भारत में बागवानी फसलों ने तोड़ा रिकॉर्ड! उत्पादन पहुँचा 3677 लाख टन, पिछली बार से 130 लाख टन ज़्यादा

हमारे देश के किसानों की मेहनत और सरकार की नीतियों ने बागवानी फसलों को नई ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया है। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में 2024-25 के बागवानी फसलों के द्वितीय अग्रिम अनुमान जारी किए। इसके अनुसार, बागवानी फसलों का क्षेत्रफल पिछले साल से 1.81 लाख हेक्टेयर बढ़कर 292.67 लाख हेक्टेयर हो गया है। साथ ही, उत्पादन में 3.66% की बढ़ोतरी हुई है, जो अब 3677.24 लाख टन तक पहुँच गया है। यह पिछले साल के 3547.44 लाख टन से 129.80 लाख टन ज्यादा है। यह उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत और केंद्र सरकार की किसान हितैषी योजनाओं का नतीजा है, जिसके चलते बागवानी क्षेत्र लगातार तरक्की कर रहा है।

फलों की खेती में शानदार बढ़ोतरी

इस साल फलों की खेती ने बड़ा योगदान दिया है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक, फलों का उत्पादन 1.36% यानी 15.32 लाख टन बढ़कर 1145.10 लाख टन तक पहुँचने वाला है। खासकर आम, केला, तरबूज, मंदारिन, मौसंबी, और पपीता जैसे फलों की पैदावार में बढ़ोतरी हुई है। आम का उत्पादन 228.37 लाख टन होने की उम्मीद है, जो पिछले साल 223.98 लाख टन था। केले का उत्पादन 380.35 लाख टन तक पहुँच सकता है, जो 2023-24 में 376.14 लाख टन था। तरबूज का उत्पादन भी 37.21 लाख टन से बढ़कर 44.70 लाख टन होने का अनुमान है। ये बढ़ोतरी बाजार में अच्छे दाम और किसानों की मेहनत का सबूत है।

भारत में बागवानी फसलों ने तोड़ा रिकॉर्ड! उत्पादन पहुँचा 3677 लाख टन, पिछली बार से 130 लाख टन ज़्यादा

सब्जियों ने तोड़ा रिकॉर्ड

सब्जियों की खेती में भी इस साल शानदार नतीजे मिले हैं। मंत्रालय के अनुसार, सब्जियों का उत्पादन 6.02% बढ़कर 2196.74 लाख टन तक पहुँचने की उम्मीद है, जो पिछले साल 2072.08 लाख टन था। प्याज, आलू, हरी मिर्च, टैपिओका, और लौकी की पैदावार में खास बढ़ोतरी हुई है। प्याज का उत्पादन 242.67 लाख टन से बढ़कर 307.72 लाख टन होने का अनुमान है, जो 65.05 लाख टन की बढ़ोतरी है। आलू का उत्पादन 570.54 लाख टन से बढ़कर 601.75 लाख टन तक पहुँच सकता है। टमाटर का उत्पादन 207.52 लाख टन होने की उम्मीद है, जो पिछले साल 213.23 लाख टन था। ये बढ़ोतरी गाँवों में किसानों की आमदनी को बढ़ा रही है।

ये भी पढ़ें- खरीफ फसल में बंपर पैदावार चाहिए? तो बीज उपचार की ये 4 विधियां आज़माएं!

मसालों ने बढ़ाया स्वाद और मुनाफा

मसालों की खेती में भी अच्छी खबर है। अदरक, लहसुन, और हल्दी का उत्पादन बढ़ा है। अदरक का उत्पादन 23.33 लाख टन से बढ़कर 25.42 लाख टन होने की उम्मीद है। लहसुन 33.16 लाख टन से बढ़कर 35.03 लाख टन तक पहुँच सकता है। हल्दी का उत्पादन 10.63 लाख टन से बढ़कर 12.04 लाख टन होने का अनुमान है। मसालों का कुल उत्पादन 123.70 लाख टन होने की उम्मीद है, जो पिछले साल 124.84 लाख टन था। ये मसाले न सिर्फ हमारे खाने को स्वादिष्ट बनाते हैं, बल्कि विदेशी बाजारों में भी इनकी मांग बढ़ रही है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिल रहा है।

किसानों के लिए नया मौका

बागवानी फसलों की यह रिकॉर्ड पैदावार गाँवों के लिए बड़ी उम्मीद लेकर आई है। सरकार की योजनाएँ, जैसे राष्ट्रीय बागवानी मिशन, किसानों को बेहतर बीज, खाद, और नई तकनीक दे रही हैं। अपने नजदीकी कृषि केंद्र से संपर्क करें, जहाँ आपको ट्रेनिंग और सब्सिडी की पूरी जानकारी मिलेगी। बागवानी फसलों की बढ़ती मांग और अच्छे दामों का फायदा उठाकर आप भी अपने खेतों को और हरा-भरा कर सकते हैं और अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं।

ये भी पढ़ें- खरीफ में बैंगन की ये नई किस्म दे रही बंपर पैदावार, सस्ते में यहां से खरीदें बीज

Author

  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं krishitak.com पर लेखक हूं, जहां मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाओं पर केंद्रित आर्टिकल लिखता हूं। अपनी रुचि और विशेषज्ञता के साथ, मैं पाठकों को लेटेस्ट और उपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रयास करता हूं।

    View all posts

Leave a Comment