आजकल लोग न सिर्फ फूलों वाले पौधे, बल्कि सब्जियाँ भी घर में उगा रहे हैं। सेम का पौधा इसकी एक बेहतरीन मिसाल है। फरवरी-मार्च का महीना सेम लगाने के लिए सबसे सही समय होता है। अगर आपने भी बालकनी या छत पर सेम का पौधा लगाया है, तो गुड़ और पानी की खाद से इसे हरा-भरा बनाएँ और ढेर सारी फलियाँ पाएँ। चलिए जानते हैं कैसे करें यह आसान काम।
क्यों जरूरी है गुड़-पानी की खाद?
सेम के पौधे को बढ़ने के लिए नाइट्रोजन और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व चाहिए। बाजार की केमिकल खाद की जगह गुड़ और पानी से बनी प्राकृतिक खाद न सिर्फ सस्ती है, बल्कि पौधे को जल्दी बढ़ाती है। गुड़ की तासीर गर्म होती है, जो मिट्टी में बैक्टीरिया की गतिविधि बढ़ाकर पौधे की जड़ों को मजबूत करती है।
गुड़-पानी की खाद बनाने का तरीका
गुड़-पानी की खाद बनाने के लिए पुराना गुड़ लें, क्योंकि पुराना गुड़ ज्यादा फायदेमंद होता है। गुड़ को छोटे टुकड़ों में तोड़कर दो लीटर पानी में मिलाएँ। इस मिश्रण को रातभर ढककर रख दें। अगले दिन इसे कपड़े से छान लें और छने हुए पानी को सेम के पौधे की जड़ों में डालें। शुरुआत में कम मात्रा में खाद डालकर देखें कि पौधे पर कोई नकारात्मक असर तो नहीं हो रहा। ज्यादा गुड़ डालने से पत्तियाँ पीली हो सकती हैं।
सेम के पौधे की देखभाल के अन्य टिप्स
सेम के पौधे को रोजाना 5-6 घंटे धूप चाहिए। मिट्टी को हमेशा नम रखें, लेकिन ध्यान रहे कि पानी जमा न हो। पौधा बढ़ने पर बांस की लकड़ी या रस्सी से सहारा दें ताकि तना टूटे नहीं। कीटों से बचाने के लिए नीम के तेल का स्प्रे बनाकर पत्तियों पर छिड़कें।
फलियाँ तोड़ने का सही समय
सेम का पौधा लगाने के 60-70 दिन बाद फलियाँ तैयार हो जाती हैं। फलियों को नरम और हरी अवस्था में ही तोड़ें। अगर बीज निकालने हैं, तो फलियों को पकने दें।
गुड़-पानी की खाद सेम के पौधे को प्राकृतिक तरीके से पोषण देती है। इससे न सिर्फ फलियाँ ज्यादा लगेंगी, बल्कि पौधा भी हरा-भरा रहेगा। तो देर किस बात की? आज ही ट्राई करें और घर में उगाएँ ऑर्गेनिक सेम!