एक एकड़ में कमाई होगी 10 लाख, जानिये क्या जापानी फल की खेती की तकनीक ?

Is persimmon farming profitable? :  परसीमन, जिसे जापानी फल या खुरमा भी कहते हैं, एक ऐसा फल है जो स्वाद और सेहत के साथ अच्छी कमाई का रास्ता खोलता है। इसका रंग नारंगी और स्वाद शहद जैसा मीठा होता है। अपने इलाके में इसे मार्च से तैयार कर जून-जुलाई में मॉनसून के साथ रोपें, तो 3-4 साल में फल मिलने लगता है। यह कम देखभाल में बढ़िया पैदावार देता है। आइए, अपनी सहज भाषा में समझें कि परसीमन की खेती कैसे करें।

परसीमन का कमाल 

हमारे यहाँ परसीमन की माँग तेजी से बढ़ रही है। अपने खेतों में इसे उगाने से ताज़ा फल, सूखा फल या मिठाई बनाई जा सकती है। बाजार में यह 100-200 रुपये किलो बिकता है। एक पेड़ से 20-50 किलो फल मिल सकता है, और एक एकड़ में 150-200 पेड़ लगते हैं। यानी सालाना 3-8 लाख रुपये की कमाई हो सकती है। हमारे यहाँ यह विटामिन C और फाइबर से भरपूर होने के कारण सेहत के लिए भी बढ़िया है। कम रखरखाव और लंबी उम्र इसे खास बनाती है।

खेत की तैयारी कैसे करें 

अपने खेतों में मार्च-अप्रैल से तैयारी शुरू करें। परसीमन को गहरी, उपजाऊ दोमट मिट्टी चाहिए, जिसमें जल निकासी अच्छी हो और pH 5.5-6.5 के बीच रहे। मिट्टी को जोतकर ढीला करें और प्रति एकड़ 5-7 टन गोबर की खाद डालें। अपने आसपास 12×12 फीट की दूरी पर 1x1x1 मीटर के गड्ढे खोदें। हर गड्ढे में 2 किलो वर्मीकम्पोस्ट और 50 ग्राम नीम खली मिलाएँ। हमारे यहाँ यह तैयारी 10,000-15,000 रुपये में हो जाती है। पानी जमा न होने दें, वरना जड़ें कमजोर पड़ सकती हैं।

रोपण का तरीका

परसीमन के पौधे नर्सरी से लें—हचिया और फूयू किस्में मशहूर हैं। एक पौधा 50-80 रुपये में मिलता है। अपने इलाके में जून-जुलाई में मॉनसून शुरू होते ही गड्ढों में रोपें। पौधे को बीच में रखकर जड़ों को मिट्टी से ढकें और हल्का दबाएँ। पहले हफ्ते हर 2-3 दिन में पानी दें, फिर बारिश पर निर्भर करें। हमारे यहाँ पौधों को बांस से सहारा देना अच्छा रहता है, ताकि वे सीधे बढ़ें। रोपण के 7-10 दिन बाद जड़ें जमने लगती हैं। यह ढंग पेड़ को तेजी से बढ़ने में मदद करता है।

देखभाल का राज

अपने खेतों में पहले साल हर 7-10 दिन में पानी दें। गर्मी में जड़ों के पास सूखी घास डालें, ताकि नमी बनी रहे। नीम का घोल (1 किलो पत्तियाँ 10 लीटर पानी में) हर 15 दिन में छिड़कें, यह कीटों और बीमारियों से बचाता है। हमारे यहाँ दूसरे साल से प्रति पेड़ 200 ग्राम NPK (10:10:10) सालाना डालें। फल आने पर हल्की छँटाई करें, ताकि शाखाएँ फैलें और फल ज्यादा लगें। ड्रिप सिंचाई से पानी और खाद बराबर मिलती है। यह देखभाल फल को बड़ा और रसीला बनाती है।

पैदावार का हिसाब

एक एकड़ में 150-200 पेड़ से 3,000-10,000 किलो फल मिल सकता है। अपने आसपास 100-200 रुपये किलो के हिसाब से 3-20 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है। शुरूआती खर्च (पौधे, खाद, मेहनत) 25,000-40,000 रुपये पड़ता है। हमारे यहाँ फल को स्थानीय बाजार, ऑनलाइन या सूखे फल के रूप में बेच सकते हैं। यह 3-4 साल में फल देना शुरू करता है और 20-30 साल तक चलता है। यह लंबे समय का फायदेमंद रास्ता है।

परसीमन से खुशहाली

अपने इलाके में परसीमन की खेती इसलिए खास है, क्यूँकि यह कम मेहनत में बढ़िया फल देता है और सेब की जगह ले सकता है। जून-जुलाई में रोपें, तो कुछ सालों में खेत चमक उठेगा। गाँव के लोग कहते हैं कि यह फल खेत और सेहत दोनों को संवारता है। तो भाइयों, परसीमन की खेती शुरू करें, खेतों को हरा-भरा बनाएँ और मेहनत का फल ढेर सारा पाएँ। यह तरीका आपकी खेती को नई पहचान देगा!

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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