आम के मंजर पर कीटनाशक कब और कैसे डालें? सही समय जान लें, वरना होगा नुकसान

Mango Farming Tips: आम के पेड़ पर मंजर आना एक महत्वपूर्ण चरण होता है। इस दौरान पेड़ में फल तो आते ही हैं, साथ ही मधुआ कीट और फफूंद जैसी समस्याएं भी शुरू हो जाती हैं। अगर समय रहते इन पर ध्यान न दिया जाए, तो फसल को भारी नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं कि किसान मंजर के दौरान आम के पेड़ों को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।

मंजर में कीट और फफूंद की पहचान

मंजर आने के साथ ही आम के पेड़ पर मधुआ कीट का प्रकोप शुरू हो जाता है। यह कीट मंजर को काला कर देता है और पत्तियों पर चिपचिपा पदार्थ छोड़ता है। इसी चिपचिपे पदार्थ पर फफूंद लग जाती है, जिससे पत्तियां और मंजर खराब होने लगते हैं। इसके अलावा, फलों का विकास रुक जाता है, और पैदावार घट सकती है।

कीटनाशक छिड़काव का सही समय और तरीका

कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार के अनुसार, मंजर आने के बाद दो बार कीटनाशक का छिड़काव करना जरूरी है।

पहला छिड़काव: मंजर आने के तुरंत बाद
सल्फर बेस्ड फफूंदनाशक (जैसे वेटेड सल्फर) का उपयोग करें। 3 ग्राम दवा प्रति लीटर पानी में घोल बनाएं। छिड़काव सुबह या शाम के समय करें ताकि दवा का असर बना रहे।

दूसरा छिड़काव: 15-18 दिन बाद
इस समय तक परागण की प्रक्रिया पूरी हो जाती है, और फल सरसों के दाने के बराबर हो जाते हैं। नैप्थलिक एसिटिक एसिड (NAA) या प्लानोफिक्स का छिड़काव करें। इससे फलों का झड़ना कम होगा और कीटों का प्रकोप भी नियंत्रित रहेगा।

मधुआ कीट से बचाव के विशेष टिप्स

पेड़ की पत्तियों और मंजर को हफ्ते में दो बार जांचें। नीम का तेल या गोमूत्र का छिड़काव भी कीटों को दूर रखने में मदद करता है। पेड़ के पास पीले रंग के स्टिकी ट्रैप लगाएं, जो कीटों को आकर्षित करके फंसा लेंगे।

गिरे हुए पत्तों और मंजर को इकट्ठा कर जला दें। पेड़ों की छँटाई करें ताकि हवा और धूप अंदर तक पहुँच सके। कॉपर ऑक्सीक्लोराइड (0.3%) का छिड़काव फफूंद रोकने में कारगर है।

फलों की सुरक्षा के लिए अंतिम सुझाव

दवा का असर होने तक पेड़ को पानी न दें। कीटनाशक छिड़काव के 15 दिन बाद ही फलों को तोड़ें या बाजार में बेचें। अपने क्षेत्र के कृषि अधिकारी से संपर्क करके नई दवाओं और तकनीकों की जानकारी लें।

नोट: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। कीटनाशकों का उपयोग करने से पहले दवा के पैकेट पर दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ें या कृषि विशेषज्ञ से सलाह लें।

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  • Shashikant

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