बस 5 ग्राम यह दवा छिड़कें, मिर्च की फसल के सभी रोग होंगे खत्म, हर डाल लदेगी मिर्चों से

Green Chilli Cultivation Tips: अमरेली जिले में इस बार 1000 हेक्टेयर जमीन पर हरी मिर्च की खेती की गई है। सौराष्ट्र के किसान भाइयों का ये पुराना और सम्मानजनक काम है। अमरेली, गोंडल, जामनगर जैसे इलाकों में मिर्च उगाकर बाजार में बेची जाती है। कुछ किसान इसे सुखाकर यार्ड में भी ले जाते हैं, जिससे अच्छी आमदनी हो जाती है। लेकिन इन दिनों मिर्च के पौधों में कुकड़ने की बीमारी देखने को मिल रही है। इस वजह से किसानों भाईयों के मन में चिंता बढ़ गई है। ये बीमारी पौधों में फूल आने से रोक सकती है, जिससे फसल का उत्पादन कम हो सकता है। कोई भी मेहनती किसान ऐसा नहीं चाहेगा कि उसकी मेहनत बेकार जाए।

चिंता का माहौल

अमरेली के बगसरा, कुकावाव, वडिया और धारी तालुका में मिर्च की खेती बड़े पैमाने पर होती है। इन इलाकों में इन दिनों पौधों में ये बीमारी फैल रही है। कुछ जगह पौधे मुरझा रहे हैं, तो कहीं फूल आने में दिक्कत हो रही है। ऐसे में किसानों के मन में एक ही सवाल है कि इस परेशानी का हल कैसे निकलेगा। फसल को नुकसान होने का डर सबको सता रहा है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इसके लिए आसान उपाय मौजूद हैं।

बीमारी रोकने का आसान और कारगर उपाय

किसान भाइयों, चिंता करने की जरूरत नहीं है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने इस बीमारी को रोकने के लिए सलाह दी है। उनके अनुसार, फेन प्रोपेथिन 30 EC का इस्तेमाल करें। इसे 10 लीटर पानी में 5 मिलीग्राम मिलाकर घोल बनाएं और पौधों पर छिड़काव करें। इसके अलावा, डाई मिथोएट 30 EC को 15 लीटर पानी में मिलाकर छिड़कने से भी बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। ये दोनों तरीके आजमाने से फायदा होगा। लेकिन दवाई लेने से पहले अपने नजदीकी एग्रो सेंटर से संपर्क जरूर करें, ताकि सही दवा मिल सके। कई बार सही जानकारी न होने से गलत चीज मिल जाती है, इसलिए सावधानी बरतें।

पुराना नुस्खा भी आजमाएं

हमारे गाँव के बुजुर्ग किसानों का भी एक अनुभव है, जो काम आ सकता है। अगर दवाई तुरंत न मिले, तो नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर उसका छिड़काव करें। ये बीमारी को पूरी तरह खत्म तो नहीं करेगा, लेकिन फैलने से रोकने में मदद करेगा। साथ ही, खेत में पानी जमा न होने दें, क्योंकि ज्यादा नमी इस बीमारी को बढ़ावा देती है। खासकर बरसात के दिनों में पानी निकासी का पूरा ध्यान रखें। ये छोटी-छोटी बातें हैं, लेकिन आपकी फसल को बचाने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती हैं।

मिर्च की खेती से कमाई

सौराष्ट्र के किसान मिर्च की खेती से अच्छी कमाई करते हैं। चाहे ताजी मिर्च बेचें या सुखाकर यार्ड में दाम वसूलें, दोनों तरीकों से लाभ होता है। बस इस बीमारी को काबू में रखें, फिर देखिएगा कि फसल कैसे लहलहाती है। मेहनती किसानों की मेहनत जरूर रंग लाएगी, अगर अभी से सही कदम उठाए जाएं। तो देर न करें, अपने खेत में जाएं, पौधों की हालत देखें और ये उपाय अपनाएं। फसल अच्छी हुई तो गाँव में सबके चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी।

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  • Shashikant

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