Mango Farming Tips: फरवरी का अंत और मार्च का पहला हफ्ता आम की बागवानी करने वाले गाँव के किसानों के लिए खास होता है। इस वक्त आम के पेड़ों पर मंजर फूलों में बदलते हैं और जल्द ही फल लगने शुरू हो जाते हैं। लेकिन कई बार बौर भरपूर आने के बाद भी धीरे-धीरे गिरने लगता है और फल नहीं बन पाता। इससे मेहनत पर पानी फिर जाता है। ऐसे में 30 पैसे का एक छोटा सा उपाय किसानों को बड़ा फायदा दे सकता है। सही समय पर सही कदम उठाएँ, तो आम के पेड़ फलों से लद जाएँगे और नुकसान से बच जाएँगे। आइए, इसे आसान भाषा में समझते हैं।
बौर को फल में बदलने का 30 पैसे वाला उपाय
जब बौर से फल बनने की प्रक्रिया शुरू हो और फल मटर के दाने जितने छोटे हों, तो पोटेशियम नाइट्रेट का छिड़काव करें। 2 ग्राम पोटेशियम नाइट्रेट को 1 लीटर पानी में घोलकर पेड़ों पर डालें। इससे फल तेजी से बढ़ते हैं और गिरते नहीं। 1 किलो पोटेशियम नाइट्रेट की कीमत 150 रुपये है, यानी 2 ग्राम का खर्च सिर्फ 30 पैसे। ये छोटा सा उपाय बौर को फल में बदलने में मदद करता है। ये सस्ता और आसान तरीका है, जिससे पेड़ लद जाएँगे।
फंगस और बौर गिरने से बचाव
बौर गिरने की सबसे बड़ी वजह फंगस होती है। पाउडर मिल्ड्यू नाम का रोग इस दौरान आम के पेड़ों पर लगता है, जो बौर को फल बनने से रोकता है। इसकी रोकथाम के लिए सल्फर डब्ल्यूजी का छिड़काव करें। 2 ग्राम सल्फर को 1 लीटर पानी में मिलाकर पेड़ों पर डालें। ये फंगस को खत्म करता है और बौर को फल में बदलने में मदद करता है। छिड़काव साफ मौसम में करें, ताकि दवा अच्छे से काम करे। ये उपाय बौर की बर्बादी रोकता है।
सही समय पर सही सिंचाई
आम के पेड़ों से अच्छी पैदावार लेने के लिए सिंचाई बहुत जरूरी है। लेकिन पानी इतना ही डालें कि मिट्टी में नमी बनी रहे। ज्यादा पानी देने से फल गिर सकते हैं और उत्पादन पर असर पड़ता है। बौर से फल बनते वक्त 10-12 दिन पर हल्की सिंचाई करें। ड्रिप सिस्टम से पानी जड़ों तक पहुँचाएँ, ताकि बर्बादी न हो। ये सावधानी बौर को फल में बदलने में बड़ी मदद करती है।
आखिरी उपाय: नैप्थलीन एसिटिक एसिड
अगर सारे उपाय करने के बाद भी फल गिर रहे हैं, तो नैप्थलीन एसिटिक एसिड (NAA) का इस्तेमाल करें। 10-20 पीपीएम की मात्रा में इसे पानी में मिलाकर छिड़काव करें। ये फल को टिकाने का अचूक उपाय है। सुबह या शाम को साफ मौसम में डालें, ताकि पेड़ इसे अच्छे से सोख लें। ये तरीका फसल को मजबूत करता है और पैदावार बढ़ाता है।
बंपर पैदावार का मौका
ये छोटे-छोटे उपाय आम के पेड़ों को फलों से लदा रखते हैं। 30 पैसे के पोटेशियम नाइट्रेट से लेकर सल्फर और सही सिंचाई तक, हर कदम फल गिरने से बचाता है। एक पेड़ से 100-150 किलो आम मिल सकते हैं और बाजार में भाव 30-50 रुपये प्रति किलो तक जाता है। इससे एक एकड़ से 50-70 हजार रुपये की कमाई हो सकती है। मार्च में ये टिप्स अपनाएँ, तो आम की मिठास बाग से बाजार तक पहुँचेगी।
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