लीची के दाम ₹400 के पार, आम हो गए सस्ते, फल व्यापारियों की चांदी

Mango and Litchi Price: गर्मियां आते ही पटना की मंडियों में फलों की रौनक छा गई है। पारा चढ़ रहा है, और साथ ही बढ़ रही है ठंडक देने वाले फलों की माँग। तरबूज, खरबूज, और नारियल पानी गर्मी से राहत दे रहे हैं, तो शाही लीची और आम बाजार में शान बिखेर रहे हैं। इस बार फलों का राजा आम कुछ सस्ता हुआ है, लेकिन उसकी मिठास अभी पूरी नहीं आई। पटना फ्रूट एवं वेजिटेबल्स एसोसिएशन के राकेश कुमार बताते हैं, “मंडी से लेकर गली-मोहल्लों तक फलों के ठेले छाए हैं। ठंडक वाले फलों की बिक्री दोगुनी हो गई है।

आम और लीची: मंडी के बादशाह

गर्मी का मौसम यानी आम और लीची का दीवाना हर गली में मिलेगा। इस बार ओडिशा और पश्चिम बंगाल से पटना की मंडियों में आम की भारी आवक है। मालदह आम 60-80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, जो पहले 80-100 रुपये था। हिमसागर आम की कीमत 40-45 रुपये प्रति किलो है, जो पहले 60-70 रुपये थी। व्यापारी बताते हैं कि आम की कीमत में गिरावट आई है, लेकिन मिठास अभी थोड़ी कम है। दूसरी ओर, शाही लीची 400 रुपये प्रति किलो की प्रीमियम कीमत पर मंडी में छाई है। बिहार की ये लीची अपनी रसीली मिठास के लिए मशहूर है, और गर्मी में इसकी माँग कई गुना बढ़ गई है।

ये भी पढ़ें- देश में ₹10 हजार करोड़ से ज्यादा का हो गया इस सुपर फूड का बाजार, अब धान के खेतों में भी शुरू हुई इसकी खेती

ठंडक वाले फलों ने मचाई धूम

गर्मी से बचने के लिए लोग ठंडक देने वाले फलों की ओर भाग रहे हैं। तरबूज 10-11 रुपये प्रति किलो की सस्ती कीमत पर गाँव-शहर में बिक रहा है, और इसकी माँग में भारी उछाल है। खरबूज 30-35 रुपये प्रति किलो, मौसमी 35-40 रुपये, और पपीता 30-35 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। नारियल पानी, अनानास, और संतरा भी लोगों की पसंद बने हुए हैं। राकेश कुमार बताते हैं, “पिछले साल की तुलना में ठंडक वाले फलों की बिक्री 20-30% बढ़ी है। हर ठेले पर तरबूज और खरबूज की ढेर लगी है।” ये फल महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, और बिहार के स्थानीय खेतों से आ रहे हैं।

बाकी फलों का हाल और कीमतें

फलवर्तमान कीमत (₹/किलो)पहले की कीमत (₹/किलो)
सेब100-180180
अनार70-100120-180
अंगूर100-12060-70
केला20-3015-20
अमरूद30-4020-30
किवी200-250180-200

ये भी पढ़ें- 4 दिन पहले केरल पहुंचेगा मानसून, खरीफ सीज़न के लिए माने जा रहे हैं शुभ संकेत

फल व्यापार में रौनक, ग्राहकों की जेब पर असर

पटना की मंडियों में फल व्यापारी खुश हैं, क्योंकि माँग बढ़ने से ठेले और दुकानें चल निकली हैं। राकेश कुमार कहते हैं, “मंडी के अलावा कॉलोनियों और गलियों में फल के ठेले गुलजार हैं। गर्मी बढ़ेगी, तो बिक्री और चमकेगी।” लेकिन शाही लीची और किवी जैसे प्रीमियम फलों की ऊँची कीमतों से ग्राहकों को जेब ढीली करनी पड़ रही है। सस्ते फल जैसे तरबूज और केला हर किसी की पहुँच में हैं, जिससे मध्यम वर्ग भी गर्मी में फल खा रहा है। गर्मी की वजह से लोग खान-पान में फल ज्यादा शामिल कर रहे हैं, और इसका असर मंडी की चमक पर साफ दिख रहा है।

आने वाले दिनों का अनुमान

जैसे-जैसे गर्मी का पारा और चढ़ेगा, फल बाजार में चहल-पहल बढ़ने की उम्मीद है। व्यापारियों का कहना है कि मई-जून में बिहार के स्थानीय आम और लीची की आवक बढ़ेगी, जिससे कीमतें और स्थिर हो सकती हैं। ठंडक देने वाले फल जैसे तरबूज और खरबूज की माँग गर्मी के पीक में और बढ़ेगी। NHB के मुताबिक, बिहार में फल उत्पादन में 10-15% की बढ़ोतरी हुई है, जो मंडियों में आपूर्ति को और बेहतर करेगा । अगर आप पटना में हैं, तो मंडी या ठेले से अपने पसंदीदा फल लेना न भूलें, क्योंकि गर्मी में ये फल सेहत और स्वाद दोनों देंगे।

ये भी पढ़ें- मार्च-अप्रैल में 3 रबी फसलों की मंडी कीमतें एमएसपी से 2-9% कम, किसानों की चिंता बढ़ी

Author

  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं krishitak.com पर लेखक हूं, जहां मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाओं पर केंद्रित आर्टिकल लिखता हूं। अपनी रुचि और विशेषज्ञता के साथ, मैं पाठकों को लेटेस्ट और उपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रयास करता हूं।

    View all posts

Leave a Comment