Garlic Farming Care Tips : आजकल हर चीज में मिलावट देखने को मिल रही है। खाने का सामान हो या कोई और चीज, केमिकल की मौजूदगी सेहत को नुकसान पहुँचा रही है। इसी वजह से लोग अब जैविक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। लहसुन की हरी-भरी फसल देखने में तो अच्छी लगती है, लेकिन इसकी जड़ों में छिपे कीट धीरे-धीरे इसे खराब कर सकते हैं।
कई किसान महंगे केमिकल छोड़कर पुराने देसी नुस्खों का सहारा ले रहे हैं, ताकि फसल सुरक्षित रहे और मिट्टी भी स्वस्थ बनी रहे। कृषि जानकार दीपिका भट्ट ने कुछ आसान और असरदार तरीके बताए हैं, जिनसे लहसुन को कीटों से बचाया जा सकता है। ये नुस्खे पूरी तरह प्राकृतिक हैं और आपकी फसल को सेहतमंद रखेंगे। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
लहसुन से लहसुन की हिफाजत
लहसुन की फसल को कीटों से बचाने के लिए लहसुन का ही इस्तेमाल बड़ा कारगर है। इसके लिए 10-15 लहसुन की कलियाँ पीस लीजिए और 1 लीटर पानी में मिलाकर रात भर छोड़ दें। सुबह इस पानी को छानकर पौधों की जड़ों पर छिड़क दीजिए। लहसुन में सल्फर होता है, जो कीटों को भगाने में मदद करता है। ये तरीका इतना आसान है कि गाँव का कोई भी किसान इसे आजमा सकता है। इससे न सिर्फ कीट दूर रहते हैं, बल्कि फसल को कोई नुकसान भी नहीं पहुँचता।
हल्दी और गोमूत्र का कमाल
हल्दी को तो हर घर में औषधि माना जाता है, और ये खेत में भी काम आती है। 1 लीटर गोमूत्र में 1 चम्मच हल्दी मिलाकर 3 दिन तक रखें। फिर इसे 10 लीटर पानी में घोलकर खेत में छिड़क दें। हल्दी के एंटीबायोटिक गुण मिट्टी में छिपे कीटों को खत्म करते हैं और पौधों को रोगों से बचाते हैं। गोमूत्र गाँव में आसानी से मिल जाता है, और ये मिट्टी को पोषण भी देता है। इस नुस्खे से लहसुन की फसल मजबूत बनी रहती है।
गुड़ और सरसों तेल से कीटों को फँसाएँ
कीटों को भगाने का एक और शानदार तरीका है गुड़ और सरसों के तेल का मिश्रण। थोड़ा गुड़ और सरसों का तेल मिलाकर छोटी-छोटी गोलियाँ बना लें। इन्हें मिट्टी के मटकों में डालकर खेत के कोनों में रख दें। इसकी महक से कीट आकर्षित होते हैं और मटके में फँस जाते हैं। इससे लहसुन के पौधों को नुकसान नहीं पहुँचता। गाँव में ये तरीका पहले भी आजमाया जाता था, जब कीटों को पकड़ने के लिए देसी जुगत लगाई जाती थी। ये सस्ता भी है और मेहनत भी कम लगती है।
धान का भूसा बिछाएँ, फसल को संभालें
लहसुन के पौधों के आसपास धान का भूसा बिछाना भी एक आसान उपाय है। ये मिट्टी में नमी बनाए रखता है और कई हानिकारक कीटों को दूर रखता है। साथ ही, खेत में घास और खरपतवार कम उगते हैं, जिससे सारा पोषण लहसुन की फसल को मिलता है। पौधे लगाते वक्त या बढ़ते समय ये तरीका आजमाया जा सकता है। गाँवों में धान का भूसा आसानी से मिल जाता है, और ये फसल को मजबूती देने का पुराना नुस्खा है। इससे मिट्टी भी ढीली रहती है, जो जड़ों के लिए अच्छा होता है।
चावल का पानी भी है फायदेमंद
घर में चावल धोने के बाद जो पानी बचता है, उसे फेंकने की बजाय खेत में डालें। इसमें मौजूद प्राकृतिक तत्व मिट्टी को ताकत देते हैं और कीटों को दूर रखते हैं। ये इतना आसान उपाय है कि हर किसान इसे आजमा सकता है। लहसुन की फसल को ये पानी पोषण देता है और साथ ही उसे सुरक्षित भी रखता है। इसे जड़ों के पास डालने से फायदा दोगुना हो जाता है।
जैविक खेती से फायदा ही फायदा
कृषि जानकार दीपिका भट्ट बताती हैं कि जैविक खेती से न सिर्फ फसल सुरक्षित रहती है, बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुँचता। केमिकल छोड़कर देसी नुस्खे अपनाने से मिट्टी की सेहत बनी रहती है और पैदावार भी बढ़ती है। लहसुन की जैविक फसल न सिर्फ स्वाद में अच्छी होती है, बल्कि बाजार में इसका भाव भी ज्यादा मिलता है। गाँव के किसानों के लिए ये नुस्खे मेहनत का पूरा फल दिला सकते हैं। बस थोड़ी समझदारी और सही वक्त पर इनका इस्तेमाल करना जरूरी है।
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