सरकार दे रही 50% सब्सिडी! इस सब्जी की खेती से किसान बनेंगे मालामाल, बस करें ये काम

Mushroom Ki Kheti : पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, हापुड़, नोएडा, गाजियाबाद, बागपत और बुलंदशहर जैसे जिलों में किसान भाई बड़े स्तर पर सब्जियों की खेती कर तगड़ी कमाई कर रहे हैं। अब सरकार ने छोटे किसानों के लिए भी बड़ी सौगात दी है। भारत सरकार की एकीकृत बागवानी योजना के तहत मशरूम और पॉलीहाउस खेती के लिए 50% अनुदान शुरू किया गया है। ये योजना छोटे किसानों को उन्नत खेती की ओर ले जाएगी और उनकी आय दोगुनी करने में मदद करेगी। मेरठ मंडल के उपनिदेशक उद्यान विभाग डॉ. विनीत कुमार ने इसकी पूरी जानकारी दी। चलिए, जानते हैं कि ये योजना कैसे काम करेगी और किसान भाई इसका फायदा कैसे उठा सकते हैं।

छोटे किसानों को अनुदान का लाभ

डॉ. विनीत कुमार बताते हैं कि उत्तर प्रदेश शासन की नई नीति के तहत अब छोटे किसानों को भी मशरूम और पॉलीहाउस खेती के लिए खास अनुदान मिलेगा। अगर कोई किसान 2 लाख रुपये की लागत से मशरूम खेती शुरू करना चाहता है, तो उसे 1 लाख रुपये की सब्सिडी सरकार देगी। इसी तरह, पॉलीहाउस खेती के लिए भी 50% तक अनुदान का प्रावधान है। पहले ये योजना बड़े किसानों के लिए थी, जो बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करते थे। अब छोटे किसानों को भी इसमें शामिल किया गया है, ताकि वे भी आधुनिक खेती से जुड़ सकें और अपनी कमाई बढ़ा सकें। ये अनुदान लागत का बोझ कम करेगा और किसानों को आगे बढ़ने का हौसला देगा।

ट्रेनिंग से बनेगा रास्ता आसान

डॉ. विनीत कुमार के मुताबिक, कई किसान मशरूम या पॉलीहाउस खेती करना चाहते हैं, लेकिन जानकारी की कमी उन्हें रोकती है। ऐसे किसानों के लिए उद्यान विभाग खास ट्रेनिंग की व्यवस्था कर रहा है। मेरठ के सरदार वल्लभभाई कृषि विश्वविद्यालय और नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्रों पर जाकर किसान भाई प्रशिक्षण ले सकते हैं। यहाँ उन्हें खेती के सही तरीके, मिट्टी की तैयारी, बीज बोने से लेकर फसल तैयार करने तक सब सिखाया जाएगा। इससे खेती में कोई दिक्कत नहीं आएगी और पैदावार भी शानदार होगी। ट्रेनिंग मुफ्त होगी, बस मेहनत और लगन चाहिए।

कैसे लें योजना का लाभ?

अगर आप इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं, तो अपने जिले के उद्यान विभाग से संपर्क करें। वहाँ जाकर आवेदन फॉर्म भरें। इसके लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खेत के कागजात और प्रोजेक्ट की जानकारी देनी होगी। मेरठ मंडल के उपनिदेशक का कहना है कि ये योजना ज्यादा से ज्यादा उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने के लिए है। छोटे किसानों के लिए ये सुनहरा मौका है। पहले सिर्फ बड़े किसान ही बड़े स्तर पर सब्सिडी लेकर आगे बढ़ रहे थे, लेकिन अब छोटे किसानों की बारी है। समय रहते आवेदन करें और खेती को नई ऊँचाई दें।

मशरूम और पॉलीहाउस खेती का तरीका

मशरूम खेती के लिए 20-25 डिग्री तापमान और नम वातावरण चाहिए। एक छोटी यूनिट 2 लाख रुपये में शुरू हो सकती है, जिसमें 1 लाख सब्सिडी मिलेगी। पॉलीहाउस में सब्जियाँ जैसे टमाटर, शिमला मिर्च या फूल उगाए जा सकते हैं। इसके लिए पॉलीथिन शेड और सही सिंचाई जरूरी है। एक हेक्टेयर में मशरूम से 50-100 क्विंटल तक पैदावार हो सकती है, जो 200-300 रुपये किलो बिकती है। यानी 1-2 लाख की लागत से 5-10 लाख तक कमाई संभव है। पॉलीहाउस में भी यही मुनाफा है। ट्रेनिंग लेकर सही तरीके अपनाएँ, तो नुकसान का सवाल ही नहीं।

मुनाफे का रास्ता

किसान भाइयों, मेरठ और आसपास के इलाकों में मशरूम और पॉलीहाउस खेती कमाई का बड़ा जरिया बन सकती है। 50% अनुदान से आधी लागत सरकार उठाएगी। ट्रेनिंग से सही जानकारी मिलेगी। एक हेक्टेयर से लाखों की कमाई हो सकती है। सब्जियों की बढ़ती माँग और मशरूम की कीमत आपके लिए फायदे का सौदा है। उद्यान विभाग से जुड़ें, योजना का लाभ लें और अपनी मेहनत को दोगुना फल दें। ये मौका हाथ से न जाने दें!

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  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं krishitak.com पर लेखक हूं, जहां मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाओं पर केंद्रित आर्टिकल लिखता हूं। अपनी रुचि और विशेषज्ञता के साथ, मैं पाठकों को लेटेस्ट और उपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रयास करता हूं।

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