भूमिहीन कृषि श्रमिकों को अब कृषि यंत्र खरीदने पर मिलेगा ₹5000 का अनुदान

भूमिहीन कृषि श्रमिकों के लिए कृषि विभाग ने बड़ी योजना शुरू की है। इसके तहत प्रत्येक पात्र श्रमिक को कृषि यंत्र और उपकरण खरीदने के लिए अधिकतम 5,000 रुपये का अनुदान मिलेगा। जयपुर जिले में 1,652 श्रमिकों को इस योजना से जोड़कर 82 लाख 60 हजार रुपये के आधुनिक यंत्र वितरित किए जाएंगे। राजस्थान सरकार की इस पहल का लक्ष्य श्रमिकों की कार्य कुशलता बढ़ाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के तहत लागू की जा रही है।

पात्रता और चयन की प्रक्रिया

संयुक्त निदेशक कृषि महेंद्र कुमार जैन ने बताया कि यह योजना उन भूमिहीन श्रमिकों के लिए है, जिनके नाम पर कृषि योग्य जमीन नहीं है और जिनका मोबाइल नंबर व बैंक खाता जन आधार से जुड़ा है। जिले की हर ग्राम पंचायत में लक्ष्य तय कर चयन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सरपंच की अध्यक्षता में गठित कमेटी में कृषि पर्यवेक्षक सदस्य सचिव और वीडीओ व पटवारी सदस्य होंगे। चयन में महिला श्रमिकों, अनुसूचित जाति, जनजाति, बीपीएल, और अन्य वंचित वर्गों को प्राथमिकता मिलेगी। एक परिवार से केवल एक आवेदन स्वीकार होगा।

राज किसान साथी ऐप से आवेदन

पात्र श्रमिकों को राज किसान साथी मोबाइल ऐप पर जन आधार नंबर से आवेदन करना होगा। प्रशासनिक स्वीकृति के बाद लाभार्थी 45 दिनों के भीतर पंजीकृत फर्मों से यंत्र खरीद सकेंगे। सहायक कृषि अधिकारी और कृषि पर्यवेक्षक द्वारा भौतिक सत्यापन के बाद 5,000 रुपये की अनुदान राशि श्रमिक के बैंक खाते में ऑनलाइन स्थानांतरित होगी। कृषि विभाग ने आवेदन और वितरण प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं।

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इन यंत्रों पर मिलेगा अनुदान

योजना में 30 से अधिक आधुनिक कृषि यंत्र शामिल हैं, जिनमें वी शेप हेवी रेक कम बंड मेकर, 12 दांतों की रेक, उन्नत हैंड हो, ट्यूबलर मेज शेलर, 3 इंची खुरपी, हैंड कल्टीवेटर, उन्नत सरेटेड सिकल, 8 और 16 लीटर का मैनुअल नेपसेक स्प्रेयर, 2 लीटर का प्रेशर बॉटल स्प्रेयर, झाड़ी काटने की कैंची, घास काटने की मशीन, ड्रिबलर, ट्विन व्हील हो, ग्राउंड नट डिकार्टिकेटर, ग्राउंड नट स्ट्रिपर, कॉटन स्टॉल्क पुलर, सुगरकेन स्ट्रिपर, फ्रूट हार्वेस्टर, व्हील बरो, रोटरी डिबलर, कोनो विडर, कॉटन प्लकर बैटरी ऑपरेटेड, ड्रम सीडर, स्टबल कल्वटर, रोटरी मेज शेलर, और सोलर ऑपरेटेड नेपसेक स्प्रेयर शामिल हैं। ये यंत्र श्रमिकों को खेती के कार्यों में मदद करेंगे।

योजना से श्रमिकों को लाभ

यह योजना भूमिहीन कृषि श्रमिकों को आधुनिक खेती से जोड़ने और उनकी आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। गाँव के श्रमिक इन यंत्रों के उपयोग से खेती के कार्यों को तेजी और कुशलता से कर सकेंगे। कृषि विभाग ने श्रमिकों से जल्द से जल्द आवेदन करने की अपील की है, ताकि वे इस योजना का लाभ उठा सकें। नजदीकी कृषि कार्यालय से आवेदन और यंत्रों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

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  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं krishitak.com पर लेखक हूं, जहां मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाओं पर केंद्रित आर्टिकल लिखता हूं। अपनी रुचि और विशेषज्ञता के साथ, मैं पाठकों को लेटेस्ट और उपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रयास करता हूं।

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