Lal Kela ki Kheti Kaise Karen: किसान भाइयों, केला तो हम सबकी थाली का पुराना मेहमान है, लेकिन अब बिहार और भोजपुर के खेतों में लाल केला छा रहा है। ये लाल केला न सिर्फ स्वाद में मीठा और सेहत के लिए भरा-पूरा है, बल्कि किसानों की जेब भी भर रहा है। सामान्य पीले केले से दोगुना दाम और जल्दी फसल देने वाला ये केला बिहार के किसानों के लिए सोने का अंडा दे रहा है। बाजार में इसकी कीमत 50 से 100 रुपये प्रति किलो तक जाती है, और विदेशों में भी इसकी डिमांड बढ़ रही है। आइये जानते हैं कि लाल केले की खेती कैसे शुरू करें और इससे लाखों की कमाई कैसे करें।
लाल केला (Red Banana) सेहत का खजाना
लाल केला देखने में जितना सुंदर है, उतना ही गुणकारी भी। इसमें ढेर सारे पोषक तत्व जैसे पोटैशियम, विटामिन सी और फाइबर होते हैं, जो सेहत के लिए वरदान हैं। सामान्य पीले केले के मुकाबले लाल केले का स्वाद ज्यादा मीठा और फल ज्यादा रसीले होते हैं। इसका तना लाल रंग का और पेड़ लंबा होता है। हर गुच्छे में 80-100 केले निकलते हैं, और एक गुच्छे का वजन 13-18 किलो तक होता है। बिहार, भोजपुर और महाराष्ट्र जैसे इलाकों में इसकी खेती जोरों पर है, क्योंकि ये शुष्क जलवायु में भी लहलहाता है। बाजार में इसका दाम 200 रुपये प्रति दर्जन तक मिलता है, यानी एक केला 16 रुपये का!
लाल केले की खेती कब और कैसे शुरू करें
लाल केले की खेती शुरू करना कोई बड़ी बात नहीं। इसकी रोपाई जून के महीने से शुरू हो जाती है। पौधों को लगाने के 12 महीने बाद फूल आने लगते हैं, और 15 महीने में फल कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं। खास बात ये है कि एक बार पौधे लगाने के बाद आप लगातार तीन बार फसल ले सकते हैं। खेती का तरीका सामान्य केले जैसा ही है, लेकिन मुनाफा कई गुना ज्यादा। अगर आप बिहार में हैं, तो अपने नजदीकी कृषि केंद्र या नर्सरी से लाल केले की उन्नत किस्मों (जैसे रेड बनाना) के पौधे ले लें। रोपाई से पहले पूरी जानकारी जुटाएं, ताकि नुकसान का खतरा न रहे।
खेत की तैयारी और मिट्टी का देसी जुगाड़
लाल केले की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी है, क्योंकि ये नमी को अच्छे से थामती है। अगर आपके खेत नदी, तालाब या झील के किनारे हैं, तो ये जगह और भी मुफीद है। खेत की गहरी जुताई करें और 200-250 क्विंटल सड़ी गोबर की खाद डालें। नीम की खली और जैविक खाद मिलाने से जड़ों को ताकत मिलती है। ध्यान रखें कि खेत में जलभराव न हो, क्योंकि ज्यादा पानी जड़ों को गला सकता है। हर 4-5 दिन में हल्की सिंचाई करें, और ड्रिप इरीगेशन का इस्तेमाल हो तो और बेहतर। मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए खेत को भुरभुरा और समतल रखें।
एक एकड़ में 600 पौधे, 8 लाख का मुनाफा
लाल केले की खेती का असली खेल तो मुनाफे में है। एक एकड़ में आप 600-700 पौधे आसानी से लगा सकते हैं। मान लीजिए 500 पौधे भी सुरक्षित रहते हैं, तो हर पौधे से 5-7 गुच्छे निकलते हैं। एक गुच्छे में 100 केले होते हैं। अगर आप थोक में 5 रुपये प्रति केला भी बेचते हैं, तो एक गुच्छा 500 रुपये का बिकेगा। 500 पौधों से 2500 गुच्छे मिलेंगे, यानी 2500 x 500 = 12.50 लाख रुपये की कमाई। अब लागत और मजदूरी के 4 लाख रुपये घटा दें, तो भी आपको 8 लाख से ज्यादा का शुद्ध मुनाफा मिलेगा। नर्सरी संचालक मुन्ना बाबा जी बताते हैं कि बिहार के किसान इस खेती से लाखों कमा रहे हैं।
लाल केले की डिमांड
लाल केले की माँग न सिर्फ भारत में बढ़ रही है, बल्कि विदेशों में भी इसकी खूब पूछ है। इसका लाल-हल्का गुलाबी रंग और मीठा स्वाद इसे खास बनाता है। बिहार और भोजपुर के किसान इसे लोकल मंडियों के साथ-साथ बड़े शहरों और निर्यातकों को बेच रहे हैं। बाजार में 50-100 रुपये प्रति किलो और 200 रुपये प्रति दर्जन तक दाम मिल रहा है। अगर आप थोक में बेचते हैं, तो भी मुनाफा पक्का है। विदेशी बाजार में इसकी डिमांड बढ़ने से बिहार के किसान अब इसे बड़े पैमाने पर उगा रहे हैं।
लाल केले की खेती किसानों के लिए सलाह
लाल केले की खेती शुरू करने से पहले कुछ देसी नुस्खे आजमा लें। पौधों की रोपाई 2-3 मीटर की दूरी पर करें, ताकि हर पौधे को पर्याप्त जगह और धूप मिले। गोबर की खाद और वर्मी कम्पोस्ट डालें, ताकि पौधे ताकतवर बनें। कीटों से बचाने के लिए नीम का तेल या लहसुन-मिर्च का घोल छिड़कें। फल मक्खी से बचने के लिए पीले चिपचिपे ट्रैप लगाएं। पौधों को हवा और धूप के लिए समय-समय पर छँटाई करें। अगर आपके पास ड्रिप इरीगेशन नहीं है, तो हल्की सिंचाई करें, लेकिन पानी ज्यादा न भरने दें।
किसान भाइयों, लाल केले की खेती आपके लिए मुनाफे का नया रास्ता खोल सकती है। बिहार और भोजपुर में ये खेती पहले से चल रही है, तो आप भी अपने नजदीकी नर्सरी या कृषि केंद्र से लाल केले के पौधे ले लें। जून में रोपाई शुरू करें और 15 महीने में फसल काटें। एक एकड़ में 600-700 पौधे लगाकर आप 8 लाख तक कमा सकते हैं। अपने खेत की मिट्टी और पानी की स्थिति देखकर खेती शुरू करें। अगर पहली बार कर रहे हैं, तो छोटे पैमाने पर आजमाएं। अपने जिले के कृषि अधिकारी से संपर्क करें, क्योंकि सरकार भी बागवानी के लिए सब्सिडी दे रही है। विदेशी बाजार की डिमांड का फायदा उठाने के लिए निर्यातकों से बात करें।
लाल केले की खेती बिहार के किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। 15 महीने में तैयार होने वाली ये फसल न सिर्फ बंपर पैदावार देती है, बल्कि बाजार में दोगुना दाम भी लाती है। 50-100 रुपये प्रति किलो और 200 रुपये प्रति दर्जन के रेट के साथ ये खेती आपको लाखों का मुनाफा दे सकती है। दोमट मिट्टी, हल्की सिंचाई और देसी नुस्खों के साथ इसे शुरू करना आसान है। तो देर किस बात की? इस मौसम में लाल केले की खेती शुरू करें, और देखें कि कैसे ये लाल सोना आपके खेतों और जेब को चमका देता है।
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