बिहार और उत्तर प्रदेश, दो बड़े कृषि आधारित राज्यों के बीच सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। शुक्रवार को पटना के कृषि भवन में बिहार के उपमुख्यमंत्री और कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के साथ गहन विचार-विमर्श किया। इस बैठक में दोनों राज्यों ने कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों, अनुसंधान और सफल मॉडलों के आदान-प्रदान पर सहमति जताई। यह मुलाकात बिहार और उत्तर प्रदेश के किसानों की उत्पादकता और आय बढ़ाने की दिशा में एक नई शुरुआत मानी जा रही है। बैठक में दोनों राज्यों के बीच तकनीकी साझेदारी और अनुभवों के आदान-प्रदान पर विशेष जोर दिया गया, ताकि कृषि क्षेत्र में साझा प्रगति हासिल की जा सके।
बिहार के कृषि रोड मैप की चर्चा
बैठक के दौरान बिहार के कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने सूर्य प्रताप शाही को बिहार के कृषि रोड मैप की एक प्रति भेंट की। उन्होंने इस रोड मैप के तहत चल रही योजनाओं, अब तक की उपलब्धियों और भविष्य की कार्ययोजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। बिहार का कृषि रोड मैप 2007 से लागू है और इसके तहत जलवायु अनुकूल खेती, उन्नत बीज, ड्रोन तकनीक और प्राकृतिक खेती जैसी पहल शामिल हैं। सूर्य प्रताप शाही ने इन नवाचारों की सराहना की और कहा कि उत्तर प्रदेश भी ऐसे मॉडलों से प्रेरणा ले सकता है। बिहार के इस रोड मैप को अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में देखा जा रहा है, जो किसानों की आय दोगुनी करने के केंद्र सरकार के लक्ष्य को साकार करने में मदद कर सकता है।
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दोनों राज्यों की समान चुनौतियां
विजय सिन्हा ने बैठक में कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश की कृषि पृष्ठभूमि और चुनौतियां काफी हद तक समान हैं। दोनों राज्यों में छोटे और सीमांत किसान बड़ी संख्या में हैं, जो जलवायु परिवर्तन, बाढ़ और सूखे जैसी समस्याओं से जूझते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि तकनीकी साझेदारी और आपसी सहयोग से इन चुनौतियों का सामना किया जा सकता है। सूर्य प्रताप शाही ने उत्तर प्रदेश में चल रहे ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025’ के बारे में बताया, जिसके तहत 75 जिलों में 8.39 लाख किसानों को प्रशिक्षण और बीज किट वितरण का काम हो चुका है। दोनों मंत्रियों ने ड्रोन तकनीक, प्राकृतिक खेती और मृदा स्वास्थ्य सुधार जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
औपचारिक स्वागत और सहयोग की संभावनाएं
बैठक की शुरुआत में सूर्य प्रताप शाही ने विजय सिन्हा को पुष्पगुच्छ और शाल भेंटकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने अपने-अपने राज्यों में कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचारों और तकनीकी प्रगति पर खुलकर चर्चा की। उत्तर प्रदेश में ANNAM.AI और SVPUAT मेरठ द्वारा शुरू किए गए एग्रीटेक इनोवेशन हब की तारीफ करते हुए सिन्हा ने बिहार में भी ऐसे हब स्थापित करने की संभावनाओं पर विचार व्यक्त किया। दोनों राज्यों के अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए और किसानों के हित में नई तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया। इस मुलाकात ने दोनों राज्यों के बीच एक मजबूत साझेदारी की नींव रखी है।
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