नींबू की जड़ों में डालें पानी के साथ ये 2 सफेद चीजें, लद जायेगा फलों से पौधा

lemon Gardening Tips: क्या आपने अपने किचन गार्डन में नींबू का पौधा लगाया है, लेकिन मई की तपती गर्मी और लू की वजह से फल टूटकर गिर रहे हैं? उत्तर प्रदेश में इस वक्त सूरज आग उगल रहा है, और नींबू के पौधे को बचाना हर किसान और गार्डनर के लिए चुनौती बन गया है। लेकिन चिंता न करिए! एक ऐसा देसी नुस्खा है, जो आपके नींबू के पौधे को फलों से लबालब कर देगा। आइए, जानिए ये आसान तरीके, जो हर किसान और घर के बागवान के लिए कारगर हैं!

गर्मी में नींबू की मांग

मई का महीना आते ही नींबू की ज़रूरत हर घर में बढ़ जाती है। चाहे शिकंजी की ठंडक हो, सलाद का ज़ायका हो, या अचार का स्वाद, नींबू के बिना गर्मी अधूरी सी लगती है। यही वजह है कि गाँवों और शहरों में लोग बाज़ार से नींबू खरीदने की बजाय अपने किचन गार्डन में इसे उगाने लगे हैं। लेकिन मई की गर्मी नींबू के पौधे के लिए मुश्किल वक्त लाती है।

तेज़ धूप और गर्म हवाएँ मिट्टी को सुखा देती हैं, जिससे जड़ों तक गर्मी पहुँचती है। नतीजा, पौधे की बढ़ोतरी रुक जाती है, फूल और छोटे-छोटे फल टूटकर गिरने लगते हैं। लेकिन कुछ आसान देसी उपायों से आप अपने पौधे को बचा सकते हैं और ढेर सारे नींबू पा सकते हैं।

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सही समय पर पानी दीजिए

नींबू के पौधे को गर्मी से बचाने का पहला कदम है सही समय पर पानी देना। मई में तापमान इतना बढ़ जाता है कि मिट्टी में दरारें पड़ने लगती हैं। अगर आप दिन में पानी देते हैं, तो धूप की गर्मी से पानी गर्म होकर जड़ों को नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए हमेशा शाम के वक्त पौधे को पानी दीजिए। इस समय पानी न सिर्फ़ जड़ों तक ठंडक पहुँचाता है, बल्कि पत्तियों को भी ताज़गी देता है। पौधे की जड़ों के पास पानी डालने के साथ-साथ पत्तियों पर हल्का छिड़काव भी कर दीजिए। इससे पौधा गर्मी की मार से बचा रहेगा और फल गिरने की समस्या कम होगी।

छाछ और फिटकरी का जादुई घोल

नींबू के पौधे को फलदार और हरा-भरा रखने के लिए छाछ और फिटकरी का देसी घोल किसी रामबाण से कम नहीं। छाछ में कैल्शियम, फॉस्फोरस, और पोटैशियम जैसे ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं, जो पौधे को ताकत देते हैं। ये पौधे की जड़ों को ठंडक पहुँचाती है और गर्मी के असर को कम करती है। दूसरी ओर, फिटकरी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो पौधे को कीटों और बीमारियों से बचाते हैं।

इस घोल को बनाने के लिए 2 लीटर साफ़ पानी लीजिए। इसमें एक कप ताज़ी छाछ और एक छोटा चम्मच फिटकरी पाउडर मिलाकर अच्छे से घोल लीजिए। अब पौधे की जड़ के पास की मिट्टी को हल्का सा गुड़ाई कर लीजिए, ताकि घोल जड़ों तक अच्छे से पहुँचे। इस घोल को महीने में दो बार, खासकर शाम के वक्त, पौधे की जड़ों में डाल दीजिए।

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पौधे की देखभाल के अतिरिक्त उपाय

छाछ और फिटकरी के घोल के साथ-साथ कुछ और बातों का ध्यान रखिए। मई की गर्मी में पौधे के चारों ओर मिट्टी को ढीला रखने के लिए समय-समय पर गुड़ाई कर लीजिए। इससे जड़ों तक हवा और पानी आसानी से पहुँचता है। अगर आपका पौधा गमले में है, तो उसे ऐसी जगह रखिए जहाँ सुबह की हल्की धूप आए, लेकिन दोपहर की तेज़ धूप से बचा रहे।

पौधे के तने के पास सूखी घास या पत्तियाँ बिछा दीजिए, ताकि मिट्टी की नमी बनी रहे और गर्मी का असर कम हो। इसके अलावा, अगर पत्तियों पर धूल जम गई हो, तो शाम को हल्के पानी से पत्तियाँ साफ़ कर दीजिए। इससे पौधा ताज़ा रहेगा और फूलों से फल बनने की प्रक्रिया तेज़ होगी।

नींबू की खेती से मुनाफा

नींबू का पौधा सिर्फ़ किचन गार्डन की शोभा ही नहीं बढ़ाता, बल्कि गाँव के किसानों के लिए अच्छा मुनाफा भी दे सकता है। मई में जब नींबू की मांग चरम पर होती है, तब सही देखभाल से आप अपने पौधे से ढेर सारे फल ले सकते हैं। इन फलों को स्थानीय बाज़ार में बेचकर या शिकंजी और अचार जैसे उत्पाद बनाकर आप अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं। धर्मबीर कम्बोज जैसे किसानों की कहानियों से प्रेरणा लीजिए, जिन्होंने अपनी मेहनत से खेती को नया रंग दिया। छाछ और फिटकरी जैसे देसी नुस्खे न सिर्फ़ आपके पौधे को बचाएंगे, बल्कि आपकी मेहनत को भी चमकाएंगे।

अंत में एक सलाह

मई की गर्मी में नींबू के पौधे की देखभाल के लिए धैर्य और थोड़ी सी मेहनत चाहिए। छाछ और फिटकरी का घोल, सही समय पर पानी, और पौधे की छोटी-छोटी ज़रूरतों का ध्यान रखकर आप अपने किचन गार्डन को फलों से भर सकते हैं। ये देसी नुस्खे हमारे गाँवों में पीढ़ियों से चले आ रहे हैं, और आज भी उतने ही कारगर हैं। तो देर न करिए, आज ही अपने नींबू के पौधे की देखभाल शुरू कर दीजिए, और देखिए कैसे आपका पौधा गर्मी में भी फल देता है। आपके किचन गार्डन से ताज़ा नींबू न सिर्फ़ आपके परिवार को ताज़गी देगा, बल्कि आपकी मेहनत को भी सम्मान देगा।

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  • Shashikant

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