Mango Fruits Prevention Tips : गर्मी का मौसम शुरू होते ही गाँव के बागों में आम के पेड़ फलों से लदने लगते हैं, लेकिन कई बार ये फल झड़ने शुरू हो जाते हैं, और किसान भाइयों की मेहनत पर पानी फिर जाता है। अगर आप चाहते हैं कि आपके आम के पेड़ों से ढेर सारे फल मंडी तक पहुँचें, तो कुछ आसान उपायों से इसे बचा सकते हैं। हल्की सिंचाई, गोबर की खाद और सही दवाइयों का इस्तेमाल आपके लिए कमाल कर सकता है। गर्मी और कीटों से फलों को बचाने के लिए ये तरीके आजमाइए, और देखिए कैसे आपकी फसल सुरक्षित रहती है। चलिए, आपको बताते हैं कि आम के फल झड़ने से कैसे रोकें।
आम में फल कब और कैसे आते हैं
जनवरी के आखिर से आम के पेड़ों में बौर आने शुरू हो जाते हैं, और फिर फल बनने लगते हैं। लेकिन यही वो वक्त है, जब फल झड़ने की परेशानी भी शुरू होती है। रीवा के कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक टी.के. सिंह बताते हैं कि तेज गर्मी, हवा और कीटों की वजह से फल गिरने लगते हैं। ऐसे में अगर आप सही वक्त पर पेड़ों की देखभाल करें, तो फल झड़ने से बच सकते हैं। बौर आने के बाद जब छोटे-छोटे दाने बनते हैं, तब से ही खास ध्यान देना शुरू कर दीजिए।
हल्की सिंचाई और गोबर की खाद का कमाल
वैज्ञानिक कहते हैं कि आम के पेड़ों को फल झड़ने से बचाने के लिए हल्की-हल्की सिंचाई बहुत जरूरी है। इससे पेड़ की जड़ों को हर वक्त पानी मिलता रहता है, और फल मजबूत बने रहते हैं। गर्मी में जब धूप तेज हो, तो हफ्ते में दो-तीन बार पानी दीजिए। साथ ही, गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर कीजिए। ये खाद पेड़ को ताकत देती है, फलों को बढ़िया बनाती है और कीटों से भी बचाती है। गाँव में गोबर तो आसानी से मिल जाता है, बस इसे पेड़ की जड़ के पास डालकर मिट्टी से ढक दीजिए। इससे आपकी फसल दोगुनी अच्छी होगी।
कीटों से बचाव का देसी तरीका
आम के फल झड़ने की दो बड़ी वजहें हैं। एक तो प्राकृतिक, जब पेड़ पर ढेर सारे फल लग जाते हैं, तो कुछ अपने आप गिर जाते हैं। दूसरी वजह है कीटों का हमला। गुंजिया कीट, मैंगो हॉपर और दहिया कीड़ा फलों को नुकसान पहुँचाते हैं। ये कीट फलों में फंगस लगा देते हैं, जिससे वो झड़ने लगते हैं। इनसे बचने के लिए 2, 4-D (2, 4-डाइक्लोरोफेनॉक्सीएसीटिक एसिड) का छिड़काव कीजिए। इसे पानी में मिलाकर घोल बनाइए और पेड़ों पर अच्छे से छिड़क दीजिए। ये दवा बाजार में आसानी से मिल जाती है, और फल झड़ने से रोकती है।
दवाइयों का सही वक्त और इस्तेमाल
बौर आने के बाद जब फल छोटे-छोटे दाने की शक्ल में हों, तब से दवाइयों का छिड़काव शुरू कर दीजिए। 2, 4-D का घोल बनाकर पेड़ की पत्तियों और फलों पर छिड़कें। ये फलों को मजबूत करता है और कीटों को दूर रखता है। लेकिन ध्यान रखिए, दवा छिड़कने के बाद 5-7 दिन तक फल न तोड़ें, ताकि उसका असर कम हो जाए। गाँव में कई किसान इस तरीके से अपनी फसल बचा रहे हैं। इसके अलावा, अगर कीट ज्यादा दिखें, तो नीम के तेल को पानी में मिलाकर भी छिड़क सकते हैं। ये देसी नुस्खा भी बड़ा कारगर है।
खेत तैयार करने का आसान तरीका
आम के बाग को तैयार करने के लिए मिट्टी को ढीला रखिए। जड़ों के पास गोबर की खाद डालकर हल्की गुड़ाई कर दीजिए। गर्मी में तेज हवा से फल न गिरें, इसके लिए पेड़ों के आसपास हवा रोकने वाली फसल या पौधे लगा सकते हैं। हर 15-20 दिन में हल्का पानी देते रहिए, ताकि पेड़ सूखे नहीं। ये छोटे-छोटे उपाय आपकी फसल को बचा सकते हैं।
फसल से मुनाफा बढ़ाइए
अगर आप इन आसान टिप्स को अपनाएँगे, तो आपके आम के फल झड़ने से बच जाएँगे और मंडी में अच्छा दाम दिलाएँगे। गर्मियों में ताजे आम की माँग बढ़ती है, और कीटों से बची फसल देखने में भी अच्छी लगती है। गोबर की खाद और हल्की सिंचाई से खर्चा कम लगेगा, और दवाइयों से फल सुरक्षित रहेंगे। तो भाइयों, अपने बाग में ये देसी नुस्खे आजमाइए और देखिए कैसे आपकी मेहनत रंग लाती है।
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