Mango Orchard Care Summer : किसान भाइयों, गर्मी का मौसम आम के बागों के लिए इम्तिहान लेकर आता है। तेज धूप, लू, और कीटों का हमला आपके स्वादिष्ट आमों को नुकसान पहुंचा सकता है। फल मक्खी, मिली बग, और फलों का गिरना इस समय बड़ी मुसीबत बनते हैं। लेकिन सही देखभाल से आप अपने बाग को हरा-भरा और फलों से लदा रख सकते हैं। नियामतपुर कृषि विज्ञान केंद्र के उद्यान विशेषज्ञ डॉ. महेश कुमार सिंह ने गर्मी में आम की खेती के कुछ आसान और देसी नुस्खे बताए हैं। आइए, जानते हैं कि अप्रैल की तपिश में अपने बाग को कैसे चमकाएँ।
बाग में नमी, फलों की रक्षा
गर्मी की चिलचिलाती धूप में आम के पेड़ों को पानी की सख्त जरूरत होती है। डॉ. महेश कुमार सिंह सलाह देते हैं कि बाग में नमी बनाए रखने के लिए समय पर सिंचाई करें। अगर पानी की कमी हुई, तो फल गिरने की समस्या बढ़ सकती है। सुबह या शाम के ठंडे समय में पेड़ों को पानी दें, ताकि मिट्टी रातभर गीली रहे। यूपी के एक बागवान ने बताया कि उसने हफ्ते में दो बार गहरी सिंचाई शुरू की, तो उसके आम छोटे होने से बच गए। इसके अलावा, बाग की साफ-सफाई रखें। सूखे पत्ते और गंदगी हटाएँ, ताकि कीटों को छिपने की जगह न मिले। यह छोटा कदम आपके फलों को सुरक्षित रखेगा।
मिली बग से जंग
मिली बग गर्मी में आम के पेड़ों का सबसे बड़ा दुश्मन है। यह कीट पेड़ों पर चढ़कर फलों को चूसता है, जिससे वे कमजोर होकर गिरने लगते हैं। इससे पैदावार आधी रह सकती है। इससे बचने के लिए डॉ. सिंह सलाह देते हैं कि डायमेथोएट 30% ईसी या क्विनोलफॉस 20% ईसी का छिड़काव करें। प्रति लीटर पानी में इन दवाओं की दो मिलीलीटर मात्रा मिलाएँ और पेड़ों पर अच्छे से स्प्रे करें। बिहार के एक किसान ने इस तरीके से अपने बाग को मिली बग से बचाया और फसल दोगुनी हुई। छिड़काव सुबह या शाम करें, ताकि धूप से दवा का असर कम न हो। यह नुस्खा आपके बाग को तंदुरुस्त रखेगा।
फल मक्खी का काल
फल मक्खी गर्मी में आम के फलों को खोखला कर देती है। लेकिन इसका इलाज आसान है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि प्रति हेक्टेयर बाग में 15 से 20 फेरोमोन ट्रैप लगाएँ। ये ट्रैप मक्खियों को अपनी ओर खींचकर फँसा लेते हैं, जिससे आपके फल सुरक्षित रहते हैं। हरियाणा के एक बागवान ने फेरोमोन ट्रैप लगाकर अपनी दशहरी आम की फसल को बचा लिया। ये ट्रैप लगाना आसान है और बाजार में सस्ते दामों पर मिलते हैं। अपने नजदीकी कृषि केंद्र से इन्हें खरीदें और बाग में सही दूरी पर टाँग दें। यह तकनीक आपकी मेहनत को बर्बाद नहीं होने देगी।
फलों का वजन
गर्मी की लू और तेज तापमान की वजह से आम के फल छोटे रह जाते हैं या गिरने लगते हैं। इसे रोकने के लिए नमी के साथ-साथ सही खुराक जरूरी है। बाजार में ‘प्लानोफिक्स’ नाम का ग्रोथ रेगुलेटर आसानी से मिलता है। इसकी एक मिलीलीटर मात्रा को चार लीटर पानी में घोलकर पेड़ों पर छिड़काव करें। यह फलों को मोटा और भारी बनाता है, साथ ही गिरने से रोकता है। यूपी के एक किसान ने प्लानोफिक्स का इस्तेमाल किया, तो उसके लंगड़ा आम का वजन बढ़ा और मंडी में दाम डेढ़ गुना मिला। यह छोटा सा निवेश आपके बाग को मुनाफे की मशीन बनाएगा।
बाग की सेहत
किसान भाइयों, गर्मी में आम के बाग को बचाना मुश्किल नहीं। समय पर सिंचाई, बाग की साफ-सफाई, मिली बग और फल मक्खी से बचाव, और ग्रोथ रेगुलेटर का इस्तेमाल आपके फलों को चमकदार और भारी बनाएगा। ये नुस्खे न सिर्फ पैदावार बढ़ाते हैं, बल्कि मंडी में अच्छा दाम भी दिलाते हैं। अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र से सलाह लें और इन तरीकों को आजमाएँ। जब आपके बाग में दशहरी, लंगड़ा, और चौसा आम लदेंगे, तो मेहनत का असली मज़ा आएगा।
ये भी पढ़ें- यूपी में अब आम की बैगिंग पर मिलेगी 25% सब्सिडी, जानिए कैसे करें ऑनलाइन आवेदन
2 thoughts on “आम के पेड़ों पर बस 2 बूंद ये दवा छिड़कें, फल होंगे दोगुने बड़े! किसान भी रह गए हैरान”