जूलियट टमाटर की खेती, कम खर्च में ज़बरदस्त मुनाफ़ा पाने का आसान तरीका

टमाटर की खेती हमेशा से किसानों की कमाई का बड़ा साधन रही है। अगर बात जूलियट टमाटर की हो, तो यह किस्म किसानों के लिए खास बन जाती है। यह हाइब्रिड किस्म छोटे, चमकदार और अंगूर जैसे फल देती है, जो सलाद, चटनी और सॉस के लिए बाज़ार में खूब पसंद की जाती है। मेरे गाँव के एक किसान, हरि भाई, ने पिछले साल जूलियट टमाटर की खेती शुरू की और बताया कि इसके फल लंबे समय तक ताजे रहते हैं, जिससे बाज़ार में अच्छा दाम मिलता है। आइए, जानते हैं कि जूलियट की खेती कैसे करें और इसके बीज कहाँ से खरीदें।

खेत को करें तैयार, मौसम को समझें

इस टमाटर की खेती के लिए दोमट या रेतीली मिट्टी सबसे अच्छी होती है। मेरे गाँव के एक कृषि विशेषज्ञ ने बताया कि मिट्टी का पीएच 6 से 7.5 के बीच होना चाहिए, ताकि पौधों को पूरा पोषण मिले। अगर खेत की मिट्टी भारी है, तो उसमें 5-7 टन गोबर की खाद डालें। मेरे एक पड़ोसी ने अपने खेत में गोबर की खाद मिलाकर जूलियट की फसल उगाई और उसे शानदार नतीजे मिले। यह किस्म गर्म और मध्यम ठंडे मौसम में अच्छी तरह बढ़ती है। 20-25 डिग्री तापमान इसके लिए सबसे सही है। गर्मियों में जुलाई-अगस्त और सर्दियों में अक्टूबर-नवंबर में बुवाई करें, ताकि फसल समय पर तैयार हो जाए।

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बीज चुनें, नर्सरी बनाएं

जूलियट टमाटर की खेती (Juliet Tomato Farming) में अच्छे बीज बहुत जरूरी हैं। बुवाई से पहले बीज को 2 ग्राम केप्टान या थायरम से उपचारित करें, ताकि फंगस का खतरा न रहे। नर्सरी के लिए 1 मीटर चौड़ी और 10-15 सेंटीमीटर ऊँची क्यारी बनाएं। उसमें गोबर की खाद और कोकोपीट मिलाएं। बीज को 2-3 सेंटीमीटर गहराई में बोएं और हल्का पानी दें। 4-6 हफ्तों में पौधे खेत में रोपने के लिए तैयार हो जाते हैं।

एक हेक्टेयर के लिए 250-300 ग्राम बीज काफी हैं। जूलियट के बीज नजदीकी कृषि सेवा केंद्र, पंजीकृत बीज की दुकानों, या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Amazon.in (UGAOO या GODSOWNCOUNTRYIN जैसे ब्रांड्स) से खरीदे जा सकते हैं। मेरे गाँव के एक भाई ने Amazon से बीज मंगवाए और उसकी फसल बहुत अच्छी आई।

खेती के आसान देसी नुस्खे

जूलियट टमाटर की खेती शुरू करने से पहले खेत को अच्छे से तैयार करें। खेत को 2-3 बार जोतें और 5-10 टन गोबर की खाद मिलाएं। ड्रिप इरिगेशन का इस्तेमाल कीजिए, जिससे पानी की बचत होगी और पौधों को सही पोषण मिलेगा। पौधों को 1×1 फीट की दूरी पर लगाएं और बांस या तार से सहारा दें, ताकि फल जमीन से न छूएं। मेरे चाचा ने अपने खेत में बांस की स्टेकिंग की और बताया कि इससे फल तोड़ना आसान हो गया। फूल आने पर नीम की पत्तियों का रस छिड़कें, ताकि कीटों से बचाव हो।

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फसल को रोगों से बचाएं

इस टमाटर की फसल को झुलसा रोग और मोज़ेक वायरस से खतरा हो सकता है। अगर पौधों में कीट दिखें, तो नीम का तेल या लहसुन-मिर्च का मिश्रण पानी में मिलाकर छिड़कें। मेरे एक दोस्त ने अपने जूलियट टमाटर के खेत में नीम का रस इस्तेमाल किया और कीटों से काफी राहत पाई। खेत में पानी का जमाव न होने दें, वरना जड़ें सड़ सकती हैं। अगर फल फटने की समस्या हो, तो 0.3% बोरेक्स का छिड़काव करें। ये देसी तरीके सस्ते हैं और फसल को सुरक्षित रखते हैं।

जूलियट से मोटी कमाई

जूलियट टमाटर की खेती कम खर्च में बड़ा मुनाफा देती है। एक हेक्टेयर में जूलियट की खेती से 800-1200 क्विंटल तक फसल मिल सकती है। बाज़ार में इसके छोटे, चमकदार फल 40-50 रुपये प्रति किलो तक बिकते हैं। अगर सही समय पर तुड़ाई और बिक्री करें, तो अच्छी कमाई हो सकती है। ये फल लंबे समय तक ताजे रहते हैं, जिससे दूर के बाज़ारों में भी भेजे जा सकते हैं। आप भी इस किस्म को आजमाएं और अपने खेत को कमाई का खजाना बनाएं। अपने नजदीकी कृषि केंद्र से सलाह लें और अच्छे बीज चुनें।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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