मध्य प्रदेश के किसान भाइयों के लिए खुशखबरी है! मंडला के हलधर महोत्सव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बड़ा ऐलान किया है। इस साल से कोदो और कुटकी जैसी पौष्टिक फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदा जाएगा। मंडला, डिंडोरी, और बालाघाट जैसे आदिवासी इलाकों में कोदो-कुटकी की खेती करने वाले किसानों को अब बाजार की उतार-चढ़ाव की चिंता नहीं सताएगी। CM ने कहा कि ये फसलें न सिर्फ देश में, बल्कि विदेशों में भी बिकेंगी। साथ ही, धान उगाने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर 4000 रुपये का बोनस भी मिलेगा।
कोदो-कुटकी की MSP पर खरीद
मंडला में भगवान बलराम जयंती पर आयोजित हलधर महोत्सव में CM मोहन यादव ने कोदो और कुटकी की खरीद को MSP पर शुरू करने का ऐलान किया। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी, और अब ये फसलें 4290 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जाएँगी। कोदो और कुटकी मध्य प्रदेश के आदिवासी किसानों की पारंपरिक फसलें हैं, जो सूखे में भी अच्छी पैदावार देती हैं और पोषण से भरपूर होती हैं। पहले इन फसलों को MSP का लाभ नहीं मिलता था, लेकिन अब यह योजना हजारों किसानों की जेब भरेगी और ‘श्री अन्न’ पहल को बढ़ावा देगी। CM ने बताया कि यह कदम आदिवासी खेती को मजबूत करेगा और इन फसलों को वैश्विक बाजार तक ले जाएगा।
1671 करोड़ का तोहफा
हलधर महोत्सव में CM मोहन यादव ने सिर्फ कोदो-कुटकी की खरीद का ऐलान ही नहीं किया, बल्कि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की दूसरी किस्त भी जारी की। इस बार 82 लाख से ज्यादा किसानों के खातों में सिंगल क्लिक से 1671 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। मंडला जिले में ही 226.12 करोड़ रुपये की लागत से 24 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन हुआ। CM ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार किसानों, युवाओं, महिलाओं, और गरीबों के लिए दिन-रात काम कर रही है। यह पैसा किसानों की मेहनत का सम्मान है और उनकी आर्थिक ताकत बढ़ाएगा।
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किसान और जवान देश के दो रक्षक
CM मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि खेतों में अन्न उगाने वाला किसान और सीमा पर देश की रक्षा करने वाला जवान, दोनों बराबर हैं। उन्होंने कहा कि खेती सिर्फ कमाई का जरिया नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और सम्मान का प्रतीक है। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर साल 6000 रुपये मिलते हैं, और मध्य प्रदेश सरकार भी इसमें तीन किस्तों में 6000 रुपये जोड़ रही है। यानी कुल 12,000 रुपये सालाना सीधे किसानों के खाते में। CM ने कहा कि यह देश में पहली बार है जब किसानों को इतनी बड़ी मदद सीधे दी जा रही है।
कामधेनु योजना
CM ने भगवान बलराम और श्रीकृष्ण को सनातन संस्कृति का आधार बताते हुए पशुपालन और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने बताया कि गौमाता प्राकृतिक खेती की रीढ़ है। इसीलिए मध्य प्रदेश सरकार ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर कामधेनु योजना शुरू की है, जिसमें 25 गाय पालने के लिए 42 लाख रुपये का लोन दिया जाता है। यह योजना न सिर्फ पशुपालन को बढ़ावा देगी, बल्कि जैविक खेती को भी मजबूत करेगी। CM ने कहा कि गाय और किसान एक-दूसरे के पूरक हैं, और इस योजना से गाँव की अर्थव्यवस्था चमकेगी।
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