खेती में अगर सही फसल और सही समय का ध्यान रखा जाए, तो कम मेहनत में भी अच्छी कमाई हो सकती है। खासकर ऐसी सब्जियां, जो जल्दी तैयार हो जाएं और बाजार में हमेशा मांग में रहें, किसानों के लिए वरदान हैं। 2025 में अगर आप कम लागत में ज्यादा मुनाफा चाहते हैं, तो कुछ चुनिंदा सब्जियां आपके लिए सही विकल्प हो सकती हैं। ये सब्जियां न सिर्फ जल्दी उगती हैं, बल्कि इनकी देखभाल भी आसान है और बाजार में इनका दाम अच्छा मिलता है। आइए जानते हैं ऐसी पांच सब्जियों के बारे में, जो छोटे और बड़े किसानों के लिए मुनाफे का रास्ता खोल सकती हैं।
तोरई (Ridge Gourd)

तोरई एक ऐसी सब्जी है, जो गर्मी और बरसात दोनों मौसम में आसानी से उग जाती है। ये फसल मात्र 40 से 45 दिन में तैयार होकर तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है। बाजार में तोरई की मांग सालभर बनी रहती है, चाहे घरेलू रसोई हो या होटल। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसे उगाने में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ती, और देखभाल भी बहुत आसान है।
एक एकड़ खेत से औसतन 80 से 100 क्विंटल तोरई का उत्पादन लिया जा सकता है। कम लागत और जल्दी तैयार होने की वजह से ये छोटे किसानों के लिए भी फायदेमंद है। अगर सही समय पर तुड़ाई और बिक्री की जाए, तो तोरई अच्छा मुनाफा दे सकती है।
हरा प्याज (Green Onion)

हरा प्याज एक ऐसी फसल है, जो रबी और खरीफ दोनों मौसम में उगाई जा सकती है। ये 45 से 50 दिन में तैयार हो जाता है और बाजार में इसका भाव 20 से 40 रुपये प्रति किलो तक मिलता है। इसकी खेती छोटे किसानों के लिए खास तौर पर फायदेमंद है, क्योंकि इसे कम जमीन में भी उगाया जा सकता है। चाहे गांव की मंडी हो या शहर का बाजार, हरा प्याज हर जगह खूब बिकता है। इसकी देखभाल में ज्यादा मेहनत नहीं लगती, और ये फसल कीटों से भी कम प्रभावित होती है। छोटी जोत वाले किसान इसे लगाकर थोड़े समय में ही अपनी जेब भर सकते हैं।
बैंगन (Brinjal)

बैंगन एक ऐसी सब्जी है, जो हर मौसम में बाजार में बिकती है। ये फसल 55 से 60 दिन में तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है, और एक बार लगाने के बाद तीन से चार महीने तक लगातार उत्पादन देती है। बैंगन की कई किस्में उपलब्ध हैं, जैसे लंबा, गोल या छोटा बैंगन, जो अलग-अलग बाजारों में पसंद किए जाते हैं। इसकी मांग घरों से लेकर होटलों और ढाबों तक रहती है। बैंगन की खेती में लागत कम आती है, और अगर सही देखभाल की जाए, तो एक एकड़ से भारी मुनाफा कमाया जा सकता है। ये फसल उन किसानों के लिए सही है, जो लंबे समय तक कमाई का जरिया चाहते हैं।
हरी मिर्च (Green Chilli)

हरी मिर्च हर भारतीय रसोई की जान है, और इसकी मांग पूरे साल बनी रहती है। ये फसल 60 दिन के अंदर तुड़ाई शुरू कर देती है, और एक बार पौधा तैयार होने के बाद पांच से छह महीने तक मिर्च देता रहता है। हरी मिर्च की खेती में खास बात ये है कि इसे बार-बार बोने की जरूरत नहीं पड़ती। एक बार सही तरीके से लगाने पर ये लंबे समय तक मुनाफा देती है। बाजार में इसका दाम मौसम के हिसाब से बदलता है, लेकिन आम तौर पर अच्छा भाव मिलता है। चाहे स्थानीय मंडी हो या बड़े शहर, हरी मिर्च हर जगह खूब बिकती है।
धनिया पत्ता (Coriander Leaf)

धनिया पत्ता एक ऐसी फसल है, जो सबसे कम समय में तैयार होती है। ये मात्र 30 से 35 दिन में उगकर बिक्री के लिए तैयार हो जाता है। धनिया की खेती में न तो ज्यादा जगह चाहिए और न ही ज्यादा मेहनत। ये हर मौसम में उगाया जा सकता है, और इसकी मांग बाजार, होटल, शादी समारोह और ढाबों में हमेशा रहती है।
छोटे किसान इसे अपने खेत के कोने में या गमलों में भी उगा सकते हैं। धनिया की ताजी पत्तियां बाजार में अच्छा दाम लाती हैं, और अगर सही समय पर कटाई की जाए, तो एक ही मौसम में दो-तीन बार फसल ली जा सकती है। ये फसल तेजी से बढ़ती है और मुनाफा भी उतनी ही तेजी से देती है।
खेती को बनाएं मुनाफे का धंधा
अगर आप खेती से जल्दी और अच्छी कमाई करना चाहते हैं, तो तोरई, हरा प्याज, बैंगन, हरी मिर्च और धनिया पत्ता जैसी सब्जियां आपके लिए सबसे सही विकल्प हैं। ये फसलें कम समय में तैयार होती हैं, इनकी देखभाल आसान है और बाजार में इनकी मांग कभी कम नहीं होती। चाहे आप छोटे किसान हों या बड़े, इन सब्जियों की खेती बिना ज्यादा जोखिम के आपको मोटा मुनाफा दे सकती है। सही प्लानिंग, थोड़ी मेहनत और देसी उपायों के साथ आप अपने खेत को कमाई का खजाना बना सकते हैं।
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