Lakpati Didi Yojana: साथियों, आज हम बात करेंगे एक ऐसी पहल की, जो देश की ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है। हाल ही में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गुजरात के जूनागढ़ में भारतीय मूंगफली अनुसंधान संस्थान का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संस्थान के कार्यों की बारीकी से समीक्षा की और किसानों व स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की दीदियों से गर्मजोशी से संवाद किया।
रक्षाबंधन के पावन अवसर पर उन्होंने लखपति दीदियों को बधाई दी और कहा कि इन बहनों को लखपति बनाना सरकार का दृढ़ संकल्प है। आइए, जानते हैं कि इस यात्रा ने ग्रामीण महिलाओं के लिए क्या नई राहें खोलीं और किसानों के लिए क्या संदेश दिया।
जूनागढ़ में ऐतिहासिक मुलाकात
शिवराज सिंह चौहान का जूनागढ़ दौरा खेती और ग्रामीण विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम रहा। उन्होंने भारतीय मूंगफली अनुसंधान संस्थान के कामकाज को परखा और किसानों से उनकी चुनौतियों व उपलब्धियों पर चर्चा की। साथ ही, स्वयं सहायता समूहों की दीदियों के साथ बातचीत में उन्होंने उनकी मेहनत और योगदान की सराहना की। इस मौके पर उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत 10 लाख से अधिक आय अर्जित करने वाली 50 लखपति दीदियों की प्रेरणादायक कहानियों का संकलन और संस्थान का वार्षिक प्रतिवेदन 2024 भी जारी किया। यह कदम ग्रामीण महिलाओं की सफलता को राष्ट्रीय मंच पर लाने का प्रयास है।
ये भी पढ़ें – बंगाल में आलू किसानों को भारी नुकसान, कीमतों में तेज गिरावट से लागत निकालना भी मुश्किल
लखपति दीदियों का लक्ष्य
शिवराज सिंह ने बताया कि अब तक देश में 1.5 करोड़ महिलाएं लखपति दीदियों के रूप में उभरी हैं, जो सालाना 1 लाख रुपये से अधिक कमाती हैं। उन्होंने घोषणा की कि 15 अगस्त 2025 तक इस संख्या को 2 करोड़ तक पहुँचाने का लक्ष्य है। इतना ही नहीं, 10 लाख रुपये से अधिक आय वाली मिलेनियर दीदियों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। यह आंकड़ा ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक शक्ति और आत्मविश्वास को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ये दीदियाँ लैंगिक समानता को बढ़ावा दे रही हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव की नई इबारत लिख रही हैं, जो एक बड़े परिवर्तन का संकेत है।
महिलाओं के लिए प्रेरणा का संदेश
शिवराज सिंह ने जोर देकर कहा कि अगर ग्रामीण महिलाओं को सही कौशल प्रशिक्षण, बैंक से समय पर ऋण, और जरूरी सुविधाएँ मिलें, तो वे चमत्कार कर सकती हैं। उन्होंने लखपति दीदियों की तारीफ करते हुए कहा कि ये महिलाएँ स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने में ऐतिहासिक भूमिका निभा रही हैं। हौसला बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, “आप हिम्मत के साथ आगे बढ़ें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपके साथ हैं और हरसंभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध हैं।” यह संदेश ग्रामीण महिलाओं में आत्मविश्वास और प्रेरणा का संचार करता है।
ये भी पढ़ें – अब ट्रैक्टर खरीदना होगा सस्ता! सरकार घटा सकती है GST, किसानों को मिलेगा सीधा फायदा
उद्योग में महिलाओं की भागीदारी
महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम के रूप में उद्योग क्षेत्र में उनकी भूमिका बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है। शिवराज सिंह ने कहा कि महिलाओं का परिश्रम ही विकसित भारत का आधार बनेगा। यह पहल ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं को नई संभावनाएँ प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि देश की महिलाएँ आर्थिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें, और इस दिशा में सरकार ठोस कदम उठा रही है।
किसानों और दीदियों के लिए प्रेरणा
इस दौरे ने न केवल लखपति दीदियों को प्रोत्साहित किया, बल्कि किसानों के लिए भी एक नई प्रेरणा दी। मूंगफली अनुसंधान संस्थान की गतिविधियों की समीक्षा से खेती में आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर जोर मिला है। शिवराज सिंह का किसानों के साथ सीधा संवाद उनके मुद्दों जैसे बाजार की कीमतें, सिंचाई, और बीज गुणवत्ता को हल करने की दिशा में एक मजबूत संकेत है। दीदियों की सफलता की कहानियाँ बताती हैं कि मेहनत और सही मार्गदर्शन से हर सपना साकार हो सकता है
साथियों, लखपति दीदियों की यह यात्रा हमें सिखाती है कि मेहनत और सरकार की मदद से हर महिला अपनी जिंदगी बदल सकती है। शिवराज सिंह का यह संकल्प न केवल महिलाओं, बल्कि पूरे ग्रामीण समुदाय के लिए एक नई उमंग लेकर आया है।
ये भी पढ़ें – बिना जुताई की खेती, जानिए कैसे बढ़ती है मिट्टी की ताकत और मुनाफा