Vermi Compost : आजकल लोग खेती और बागवानी में प्राकृतिक चीजों की तरफ लौट रहे हैं। उसमें भी वर्मी कम्पोस्ट का नाम सबसे पहले आता है। केंचुए की मदद से बनी यह खाद पौधों के लिए बहुत अच्छी होती है और मिट्टी को ताकत देती है। साथ ही हमारे घर का कचरा भी काम आ जाता है। अगर आप सोच रहे हैं कि इसे घर पर कैसे बनाएं, तो मैं आपको इस लेख में बिल्कुल आसान तरीके से बता रहा हूँ, कि कैसे वर्मीकम्पोस्ट घर पर तैयार कर सकतें हैं.
वर्मी कम्पोस्ट होती क्या है?
सीधे शब्दों में कहूं तो वर्मी कम्पोस्ट एक प्राकृतिक खाद है। इसे केंचुए बनाते हैं। ये छोटे-छोटे जीव किचन का कचरा, गोबर या सूखी पत्तियों को खाते हैं और उसे पचाकर काली, मुलायम खाद में बदल देते हैं। यह खाद पौधों को खूब पोषण देती है और मिट्टी को हल्की-फुल्की बनाती है। इसे बनाना ज्यादा मुश्किल नहीं है, बस थोड़ी मेहनत और धैर्य चाहिए।
इसे बनाने के लिए क्या-क्या चाहिए?
सबसे पहले तो केंचुए चाहिए, वो भी खास तरह के, जो आपको अपने ब्लॉक या जिला के कृषि केंद्र पर आसानी से मिल जाते हैं। फिर एक डब्बा चाहिए – प्लास्टिक का, लकड़ी का या सीमेंट का गड्ढा भी चलेगा। इसके अलावा कचरा चाहिए – किचन से बचे सब्जियों के छिलके, फल, चाय की पत्ती या गोबर। थोड़ा पानी भी रखें ताकि नमी बनी रहे। और हां, इसे छांव में रखना है, केंचुओं को धूप पसंद नहीं।
वर्मी कम्पोस्ट (Vermi compost) बनाने का तरीका
अब चलिए इसे बनाने का आसान तरीका देखते हैं। पहले डब्बे में नीचे कुछ छेद कर दें ताकि पानी बाहर निकल सके। फिर उसमें सूखी पत्तियां या भूसा डाल दें। इसके ऊपर कचरा डालें – सब्जियों के छिलके, गोबर वगैरह। ध्यान रखें कि इसमें तेल, मसाले या दूध की चीजें न डालें, वरना केंचुए परेशान हो जाएंगे। कचरे को हल्का गीला करें, पर कीचड़ न बनने दें।
अब केंचुओं को इसमें डाल दें। एक किलो कचरे के लिए 500-1000 केंचुए ठीक रहते हैं। डब्बे को किसी बोरी से ढक दें और छांव वाली जगह पर रख दें। हर कुछ दिन में देख लें, अगर सूखा लगे तो थोड़ा पानी छिड़क दें। करीब डेढ़-दो महीने में खाद तैयार हो जाएगी। जब कचरा काली, बारीक खाद बन जाए, तो केंचुओं को अलग कर लें। इसके लिए खाद को थोड़ी देर धूप में रख दें, केंचुए नीचे चले जाएंगे, और ऊपर की खाद उठा लें।
इसके बहुत हैं फायदे
यह खाद (Vermi compost) पौधों को ताकत देती है, मिट्टी को बेहतर बनाती है। रासायनिक खाद की जरूरत कम हो जाती है। घर का कचरा काम आता है, जिससे गंदगी भी कम होती है। आज कल सरकार भी केचुआ खाद को बढ़ावा दे रही है ,क्योकि रासायनिक खादों के बढ़ते प्रयोग से मिट्टी कमजोर हो रही है इसीलिएयह खाद अब भुत जरुरी हो गयी है खेतों में सालना और अगर ज्यादा बन जाए तो बेच भी सकते हैं। बहुत से किसान भाई इस खाद को बेंच कर अच्छा मुनाफा कमा रहें हैं |
थोड़ी सावधानी रखें
डब्बे को ज्यादा गीला न करें। केंचुओं को धूप या सर्दी से बचाएं। कचरे में प्लास्टिक या कांच जैसी चीजें न डालें। केंचुआ से वर्मी कम्पोस्ट बनाना सचमुच आसान है। इसे घर पर शुरू करें और अपने पौधों को प्राकृतिक खाद दें। मेरे इस तरीके को आजमाएं, और अपनी वेबसाइट पर डालकर लोगों तक पहुंचाएं। आपको मजा भी आएगा और फायदा भी होगा।
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