प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-किसान) योजना के तहत देशभर के करोड़ों किसानों को हर साल 6,000 रुपये की आर्थिक मदद मिलती है। ये राशि 2,000 रुपये की तीन किस्तों में उनके बैंक खातों में सीधे जमा होती है। अब तक 19 किस्तें जारी हो चुकी हैं, और किसानों को 20वीं किस्त का इंतज़ार है। पिछली किस्त 24 फरवरी 2025 को बिहार के भागलपुर में जारी हुई थी, जिसमें 9.8 करोड़ किसानों को 22,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा की मदद मिली।
अब सवाल ये है कि 20वीं किस्त कब आएगी? क्या इस हफ्ते यानी जून 2025 के आखिरी दिनों में ये राशि किसानों के खातों में आएगी? आइए, इसकी पूरी जानकारी लेते हैं और जानते हैं कि किसानों को इस किस्त का लाभ पाने के लिए क्या-क्या करना ज़रूरी है।
20वीं किस्त: जून के अंत में उम्मीद
PM-किसान योजना की किस्तें हर चार महीने के अंतराल पर जारी होती हैं। 19वीं किस्त फरवरी 2025 में आई थी, और इसके हिसाब से 20वीं किस्त जून 2025 में आने की संभावना है। कुछ न्यूज़ रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये किस्त जून के आखिरी हफ्ते, यानी 25 से 30 जून के बीच, या जुलाई की शुरुआत में जारी हो सकती है। हालांकि, सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं की है। PM-किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर भी अभी 19वीं किस्त की ही जानकारी अपडेट है। इसलिए किसानों को सलाह है कि वे इस वेबसाइट पर नियमित रूप से नज़र रखें। अगर जून में किस्त नहीं आई, तो जुलाई के पहले हफ्ते तक इंतज़ार करना पड़ सकता है।
e-KYC: किस्त पाने की पहली शर्त
20वीं किस्त का लाभ लेने के लिए e-KYC करवाना हर किसान के लिए अनिवार्य है। बिना e-KYC के आपकी किस्त रुक सकती है। इसे पूरा करने के लिए आप नज़दीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जा सकते हैं, जहाँ बायोमेट्रिक के ज़रिए e-KYC हो जाता है। अगर आप ऑनलाइन करना चाहते हैं, तो PM-किसान की वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएँ। वहाँ ‘Farmers Corner’ में e-KYC का ऑप्शन चुनें, आधार नंबर और रजिस्टर मोबाइल नंबर डालें, फिर OTP के ज़रिए प्रक्रिया पूरी करें। मई 2025 में सरकार ने e-KYC के लिए विशेष अभियान चलाया था, और अब बिना इसके किस्त मिलना मुश्किल है। अगर आपने अभी तक ये काम नहीं किया, तो तुरंत कर लें।
भू-सत्यापन: ज़मीन का रिकॉर्ड दुरुस्त करें
PM-किसान योजना का लाभ सिर्फ़ उन किसानों को मिलता है, जिनकी खेती योग्य ज़मीन का रिकॉर्ड सही हो। इसके लिए भू-सत्यापन करवाना ज़रूरी है। अगर आपकी ज़मीन के दस्तावेज़ पुराने हैं या उनमें कोई गड़बड़ी है, तो आपकी किस्त अटक सकती है। भू-सत्यापन के लिए अपने स्थानीय तहसील या कृषि कार्यालय में संपर्क करें। कई राज्यों, जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, और मध्य प्रदेश, में भू-सत्यापन के लिए विशेष कैंप लगाए गए हैं। आप PM-किसान पोर्टल पर अपनी ज़मीन की डिटेल्स भी अपडेट कर सकते हैं। बिना भू-सत्यापन के 20वीं किस्त का लाभ मिलना मुश्किल हो सकता है, इसलिए इसे जल्द पूरा करें।
अपनी स्थिति चेक करें ताकि किस्त न अटके
किसानों को सलाह है कि वे अपनी लाभार्थी स्थिति (Beneficiary Status) चेक करें, ताकि ये सुनिश्चित हो कि उनका नाम PM-किसान की लिस्ट में है। इसके लिए आप pmkisan.gov.in पर जाएँ और इन स्टेप्स को फॉलो करें:
होमपेज पर ‘Farmers Corner’ में ‘Know Your Status’ पर क्लिक करें।
अपना आधार नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर, या मोबाइल नंबर डालें।
कैप्चा और OTP डालकर अपनी स्थिति देखें।
अगर आपका रजिस्ट्रेशन नंबर भूल गए हैं, तो ‘Know Your Registration Number’ ऑप्शन पर क्लिक करके आधार और मोबाइल नंबर की मदद से इसे पता कर सकते हैं। ये चेक करने से आपको पता चल जाएगा कि आपकी e-KYC और भू-सत्यापन की प्रक्रिया पूरी है या नहीं। अगर कोई कमी हो, तो स्थानीय कृषि कार्यालय या PM-किसान हेल्पलाइन (011-24300606 या 155261) पर संपर्क करें।
PM-किसान: किसानों का सबसे बड़ा सहारा
PM-किसान योजना 2019 में शुरू हुई थी और अब ये दुनिया की सबसे बड़ी प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) योजना बन चुकी है। इस योजना के तहत छोटे और सीमांत किसानों को हर साल 6,000 रुपये तीन किस्तों (अप्रैल-जुलाई, अगस्त-नवंबर, दिसंबर-मार्च) में मिलते हैं। ये राशि बीज, खाद, या खेती के छोटे-मोटे खर्चों में मदद करती है। लेकिन कुछ लोग इस योजना के पात्र नहीं हैं, जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, या बड़े ज़मींदार। अगर आपने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं किया है, तो pmkisan.gov.in पर ‘New Farmer Registration’ ऑप्शन के ज़रिए आवेदन करें। इसके लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, और ज़मीन के दस्तावेज़ ज़रूरी हैं।
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