jasmine Cultivation Tips: अगर आप फूलों के शौकीन हैं और गर्मी में अपने बगीचे को हरा-भरा और खुशबूदार देखना चाहते हैं, तो ये खबर आपके लिए है। सर्दियों की शीतलहर में फूल सूख जाते हैं, लेकिन गर्मी तक इंतज़ार करने की बजाय अभी से तैयारी शुरू कर दें। हमारे यहाँ मोगरा का फूल सबको भाता है—सफेद, सुंदर और खुशबू से भरा। मार्च का महीना चल रहा है, और अभी मोगरा का पौधा लगाने या उसकी देखभाल का सही वक्त है, ताकि मई-जून में आपका घर इसकी महक से गमक उठे। तो चलिए, अपनी सहज भाषा में जानते हैं कि मोगरा को कैसे तैयार करें और ढेर सारे फूल कैसे पाएँ।
मोगरा का पौधा: घर की शान
मोगरा का फूल न सिर्फ घर की खूबसूरती बढ़ाता है, बल्कि अपनी सुगंध से मन को ताज़ा कर देता है। सर्दियों में ये मुरझा जाता है, लेकिन गर्मी इसके फूलों का मौसम है। अगर आपके गमले में मोगरा है और फूल नहीं आ रहे, तो चिंता न करें। कुछ आसान उपाय हैं, जो मार्च में करने से मई-जून तक डालियाँ फूलों से लद जाएँगी। हमारे यहाँ लोग इसे गमलों में लगाते हैं, ताकि आँगन, छत या दरवाज़े की शोभा बढ़े। बस थोड़ी मेहनत चाहिए, और मोगरा आपकी मेहनत का फल ढेर सारी खुशबू से देगा।
कटाई-छंटाई से शुरू करें
मोगरा की अच्छी ग्रोथ के लिए मार्च में कटाई-छंटाई जरूरी है। पुरानी शाखाएँ और सूखी पत्तियाँ पौधे से हटा दें। कटाई करते वक्त ध्यान रखें कि मुख्य तना न कटे, वरना पौधा कमजोर हो सकता है। कटी शाखाओं पर हल्दी का लेप लगा दें ये देसी नुस्खा फंगस से बचाता है। हमारे यहाँ हल्दी को दवा माना जाता है, और ये पौधे को तंदुरुस्त रखती है। कटाई के बाद पौधा हल्का हो जाता है, और नई शाखाएँ जल्दी निकलती हैं, जो फूलों का रास्ता बनाती हैं।
मिट्टी बदलें, ताकत दें
कटाई के बाद गमले की मिट्टी बदलना सबसे अहम है। पुरानी मिट्टी निकालकर नया मिश्रण तैयार करें। एक तिहाई गोबर की सड़ी खाद, एक तिहाई उपजाऊ मिट्टी और एक तिहाई वर्मीकम्पोस्ट मिलाएँ। अगर वर्मीकम्पोस्ट न हो तो गोबर खाद ही डालें। इसमें 150 ग्राम नीम की खली भी डाल दें ये कीटों से बचाती है और मिट्टी को पोषण देती है। इस मिश्रण को गमले में भरें और हल्का पानी डालें। हमारे यहाँ ये देसी तरीका मिट्टी को ताकतवर बनाता है, ताकि मोगरा की जड़ें मज़बूत हों और फूल ज्यादा आएँ।
कैल्शियम और पोषण का देसी जुगाड़
मोगरा में ढेर सारे फूल चाहिए तो कैल्शियम की पूर्ति करें। इसके लिए 8-10 अंडे के छिलके लें, उन्हें धोकर सुखाएँ और बारीक पीस लें। इस चूर्ण को मिट्टी में मिलाएँ। साथ में एक चम्मच हल्दी पाउडर डाल दें। अंडे के छिलके कैल्शियम देते हैं, जो फूलों को बढ़ाता है, और हल्दी फंगस से बचाती है। इसके बाद गमले में पानी डालें, ताकि पोषण जड़ों तक पहुँचे। हमारे यहाँ ये सस्ता और आसान उपाय है, जो मोगरा को फूलों से लाद देता है।
कीटों से बचाव का घरेलू नुस्खा
मोगरा को पोषण के साथ कीटों से बचाना भी जरूरी है। इसके लिए दो एलोवेरा की पत्तियाँ, 4-5 लहसुन की कलियाँ और आधा प्याज लें। इन्हें अच्छे से पीसकर 1 लीटर पानी में घोल बनाएँ। इस घोल को मोगरा पर छिड़कें। ये देसी फंगीसाइड और कीटनाशक का काम करता है। हमारे यहाँ ये नुस्खा पौधे को तंदुरुस्त रखता है और फूलों को सुरक्षित करता है। छिड़काव हफ्ते में एक बार करें, खासकर शाम को, ताकि पत्तियाँ जलें नहीं।
इन उपायों से मई-जून तक मोगरा के गमले फूलों से भर जाएँगे। एक गमले से 50-100 फूल आसानी से मिल सकते हैं। ये न सिर्फ घर को महकाएँगे, बल्कि पूजा और सजावट में भी काम आएँगे। लागत बस 100-200 रुपये की है खाद, नीम और घरेलू चीज़ों का खर्च। हमारे यहाँ मोगरा की खुशबू हर मेहनत को भुला देती है। तो भाइयों, मार्च में मोगरा की तैयारी करें, गर्मी में फूलों की बहार लाएँ और घर को सुगंध से भर दें। मेहनत रंग लाएगी!
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