किसान भाइयों, लहसुन की कटाई के बाद अगर सही भंडारण न करें, तो मेहनत से उगाई फसल खराब हो सकती है, और मुनाफा हाथ से निकल सकता है, लेकिन सही तरीके से स्टोर करें, तो लहसुन सालभर ताजा रहेगा, और बाजार में ऊँचे दाम पर बिकेगा, अप्रैल-मई में कटाई के बाद ये मसाला हर घर की जरूरत बनता है, जिसकी कीमत 50-150 रुपये प्रति किलो तक रहती है, सही भंडारण नमी, कीट, सड़न से बचाता है, और आपकी मेहनत को बेकार नहीं जाने देता, ये आसान टिप्स फसल को सुरक्षित रखते हैं, और कमाई को बढ़ाते हैं, तो तैयार हो जाइए, लहसुन को सालभर ताजा रखने का तरीका जानें।
कटाई के बाद पहला कदम, सुखाना जरूरी
लहसुन की कटाई के बाद इसे तुरंत स्टोर न करें, पहले अच्छे से सुखाना जरूरी है, कटाई मार्च-अप्रैल में करें, जब पत्तियाँ पीली पड़ने लगें, लहसुन को जड़ सहित उखाड़ें, फिर 7-10 दिन तक छाया में सुखाएँ, धूप में न रखें, वरना अंदर की नमी बाहर नहीं निकलेगी, और सड़न शुरू हो सकती है, सुखाते वक्त लहसुन को गुच्छों में बाँधें, या जाल पर फैलाएँ, ताकि हवा अच्छे से पास हो, पत्तियाँ, जड़ें सूख जाएँ, तो बाहरी छिलका हल्का साफ करें, सही सुखाई लहसुन को लंबे समय तक खराब होने से बचाती है, और स्टोरेज के लिए तैयार करती है।
भंडारण का सही स्थान, नमी से बचाव
लहसुन को स्टोर करने के लिए सूखा, हवादार स्थान चुनें, नमी इसकी सबसे बड़ी दुश्मन है, जो सड़न, फफूंद बढ़ाती है, कमरा ठंडा (10-15 डिग्री), सूखा हो, और हवा का बहाव अच्छा हो, इसे जमीन से 1-2 फीट ऊँचाई पर रखें, लकड़ी के तख्ते, बांस की टोकरी या जालीदार बोरी इस्तेमाल करें, ताकि हवा हर तरफ से पास हो, सीधी धूप, गर्मी से बचाएँ, वरना लहसुन अंकुरित हो सकता है, गाँव में इसे छत के नीचे, गोदाम में रख सकते हैं, सही जगह चुनने से लहसुन सालभर ताजा रहता है, और उसकी क्वालिटी बरकरार रहती है।
पैकिंग का तरीका, ताजगी का राज
लहसुन को स्टोर करने से पहले सही पैकिंग जरूरी है, सूखने के बाद इसे जूट की बोरियों, जालीदार थैलों में भरें, प्लास्टिक की थैलियों से बचें, क्योंकि ये नमी रोकती हैं, और सड़न बढ़ाती हैं, लहसुन को छोटे-छोटे गुच्छों में बाँधकर लटकाएँ, या बोरियों में ढीला रखें, ताकि हवा पास हो सके, हर बोरी में 10-15 किलो से ज्यादा न भरें, वजन ज्यादा होने से नीचे का लहसुन दब सकता है, और खराब हो सकता है, पैकिंग के दौरान टूटे, सड़े लहसुन को अलग करें, ये तरीका लहसुन को सालभर सुरक्षित रखता है, और बाजार में बिक्री के लिए तैयार रखता है।
देखभाल और जाँच, नुकसान से बचें
भंडारण के बाद लहसुन की नियमित जाँच करें, हर 15-20 दिन में बोरियों को खोलकर देखें, अगर कोई लहसुन सड़ा, अंकुरित दिखे, तो उसे तुरंत हटाएँ, वरना बाकी फसल भी खराब हो सकती है, गोदाम में नमी बढ़े, तो पंखे चलाएँ, या नीम की सूखी पत्तियाँ बोरियों में डालें, ये कीटों, फफूंद से बचाती हैं, चूहों से बचाने के लिए जाल लगाएँ, या गोदाम को साफ रखें, तापमान 20 डिग्री से ऊपर न जाए, वरना लहसुन सूख सकता है, सही देखभाल से फसल सालभर ताजी रहती है, और मुनाफा कमाने का मौका नहीं छूटता।
मुनाफा बढ़ाएँ, सालभर बिक्री का प्लान
सही भंडारण से लहसुन सालभर बिक्री के लिए तैयार रहता है, जब बाजार में दाम कम हों (कटाई के समय 50-70 रुपये किलो), तो स्टोर करें, और सर्दियों में जब कीमत 100-150 रुपये किलो तक पहुँचे, तो बेचें, एक एकड़ से 20-25 क्विंटल लहसुन मिलता है, जिससे 1-3 लाख रुपये तक कमाई हो सकती है, लोकल मार्केट, मंडी, या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचें, ताजा लहसुन का दावा करें, तो ग्राहक खुद आएंगे, लागत कम रखें, सही समय पर बेचें, ये प्लान आपकी मेहनत को दोगुना फायदा देगा, और लहसुन सालभर खराब नहीं होगा।
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