकी पौधे का रहस्य? वाटर बांस बदल सकता है घर का माहौल

मानसून में गार्डन में लगाएं रेन लिली हर कोना महकेगा रंग-बिरंगे फूलों से

लगाने का तरीका

रेन लिली को गमले में लगाना सबसे आसान है। इसके लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी चुनें। दोमट मिट्टी में 30% रेत और 20% गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट मिलाएँ। गमले में छेद होना जरूरी है, ताकि पानी जमा न हो। बल्ब लगाने के लिए 5-7 सेंटीमीटर गहरा गड्ढा करें, बल्ब को 10-15 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाएँ, और ऊपर से मिट्टी डालकर हल्का पानी दें। बीज से उगाने के लिए बीज को मिट्टी की सतह पर छिड़कें और हल्की मिट्टी से ढक दें। मानसून (जून-जुलाई) में बुवाई सबसे अच्छी रहती है, क्योंकि नमी से बल्ब जल्दी अंकुरित होते हैं। 2-3 हफ्तों में पौधा बढ़ने लगता है, और 6-8 हफ्तों में फूल खिलते हैं।

ये भी पढ़ें- जुलाई में गर्मी और बारिश की दोहरी मार! शाम को न किए ये 2 काम तो सूख जाएंगे आपके गमले के पौधे

देखभाल में कम मेहनत

रेन लिली की देखभाल बेहद आसान है। इसे हफ्ते में 2-3 बार पानी दें, लेकिन मिट्टी को ज्यादा गीला न रखें। बारिश के मौसम में अतिरिक्त पानी की जरूरत नहीं पड़ती। इसे आंशिक धूप या छाया पसंद है, जो बालकनी के लिए आदर्श है। हर 2-3 महीने में जैविक खाद, जैसे गोबर खाद या नीम खली, डालें। पौधे को कीटों से बचाने के लिए नीम तेल का छिड़काव करें। सर्दियों में पत्तियाँ सूखने पर बल्ब को मिट्टी में ही छोड़ दें, क्योंकि अगले मानसून में ये फिर खिलेंगे। पुराने पौधों से नए बल्ब निकालकर दूसरी जगह लगा सकते हैं।

बालकनी और पर्यावरण के लिए फायदेमंद

रेन लिली न सिर्फ बालकनी की खूबसूरती बढ़ाती है, बल्कि पर्यावरण को भी फायदा देती है। इसके फूल मधुमक्खियों और तितलियों को आकर्षित करते हैं, जो परागण में मदद करते हैं। छोटे गमलों में इसे लगाकर आप शहरी हरियाली को बढ़ावा दे सकते हैं। बाजार में इसके फूलों की मांग बढ़ रही है, और कुछ गार्डनर्स इन्हें बेचकर अतिरिक्त आय भी कमा रहे हैं। पौधे प्रेमी नजदीकी नर्सरी से बल्ब या बीज लें और मानसून में अपनी बालकनी को सजाएँ। ये पौधा कम जगह में भी शानदार बगीचा बनाता है।

ये भी पढ़ें- Monsoon Gardening Tips: घर का बागीचा खिल उठेगा बारिश में, लगाएं ये खास पौधे जो देते हैं रंग, रूप और ताजगी

Author

  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

    View all posts

Leave a Comment