किसान आत्महत्या कर रहे, मंत्री जी मोबाइल पर रम्मी खेल रहे, विपक्ष ने किया महाराष्ट्र के कृषि मंत्री पर बड़ा हमला

महाराष्ट्र विधानसभा के एक सत्र के दौरान कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वे मोबाइल पर रम्मी गेम खेलते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए मंत्री की बर्खास्तगी की मांग की है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों में 750 किसानों ने आत्महत्या की, लेकिन राज्य के कृषि मंत्री गंभीर मुद्दों की बजाय मनोरंजन में व्यस्त हैं।

सुप्रिया सुले का सख्त रुख

सुप्रिया सुले ने कहा, “जब विधानसभा में बहस चल रही थी, उस समय मंत्री मोबाइल पर रम्मी खेल रहे थे। यह बेहद शर्मनाक है। उन्हें तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करते, तो मुख्यमंत्री को उन्हें पद से हटाना होगा।” उन्होंने इस घटना को किसानों के प्रति असंवेदनशीलता का प्रतीक बताया।

रोहित पवार की आलोचना

एनसीपी-एसपी नेता रोहित पवार ने भी इस वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “हर दिन करीब 8 किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन मंत्री को इन समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं। सत्ता में बैठे लोग हर कदम बीजेपी से पूछकर चलते हैं, इसलिए गंभीर मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जाता। मंत्री के पास रम्मी खेलने का वक्त है, लेकिन किसानों के लिए कुछ नहीं।”

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किसानों की मांगें अनसुनी

रोहित पवार ने सरकार से फसल बीमा, कर्ज माफी, और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) जैसे मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या ये मंत्री कभी गरीब किसानों की जमीनों पर जाएंगे? क्या उनकी दर्दभरी पुकार सुनी जाएगी?” उनकी यह टिप्पणी राज्य में किसानों की बिगड़ती स्थिति को उजागर करती है।

राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया

जब पत्रकारों ने सुप्रिया सुले से राहुल गांधी के उस बयान के बारे में पूछा, जिसमें उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र चुनाव “चुराए गए” थे, तो सुले ने कहा, “मैं संसद में उनसे मिलूंगी और कांग्रेस का इस पर क्या रुख है, इसकी जानकारी लूंगी।”

गंभीर सवाल उठ रहे

महाराष्ट्र जैसे बड़े कृषि प्रधान राज्य में अगर कृषि मंत्री ही किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज करें, तो यह चिंता का विषय है। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि किसानों का भरोसा कायम रहे और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। इस घटना ने एक बार फिर राज्य की कृषि नीति और नेतृत्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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