How to Grow Berries at Home : मान्यवर किसान भाइयों, गाँव में खेती का शौक हो या घर में कुछ नया उगाने का मन, चार बेरी- ब्लूबेरी, रास्पबेरी, ग्लेंको पर्पल और स्ट्रॉबेरी, बढ़िया विकल्प हैं। ये छोटे फल हैं, जो स्वाद में लाजवाब और सेहत के लिए फायदेमंद हैं। इन्हें गमले में आसानी से उगा सकते हैं, खेत की जरूरत नहीं। गाँव में आँगन, छत या बरामदे में इन्हें रखकर ताजे फल ले सकते हैं। बाजार में इनकी कीमत भी अच्छी है। आइए, समझें कि इन बेरियों को गमले में कैसे उगाएँ और फायदा कैसे उठाएँ।
ब्लूबेरी: गमले में नीले फल उगाने का आसान तरीका
गाँव में ब्लूबेरी जैसा छोटा नीला फल उगाना मजेदार है। ये स्वाद में खट्टा-मीठा होता है और सेहत के लिए बढ़िया है। गमले में इसे उगाना आसान है। 12-15 इंच का गमला लें, नीचे छेद करें। मिट्टी में दोमट, गोबर की खाद और रेत मिलाएँ। हल्का पानी हर 2-3 दिन में दें। गाँव में गोबर का घोल हर 15 दिन में डालें, और नीम का पानी छिड़कें, कीट नहीं लगेंगे। तेज धूप से बचाने के लिए टाट की छाया करें। 4-6 महीने में फल आएँगे। एक गमले से 400-500 ग्राम फल मिल सकता है।
रास्पबेरी: गमले में लाल फल का मजा
रास्पबेरी लाल रंग का रसीला फल है, जो गमले में आसानी से उगता है। गाँव में 12 इंच का गमला लें, मिट्टी में गोबर की खाद और रेत मिलाएँ। नर्सरी से पौधा लें और सितंबर में रोपें। गमले को धूप वाली जगह रखें, पर तेज गर्मी से बचाएँ। हर 2-3 दिन में हल्का पानी दें। गाँव में वर्मी कम्पोस्ट हर 20 दिन में डालें, ये पौधे को ताकत देगा। बेल को बाँस से सहारा दें। नीम का पानी छिड़कें, कीट दूर रहेंगे। 3-4 महीने में फल लगने शुरू होंगे। एक गमले से 400-600 ग्राम फल मिल सकता है। बाजार में 200-250 रुपये किलो बिकता है।
ग्लेंको पर्पल: गमले में बैंगनी बेरी की खेती
ग्लेंको पर्पल एक खास बैंगनी बेरी है, जो गमले में उगाना आसान है। गाँव में 15 इंच का गमला लें, मिट्टी में दोमट, गोबर की खाद और भूसा मिलाएँ। नर्सरी से पौधा लें और मार्च-अप्रैल में रोप दें। गमले को धूप-छाया वाली जगह रखें। हर 3 दिन में हल्का पानी दें, मिट्टी गीली रहे। गाँव में गोबर का पानी हर 15 दिन में डालें। नीम का पानी छिड़कें, कीटों से बचाव होगा। बेल को सहारा दें, ताकि फल नीचे न लटकें। 4-5 महीने में फल आएँगे। एक गमले से 400-500 ग्राम फल मिल सकता है। बाजार में 200-250 रुपये किलो बिकता है।
स्ट्रॉबेरी: गमले में लाल फल का स्वाद
स्ट्रॉबेरी को गाँव में गमले में उगाना बच्चों का खेल है। 12 इंच का गमला लें, मिट्टी में गोबर की खाद और रेत मिलाएँ। नर्सरी से पौधा लें और सितंबर में रोपें, जड़ें ऊपर रहें। गमले को धूप वाली जगह रखें। हर 2-3 दिन में हल्का पानी दें। गाँव में गोबर का घोल हर 20 दिन में डालें, फल रसीले होंगे। नीम का पानी छिड़कें, कीट नहीं लगेंगे। 3-4 महीने में फल आएँगे। एक गमले से 1-2 किलो फल मिल सकता है। बाजार में 100-150 रुपये किलो बिकता है, तो 2-3 गमलों से 500-1000 रुपये कमाई होगी। ये छोटी जगह में बढ़िया फल देता है।
गाँव में चार बेरी से फायदा और मजा
किसान साथियों, ये चार बेरी—ब्लूबेरी, रास्पबेरी, ग्लेंको पर्पल और स्ट्रॉबेरी—गाँव में गमले में उगाना बहुत आसान है। इनके लिए बड़ा खेत चाहिए नहीं, बस आँगन या छत पर थोड़ी जगह काफी है। पानी और मेहनत कम लगती है, और सालभर में फल मिलते हैं। बाजार में बेचें तो अच्छा दाम मिलता है, जिससे जेब में थोड़ा पैसा आता है। ये पौधे मिट्टी को नुकसान नहीं करते और सालों तक चलते हैं। तो भाइयों, अपने घर में इन बेरियों को गमले में लगाएँ, ताजा फल खाएँ और थोड़ी कमाई भी करें। खेती का ये तरीका आसान भी है और मजेदार भी।
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