Groundnut Farming: भारत में मूंगफली की खेती एक प्रमुख तिलहन फसल के रूप में की जाती है। इसे गरीबों का काजू भी कहा जाता है क्योंकि इसमें प्रोटीन, तेल और पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। किसानों के लिए यह फसल कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने का बेहतरीन जरिया बन सकती है। इस लेख में हम मूंगफली की खेती, उसकी उन्नत किस्मों, बीजों की ऑनलाइन उपलब्धता और खेती की संपूर्ण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
मूंगफली की बाजार में सालभर मांग बनी रहती है। यह फसल कम लागत में अधिक मुनाफा देती है और मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में भी सहायक होती है। इससे तेल, घी, चटनी और अन्य खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं।
राष्ट्रीय बीज निगम से ऑनलाइन मूंगफली बीज की उपलब्धता
आज के डिजिटल युग में किसान राष्ट्रीय बीज निगम (NSC) की वेबसाइट से मूंगफली के बीज आसानी से ऑनलाइन खरीद सकते हैं। इससे किसानों को प्रमाणित बीज मिलने की गारंटी होती है और वे घर बैठे ऑर्डर कर सकते हैं।
मूंगफली की उन्नत किस्में
मूंगफली की अधिक उपज और रोग प्रतिरोधी किस्में किसानों को अधिक लाभ दिला सकती हैं। कुछ प्रमुख किस्में हैं टैग-73, जीजी-20 और गिरनार 4 व 5। इनमें तेल की मात्रा अधिक होती है और ये जल्दी तैयार हो जाती हैं।
राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर 20 किलो मूंगफली बीज की कीमत 2200 रुपये है। इसमें 20% की छूट भी मिल रही है। किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने पते पर मंगवा सकते हैं।
मूंगफली टैग-73 किस्म के उत्तम प्रमाणित बीज से पाए भरपूर पैदावार|
NSC स्टोर से 20 kg. का पैक ऑर्डर करें@ https://t.co/DYvNYWDpXf 2200/- रू. में|#NationalSeedsCorpLtd #NationalMissionforEdibleOilseeds #NMEO @AgriGoI @ChouhanShivraj @mpbhagirathbjp @mkaurdwivedi @ONDC_Official pic.twitter.com/ncfRd8IraX
— National Seeds Corp. (@NSCLIMITED) January 28, 2025
मूंगफली की खेती कैसे करें?
मिट्टी का चयन: हल्की बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।
बुवाई का सही समय: खरीफ में जून-जुलाई और रबी में अक्टूबर-नवंबर सबसे उपयुक्त समय है।
बीज बुवाई: कतार से कतार की दूरी 30-40 सेमी और बीज की गहराई 4-6 सेमी रखें। प्रति एकड़ 60-80 किलो बीज की आवश्यकता होती है।
खाद एवं उर्वरक: गोबर की खाद और जैविक खाद का प्रयोग करें। फॉस्फोरस और पोटाश की सही मात्रा दें।
सिंचाई: मूंगफली को 5-6 सिंचाइयों की आवश्यकता होती है, खासकर फूल और फली बनने के समय।
कीट एवं रोग नियंत्रण: कीटों और रोगों से बचाव के लिए जैविक कीटनाशकों और फफूंदनाशकों का उपयोग करें।
फसल कटाई: जब पौधे पीले पड़ने लगें और पत्तियां गिरने लगें तो खुदाई करें। फसल को 3-4 दिन तक धूप में सुखाएं।
मूंगफली की खेती से होने वाला मुनाफा
एक एकड़ में संभावित कमाई:
- कुल लागत: लगभग 6700 रुपये
- प्रति एकड़ उत्पादन: 8-14 क्विंटल
- बिक्री मूल्य (@5000/क्विंटल): 50,000 रुपये
- मुनाफा: 43,300 रुपये प्रति एकड़
अगर किसान 5 एकड़ में खेती करें, तो 2 लाख रुपये से अधिक की कमाई संभव है। अगर आप भी कम लागत में अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो आज ही राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट से मूंगफली बीज ऑर्डर करें और अपनी खेती शुरू करें!
ये भी पढ़ें- एक बार लगाओ, तीन बार कमाओ: मऊ के किसान की अनोखी खेती का राज!