How to grow Kaji Nemu at home : किसान भाइयों के लिए काजी नेमु यानी असम नींबू की खेती एक खास और फायदेमंद विकल्प है। काजी नेमु असम का राजकीय फल है, जो नींबू की तरह दिखता है, मगर इसका स्वाद और खुशबू अनोखी होती है। ये खट्टा फल खाने, औषधि और बाज़ार में बिक्री के लिए बढ़िया है। भारत में इसे GI टैग मिला है, और अब ये सिंगापुर, दुबई जैसे देशों में भी जाता है। गर्म और नम जगहों में ये खूब उगता है, और सही देखभाल से अच्छी कमाई दे सकता है। आइए जानते हैं कि अपने खेत में काजी नेमु की खेती कैसे करें।
काजी नेमु को समझें
काजी नेमु एक छोटा, हरा और रसीला फल है, जो नींबू से थोड़ा बड़ा होता है। इसका पेड़ 10-15 फीट तक बढ़ता है और साल में दो बार फल देता है—मुख्य फसल सर्दियों में (नवंबर-फरवरी) और छोटी फसल गर्मियों में। ये विटामिन C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, जो सेहत के लिए बढ़िया है। गाँव में इसे उगाना इसलिए फायदेमंद है, क्यूंकि ये कम मेहनत में अच्छी पैदावार देता है और बाज़ार में 50-80 रुपये किलो तक बिकता है। इसे अचार, जूस या मसाले के लिए इस्तेमाल करते हैं।
खेत को तैयार करें
काजी नेमु की खेती के लिए ऐसी जगह चुनें जहाँ धूप और हवा अच्छी मिले। दोमट या बलुई मिट्टी इसके लिए सबसे अच्छी है, जिसका pH 5.5 से 7 के बीच हो। खेत को 2-3 बार जोत लें और 5-7 किलो गोबर की खाद प्रति वर्ग मीटर डाल दें। पानी जमा न हो, इसके लिए जल निकासी का इंतजाम करें। गड्ढे 2 फीट गहरे और 2 फीट चौड़े खोदें, पेड़ों के बीच 10-12 फीट की दूरी रखें। बारिश से पहले (मई-जून) खेत तैयार करना बढ़िया है, ताकि पौधे को नमी मिले।
पौधा कैसे लगाएं
काजी नेमु को बीज, कटिंग या नर्सरी से तैयार पौधे से उगा सकते हैं। बीज से उगाने के लिए ताजे फल से बीज निकालें, धोकर सुखाएँ और 24 घंटे पानी में भिगो दें। फिर 1-2 इंच गहरा बोएं। आसान तरीका है नर्सरी से 1-2 साल का पौधा लेना। गड्ढे में पौधा लगाएँ, जड़ों को मिट्टी से ढकें और हल्का पानी दें। बारिश का मौसम (जून-जुलाई) रोपाई के लिए सबसे अच्छा है। पौधे को शुरू में सहारा दें, ताकि हवा से न टूटे।
बीज या पौधा कहाँ से लें
काजी नेमु के बीज या पौधे गाँव की नर्सरी से मिल सकते हैं। असम में ये आम है, तो वहाँ के किसानों से संपर्क करें। सरकारी बागवानी केंद्र या कृषि विभाग से भी सस्ते में पौधे मिलते हैं। ऑनलाइन नर्सरी लाइव या इंडिया मार्ट पर 100-200 रुपये में पौधे उपलब्ध हैं। बीज लेते वक्त देखें कि वो ताजा हों, और पौधा स्वस्थ हो, ताकि खेती अच्छी चले।
पानी और देखभाल का तरीका
पहले साल काजी नेमु को हफ्ते में 2-3 बार पानी दें, मगर मिट्टी गीली न रहे। बारिश में पानी कम करें। हर 3 महीने में गोबर की खाद या नीम की खली डालें। खरपतवार को हाथ से निकालें। कीटों (जैसे तना छेदक या फल चूसक) से बचाने के लिए नीम का तेल पानी में मिलाकर छिड़कें। गर्मी में हल्की छाया दें, ताकि पौधा झुलस न जाए। 2-3 साल में पेड़ फल देना शुरू करता है।
कटाई कब और कैसे करें
काजी नेमु 3-4 साल में पूरी तरह तैयार होता है। फल हरे और रसीले हों, तो कैंची से काट लें। सर्दियों में बड़ी फसल (20-30 किलो प्रति पेड़) और गर्मियों में छोटी फसल (10-15 किलो) मिलती है। कटाई शाम को करें, ताकि धूप से फल खराब न हों। ताजा बेचें या छाया में रखें। बाज़ार में अच्छा दाम मिले, तो मुनाफा बढ़िया होगा।
सावधानियाँ
काजी नेमु की खेती से खेत की खाली जगह का इस्तेमाल होता है। ये कम लागत में अच्छा मुनाफा देता है और निर्यात का मौका भी देता है। मगर ज्यादा पानी से जड़ें सड़ सकती हैं, और कीटों पर नजर रखें। सही देखभाल से ये फसल आपके लिए सोने की खान बन सकती है।
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