गेहूं की ये 3 पछेती किस्मों की करें बुवाई, तीन सिंचाई में हो जाती हैं तैयार 45 क्विंटल से ज्यादा मिलेगी पैदावार

देर से गेहूं की बुवाई करने वाले किसानों को ये कम अवधि वाली गेहूं की किस्मों के बारे में जरूर जानना चाहिए जो कम पानी में और कम समय में जल्दी तैयार होती है और बहुत जबरदस्त पैदावार देती है। तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते है कौन सी किस्म है।

गेहूं की ये 3 पछेती किस्मों की करें बुवाई

अगर आप गेहूं की बुवाई में देरी कर चुके है और फिर भी गेहूं की खेती करने में रुचि रखते है तो आप गेहूं की ये तीन पछेती किस्मों की खेती कर सकते है ये किस्म कम समय में पककर तैयार हो जाती है और बहुत अधिक पैदावार देती है किसान पछेती किस्मों की बुवाई के लिए उच्च तापमान रोधी किस्मो का चयन करना चाहिए। इन तीन किस्मों में सही समय पर खाद और पानी दिया जाए तो ये गेहूं की किस्म बहुत बढ़िया उत्पादन देती है। इनकी खासियत यह है की इनको ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है केवल ये तीन सिंचाई में ही तैयार हो जाती है। जीन क्षेत्रों में नहर गुजरती हैं, तथा जहां मिट्टी चिकनी हो वहां गेंहू बुआई में विलंब हो जाता है इसीलिए किसानो को गेंहू की लेट बुआई करना पड़ता है , तो चलिए जानते है कौन सी किस्म है।

पीबीडब्ल्यू-373 गेहूं की पछेती किस्म

अगर आप गेहूं की पछेती किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको गेहूं की पीबीडब्ल्यू-373 वैरायटी की खेती कर सकते है ये गेहूं की एक देरी वाली किस्म है। इसकी बुआई के लिए बीज की मात्रा एक हेक्टेयर में 50 किलो बीज का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके बीज आपको बाजार में बीज भंडार में आसानी से मिल जाएंगे। गेहूं की ये किस्म 110-115 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और एक हेक्टेयर में करीब 35 से 45 क्विंटल से ज्यादा का उत्पादन देती है। ये किस्म भूरी कुंगी रोग के लिए प्रतिरोधक किस्म होती है। इस गेंहू की रोटी बहुत अच्छी गुणवत्ता की होती है।

HD 2985-गेहूं की पछेती किस्म

HD 2985 गेहूं की एक उन्नत पछेती किस्म है। इस किस्म को पूसा बसंत के नाम से भी जाना जाता है। इसकी खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है दोमट मिट्टी में पानी को धारण करने की अच्छी क्षमता होती है और इसका pH मान 6.0 से 7.5 के बीच होता है। गेहूं की HD 2985 पछेती किस्म की खेती बुआई के बाद करीब 105-110 दिन में पककर तैयार हो जाती है। एक एकड़ में इसकी खेती करने से करीब 40-45 क्विंटल तक की पैदावार मिलती है। ये स्वाद और पोष्टिकता के लिए बहुत अच्छी होती है।

NW 1014-गेहूं की पछेती किस्म

NW 1014 गेहूं की एक पछेती किस्म है देर से गेहूं की बुवाई करने वाले किसानों के लिए ये किस्म बहुत फायदेमंद साबित होती है। बुवाई के बाद ये किस्म करीब 110-115 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और इसकी फसल तीन सिंचाई में तैयार हो जाती है एक एकड़ में गेहूं की NW 1014 किस्म की खेती करने से करीब 35-40 क्विंटल तक पैदावार मिलती है। इसकी बुआई के लिए पंक्ति से पंक्ति की दूरी 15 से 18 सेंटीमीटर और गहराई 5 सेंटीमीटर रखनी चाहिए और इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।यदि आप हार्वेस्टर से धान की थ्रेसिंग करा दिए हैं तो उसके पुवाल को खेत मे ही रोटावेटर से जुताई करवा दीजिए इससे वह और अच्छी खाद का काम करेगी।

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  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

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