उत्तर प्रदेश के मेहनती किसान भाई लंबे समय से सिंचाई की बेहतर व्यवस्था की मांग करते आ रहे हैं। अब योगी सरकार ने इस दिशा में एक ठोस कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के सभी सरकारी नलकूपों की मरम्मत और आधुनिकीकरण का काम तेजी से पूरा किया जाए।
एक उच्च स्तरीय बैठक में सीएम ने जोर देकर कहा कि किसानों को समय पर और भरपूर पानी उपलब्ध कराना सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इससे न केवल फसलें हरी-भरी रहेंगी, बल्कि किसानों की मेहनत का पूरा फल भी मिलेगा। ग्रामीण इलाकों में जहां नलकूपों पर ही निर्भरता है, वहां यह फैसला लाखों परिवारों के लिए राहत लेकर आया है।
पानी की बर्बादी रोकने पर विशेष ध्यान
बैठक के दौरान सीएम योगी ने पानी के दुरुपयोग को रोकने के लिए वैज्ञानिक तरीकों पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि नलकूपों से निकलने वाले पानी का हर बूंद का सदुपयोग हो। जल संरक्षण के लिए समुचित इंतजाम किए जाएं, ताकि भूजल स्तर स्थिर रहे। खास बात यह है कि बारिश का मौसम चल रहा है, जो इस काम के लिए सबसे सही समय है। इससे डार्क जोन वाले क्षेत्रों में भी सुधार होगा और मिट्टी की नमी बनी रहेगी। किसान भाई जानते हैं कि सही सिंचाई से फसल की पैदावार 20-30 प्रतिशत तक बढ़ सकती है, और यह योजना उसी दिशा में एक मजबूत कदम है।
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प्रमुख सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा, कमियां दूर
मुख्यमंत्री ने सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना, बाण सागर और मध्य गंगा जैसी बड़ी सिंचाई योजनाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने इन परियोजनाओं में मौजूद कमियों को तुरंत दूर करने के आदेश दिए। सीएम का मानना है कि इन योजनाओं का सही क्रियान्वयन ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में पानी की समस्या का स्थायी समाधान देगा। इससे न केवल खेती आसान होगी, बल्कि सूखे की मार झेलने वाले गांवों को नई जिंदगी मिलेगी। विशेषज्ञ बताते हैं कि ऐसी परियोजनाओं से किसानों को साल भर सिंचाई की गारंटी मिल सकती है।
तराई क्षेत्र के किसानों को मिलेगी खास राहत
उत्तर प्रदेश के तराई इलाके के किसान, जो बाढ़ और कटाव की समस्या से जूझते हैं, इस योजना से सबसे ज्यादा फायदा उठाएंगे। सीएम ने निर्देश दिए कि जलाशयों को सिल्टिंग से मुक्त कर पुनर्जीवित किया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा खेतों तक पानी पहुंचे। साथ ही, कटाव रोकने के लिए सिल्ट का उपयोग किया जाए। इससे न केवल सिंचाई सुविधा मजबूत होगी, बल्कि मिट्टी का कटाव भी रुकेगा। तराई के किसान पहले ही बाढ़ की वजह से परेशान रहते हैं, और यह कदम उनकी चिंता को कम करेगा।
गुणवत्ता और पारदर्शिता पर कोई समझौता नहीं
सीएम योगी ने साफ लफ्जों में कहा कि नलकूपों के जीर्णोद्धार और अपग्रेडेशन के काम में गुणवत्ता और पारदर्शिता से कोई खिलवाड़ नहीं होगा। किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता आधार पर काम हो। इससे सिंचाई क्षमता बढ़ेगी, किसानों की लागत घटेगी और आधुनिक तकनीक से पानी का बेहतर उपयोग होगा। सरकार का यह फैसला किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और मजबूत प्रयास है।
इस योजना से उत्तर प्रदेश के किसानों को नई ऊर्जा मिलेगी। बेहतर सिंचाई से फसलें मजबूत होंगी, उत्पादन बढ़ेगा और बाजार में अच्छी कीमत मिलेगी। सीएम ने कहा कि सरकार किसानों को हर संभव मदद देगी, ताकि उनकी आय में स्थिर वृद्धि हो। अगर आप भी यूपी के किसान हैं, तो नजदीकी सिंचाई कार्यालय से संपर्क करें और इस योजना का फायदा उठाएं। यह न केवल खेती को आसान बनाएगी, बल्कि ग्रामीण विकास का नया दौर शुरू करेगी।
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