KRIBHCO और Farm Frites की संयुक्त भागीदारी: ग्लोबल पोटेटो समिट 2025 में भारतीय आलू उद्योग को मिली नई दिशा

किसान भाइयों, 11-12 दिसंबर 2025 को ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित ग्लोबल पोटेटो समिट 2025 ने न केवल भारत बल्कि पूरे एशिया के आलू उद्योग को एक वैश्विक मंच प्रदान किया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 30 से अधिक देशों के 500 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने शिरकत की, जिनमें वैज्ञानिक, प्रोसेसर, एग्रीटेक स्टार्टअप्स, मशीनरी निर्माता और नीति-निर्माता शामिल थे। समिट का थीम “सस्टेनेबल पोटेटो वैल्यू चेन: इनोवेशन एंड ग्रोथ” रहा, जो आलू की खेती से लेकर प्रोसेसिंग और एक्सपोर्ट तक की पूरी श्रृंखला पर केंद्रित था।

भारत, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आलू उत्पादक देश होने के नाते, इस समिट में मुख्य भूमिका निभा रहा था। समिट के दौरान फील्ड विजिट और लाइव डेमो भी हुए, जो किसानों के लिए प्रैक्टिकल ज्ञान का खजाना साबित हुए।

Global Potato Summit 2025

KRIBHCO-Farm Frites की साझेदारी: आलू किसानों के लिए नया अध्याय

समिट का सबसे बड़ा आकर्षण रही KRIBHCO (कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड) और उसकी जॉइंट वेंचर पार्टनर Farm Frites की संयुक्त भागीदारी। KRIBHCO, भारत की प्रमुख सहकारी संस्था, जो किसानों को उन्नत उर्वरक, कृषि सेवाएँ और तकनीकी सहायता प्रदान करती है, अब आलू वैल्यू चेन में तेजी से प्रवेश कर रही है। Farm Frites, नीदरलैंड्स की विश्व प्रसिद्ध फ्रेंच फ्राइज और प्रोसेस्ड आलू उत्पादक कंपनी, के साथ फरवरी 2025 में शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश में हाई-टेक पोटेटो प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने का जॉइंट वेंचर एग्रीमेंट साइन किया गया था। यह प्लांट 2026 तक चालू हो जाएगा और प्रति वर्ष 50,000 टन प्रोसेस्ड आलू उत्पादन करेगा।

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समिट में दोनों कंपनियों का संयुक्त स्टॉल मुख्य आकर्षण रहा। यहाँ आलू की उच्च गुणवत्ता वाली प्रोसेसिंग-ग्रेड किस्में, आधुनिक कोल्ड चेन समाधान, बेस्ट फार्मिंग प्रैक्टिस (BFP), कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का विस्तार और प्रोसेसिंग सेक्टर की भविष्य की माँग पर विस्तृत चर्चा हुई। KRIBHCO के चेयरमैन डॉ. राजेंद्र कुमार ने कहा, “यह साझेदारी भारतीय किसानों को वैश्विक बाजार से जोड़ेगी और उनकी आय दोगुनी करने में मदद करेगी।” Farm Frites के चेयरमैन पीटर डी ब्रुइन ने जोर दिया कि भारत का आलू उत्पादन (लगभग 50 मिलियन टन प्रति वर्ष) प्रोसेसिंग के लिए अनुपम है, लेकिन कोल्ड चेन और किस्म सुधार की जरूरत है।

समिट के प्रमुख विषय, आलू उद्योग की चुनौतियाँ और समाधान

(Global Potato Summit 2025) समिट में विभिन्न तकनीकी सत्रों में प्रोसेसिंग-ग्रेड आलू की नई किस्में, जलवायु-सहिष्णु पोटेटो ब्रीड, स्मार्ट फार्मिंग और AI आधारित समाधान, ग्रेडिंग, स्टोरेज और कोल्ड चेन, ग्लोबल ट्रेड तथा मूल्य स्थिरता पर गहन चर्चा हुई। भारत में फ्रेंच फ्राइज और प्रोसेस्ड आलू की माँग तेजी से बढ़ रही है – 2025 में यह बाजार 1.5 बिलियन डॉलर का हो चुका है। विशेषज्ञों ने बताया कि भारत में आलू का केवल 2-3% ही प्रोसेसिंग के लिए उपयोग होता है, जबकि यूरोप में यह 60% से अधिक है। समिट में AI-आधारित फसल मॉनिटरिंग ऐप्स और ड्रोन से कीट प्रबंधन पर डेमो दिए गए, जो किसानों के लिए क्रांतिकारी साबित हो सकते हैं।

12 दिसंबर को फील्ड विजिट में प्रतिनिधियों ने NH-24 पर उपेदा गाँव के पास आलू फार्म देखे, जहाँ KRIBHCO-Farm Frites के कॉन्ट्रैक्ट फार्मर्स ने हाई-यील्डिंग वैरायटीज जैसे Kufri Jyoti और Kufri Pukhraj की खेती दिखाई। इन किस्मों से प्रति हेक्टेयर 40-50 टन तक पैदावार हो रही है, जो पारंपरिक किस्मों से 20% अधिक है।

KRIBHCO-Farm Frites की प्रमुख पहलें, किसानों को मिलेगा सीधा फायदा

दोनों कंपनियों ने समिट में अपनी प्रमुख पहलें साझा कीं। सबसे पहले, हाई-यील्डिंग प्रोसेसिंग आलू किस्में – जैसे Kufri Chipsona-3 और Kufri Frysona – जो फ्रेंच फ्राइज, चिप्स और फ्लेक्स के लिए आदर्श हैं। इनसे किसान को बेहतर दाम (20-30 रुपये प्रति किलो) और स्थिर बाजार मिलता है।

दूसरी, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग मॉडल। KRIBHCO-Farm Frites अब किसानों को बीज, प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता, बायर गारंटी और फसल खरीद की सुनिश्चितता एक ही प्लेटफॉर्म पर दे रहे हैं। शाहजहाँपुर प्लांट के लिए 5000 एकड़ कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का लक्ष्य है, जहाँ किसानों को बीमा और सब्सिडी भी मिलेगी।

तीसरी, आधुनिक खेती तकनीकें। ड्रिप इरिगेशन से 30% पानी की बचत, उर्वरक सिफारिशें (KRIBHCO के उन्नत यूरिया और DAP), लोडर-हार्वेस्टर समाधान और फसल हानि कम करने के उपाय। समिट में दिखाया गया कि ये तकनीकें प्रति एकड़ उत्पादन 10-15 टन तक बढ़ा सकती हैं।

चौथी, एक्सपोर्ट और प्रोसेसिंग के अवसर। वैश्विक कंपनियों ने भारत को “पोटेटो प्रोसेसिंग हब” के रूप में सराहा। Farm Frites के अनुसार, भारत से यूरोप और मिडिल ईस्ट को प्रोसेस्ड आलू निर्यात 2025 में 20% बढ़ सकता है।

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किसानों के लिए तीन बड़े लाभ: स्थिर आय, उन्नत तकनीक और कम जोखिम

यह साझेदारी किसानों के लिए वरदान है। पहला लाभ – स्थिर और अच्छा बाजार दाम। प्रोसेसिंग आलू की माँग बढ़ रही है, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से आय स्थिर रहेगी। दूसरा – उन्नत बीज और तकनीकी मार्गदर्शन। अंतरराष्ट्रीय स्तर की तकनीक अब गाँव तक पहुँचेगी। तीसरा – फसल नुकसान कम, उत्पादन ज्यादा। वैज्ञानिक प्रबंधन से प्रति एकड़ पैदावार 20-25% बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश में आलू का क्षेत्रफल 8 लाख हेक्टेयर है, और यह साझेदारी 50,000 किसानों को सीधा फायदा पहुँचाएगी।

भारत बनेगा आलू प्रोसेसिंग का ग्लोबल हब

ग्लोबल पोटेटो समिट 2025 ने साफ संकेत दिया कि भारत प्रोसेस्ड आलू के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाने वाला है। KRIBHCO-Farm Frites की साझेदारी इसमें अहम भूमिका निभाएगी। सरकार की नीतियाँ जैसे PLI स्कीम और एग्री इंफ्रास्ट्रक्चर फंड इसे और मजबूत करेंगी। किसानों को कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग अपनानी चाहिए, ताकि वे वैश्विक बाजार से जुड़ सकें।

समिट ने आलू उद्योग में नई ऊर्जा का संचार किया। KRIBHCO और Farm Frites की यह साझेदारी न केवल उत्पादन बढ़ाएगी, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगी। आलू किसान भाइयों, यह आपका समय है – नई तकनीकें अपनाएँ और मुनाफे की नई ऊँचाइयों को छूएँ।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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