गांवों में गाय का दूध तो खूब होता है, लेकिन बहुत से किसान इसका सही फायदा नहीं उठा पाते। सिर्फ कच्चा दूध बेचने की बजाय अगर आप इसे प्रोसेस करके दही, पनीर, घी या फ्लेवर्ड मिल्क बनाएँ, तो अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके लिए एक छोटी दूध प्रोसेसिंग यूनिट लगानी होगी, जिसे आप 2 से 5 लाख रुपये में शुरू कर सकते हैं। ये न सिर्फ आपके दूध की कीमत बढ़ाएगी, बल्कि गांव में रोज़गार का ज़रिया भी बनेगी। सरकार भी ऐसी यूनिट के लिए सब्सिडी देती है, जिससे शुरुआत और आसान हो जाती है। आइए जानते हैं कि दूध प्रोसेसिंग यूनिट क्या होती है, इसे कैसे शुरू करें और इससे कितना मुनाफा कमा सकते हैं।
दूध प्रोसेसिंग यूनिट क्या है?
दूध प्रोसेसिंग यूनिट का मतलब है कच्चे दूध को साफ-सुथरे तरीके से प्रोसेस करके बाज़ार में बेचने लायक बनाना। इसमें दूध को पैकेजिंग के लिए तैयार किया जाता है या फिर उससे घी, पनीर, दही, छाछ और फ्लेवर्ड मिल्क जैसे प्रोडक्ट बनाए जाते हैं। ये यूनिट दूध की क्वालिटी को बढ़ाती है और उसे लंबे समय तक स्टोर करने लायक बनाती है। गांव में रहते हुए आप इसे छोटे स्तर पर शुरू कर सकते हैं और अपने दूध को सीधे ग्राहकों तक पहुँचा सकते हैं। इससे मिडलमैन का खर्च बचता है और मुनाफा बढ़ता है।
यूनिट में क्या-क्या चाहिए?
दूध प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए कुछ ज़रूरी मशीनें और सामान चाहिए। इसमें दूध को उबालने और ठंडा करने की मशीन होती है, जो दूध को खराब होने से बचाती है। क्रीम सेपरेटर का इस्तेमाल घी बनाने के लिए किया जाता है, जो मलाई को अलग करता है। पैकेजिंग मशीन से दूध को बोतल या पाउच में पैक किया जाता है। पनीर और दही बनाने के लिए अलग यूनिट चाहिए, जिसमें दूध को जमाने और प्रोसेस करने की सुविधा हो। इसके अलावा डीप फ्रीज़र और स्टोरेज टैंक भी ज़रूरी हैं, ताकि प्रोडक्ट को स्टोर करके रखा जा सके। ये सब मिलाकर एक छोटी यूनिट तैयार हो जाती है, जो रोज़ाना 200-300 लीटर दूध प्रोसेस कर सकती है।
कितना खर्च आएगा?
अगर आप छोटी यूनिट शुरू करना चाहते हैं, जो रोज़ 200-300 लीटर दूध प्रोसेस कर सके, तो शुरुआत में 3 से 5 लाख रुपये का खर्च आएगा। इसमें मशीनों की कीमत, जगह का किराया और बिजली का खर्च शामिल है। अच्छी बात ये है कि सरकार की डेयरी उद्यमिता विकास योजना (DEDS) के तहत 33% तक सब्सिडी मिलती है। अगर आप महिला हैं या SC/ST वर्ग से हैं, तो सब्सिडी और भी ज़्यादा हो सकती है। साथ ही, बैंक से लोन भी लिया जा सकता है, जिसमें 25% पैसा आपको खुद लगाना होगा और बाकी बैंक देगा। इससे शुरुआती बोझ कम हो जाता है और धीरे-धीरे मुनाफे से लोन चुका सकते हैं।
कितना मुनाफा हो सकता है?
मान लीजिए आप रोज़ 200 लीटर दूध प्रोसेस करते हैं। इसमें से 50 लीटर से दही बनाएँ, जो 50 रुपये प्रति किलो बिकता है। 50 लीटर से पनीर बनाएँ, जो 300 रुपये प्रति किलो की कीमत पर बिक सकता है। बाकी 100 लीटर दूध को पैक करके 60 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचें। इस तरह हर दिन 6,000 से 10,000 रुपये की आमदनी हो सकती है। महीने में खर्च निकालने के बाद 1.5 लाख रुपये तक का मुनाफा कमाया जा सकता है। अगर आप खुद मार्केटिंग करें और मिडलमैन को हटाएँ, तो ये कमाई और बढ़ सकती है। ये मुनाफा आपकी मेहनत और बाज़ार की माँग पर निर्भर करेगा।
प्रोडक्ट कहाँ बेचें?
अपने दूध और डेयरी प्रोडक्ट को बेचने के लिए कई रास्ते हैं। आप अपने गाँव, नज़दीकी कस्बे या शहर में दुकानों पर सप्लाई शुरू कर सकते हैं। छोटे रिटेलर, मिठाई की दुकानें, होटल और चाय की दुकानों को डिलीवरी देकर अच्छा बाज़ार बना सकते हैं। आजकल सोशल मीडिया और WhatsApp ग्रुप्स भी बिक्री बढ़ाने का शानदार ज़रिया हैं। अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी और पैकेजिंग अच्छी रखें, तो ग्राहक खुद आपके पास आएँगे। शुरू में छोटे स्तर पर बेचें और फिर धीरे-धीरे बड़े शहरों तक पहुँचें।
ज़रूरी लाइसेंस और कागज़ात
दूध प्रोसेसिंग यूनिट शुरू करने के लिए कुछ कागज़ी काम ज़रूरी हैं। सबसे पहले FSSAI लाइसेंस लेना होगा, जो खाद्य सुरक्षा के लिए अनिवार्य है। अगर आप सालाना 20 लाख रुपये से ज़्यादा का व्यापार करते हैं, तो GST पंजीकरण करवाएँ। इसके अलावा ट्रेड लाइसेंस और बिजली कनेक्शन भी चाहिए। इन सबकी प्रक्रिया ऑनलाइन हो सकती है और आसानी से पूरी हो जाती है। अपने नज़दीकी तहसील या नगर पालिका से मदद ले सकते हैं।
सरकार की योजना का फायदा
सरकार दूध प्रोसेसिंग यूनिट को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ चलाती है। NABARD और DAHD (Department of Animal Husbandry and Dairying) के ज़रिए फाइनेंस और सब्सिडी मिलती है। DEDS योजना के तहत 2 लाख रुपये तक की सब्सिडी सीधे बैंक में मिल सकती है। इसके लिए अपने नज़दीकी बैंक या कृषि विभाग से संपर्क करें। वहाँ आपको योजना के कागज़ और प्रक्रिया की पूरी जानकारी मिल जाएगी। ये सब्सिडी आपकी लागत को कम करेगी और बिजनेस को मज़बूत बनाएगी।
डेयरी प्रोडक्ट्स और उनकी कीमतों का टेबल
यहाँ रोज़ 200 लीटर दूध से बनने वाले प्रोडक्ट्स और उनकी कमाई का हिसाब टेबल में दिया गया है:
प्रोडक्ट | मात्रा | बिक्री मूल्य | कुल आय (प्रति दिन) |
---|---|---|---|
दही | 50 किलो | ₹50 प्रति किलो | ₹2500 |
पनीर | 5 किलो (50 लीटर) | ₹300 प्रति किलो | ₹1500 |
पैक किया दूध | 100 लीटर | ₹60 प्रति लीटर | ₹6000 |
कुल | ₹10,000 |
नोट: लागत और मुनाफा बाज़ार भाव और प्रोडक्शन पर निर्भर करेगा।
गांवों में दूध प्रोसेसिंग यूनिट लगाना एक ऐसा बिजनेस है, जो आपके दूध को दौलत में बदल सकता है। सिर्फ 2-5 लाख रुपये से शुरू करके आप हर महीने 1-1.5 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। सरकार की सब्सिडी और लोन की मदद से ये और आसान हो जाता है। अपने गाय के दूध को सही दिशा दें और दही, पनीर, घी जैसे प्रोडक्ट बनाकर अच्छी कमाई करें। अगर आपको और जानकारी चाहिए, तो अपने नज़दीकी बैंक या कृषि विभाग से सलाह लें। मेहनत और सही प्लानिंग के साथ ये बिजनेस आपको मालामाल कर सकता है।
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