खाली पड़े खेतों को बनाइए सोने की खान, करें इस चीज की खेती, सिर्फ 45 दिन में लाखों की कमाई

Melon Farming : मार्च से अप्रैल तक गाँव के किसान भाइयों के खेत गेहूं और आलू की फसल कटने के बाद खाली पड़ जाते हैं। ऐसे में खरबूजे की बुवाई करके कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। ये फसल सिर्फ 45 दिन में तैयार हो जाती है, यानी मेहनत का फल जल्दी हाथ में आता है। खरबूजा उगाने से न सिर्फ खेत का सही इस्तेमाल होता है, बल्कि कुछ ही महीनों में जेब भी भर सकती है। तो चलिए, जानते हैं कि खरबूजे की खेती कैसे करें और इसका फायदा कैसे उठाएँ।

खेत में बुवाई का आसान तरीका

खरबूजे की खेती के लिए खेत को पहले तैयार करना पड़ता है। मिट्टी को हल से जोत लें और भुरभुरा बना दें। फिर 5-6 फीट की दूरी पर नाली जैसी क्यारियाँ बनाएँ। इन क्यारियों में बीज को 1.5 सेमी गहराई पर बो दें। बेड विधि से बुवाई करें, ताकि पौधे अच्छे से बढ़ें और देखभाल में आसानी हो। मार्च में बीज बोने के बाद 35-45 दिन में फल आने शुरू हो जाते हैं। पहले फूल खिलते हैं, फिर खरबूजे बनने लगते हैं। जब ये पक जाएँ, तो काटकर मंडी में बेच दें। इस तरीके से खेती बड़ी आसान और फायदेमंद है।

कम पानी, ज्यादा फायदा

खरबूजे की फसल का बड़ा फायदा ये है कि इसे ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ती। अपने हिसाब से हल्की-हल्की सिंचाई करें, ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे। गर्मियों में सुबह या शाम को पानी देना ठीक रहता है। खेत में खरपतवार निकल आएँ, तो उन्हें साफ कर दें, वरना पौधों की ग्रोथ रुक सकती है। गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट डालें, जिससे मिट्टी की ताकत बढ़े और फल अच्छे आएँ। ये छोटे-छोटे काम फसल को दमदार बना देते हैं।

मंडी में अच्छा दाम, लाखों की कमाई

खरबूजा तैयार होने पर मंडी में इसके दाम बढ़िया मिलते हैं। सीजन में ये 2500 से 3000 रुपये प्रति क्विंटल तक बिकता है। अगर सही ढंग से खेती करें, तो एक छोटे खेत से भी लाखों की पैदावार हो सकती है। गर्मियों में लोग खरबूजे को खूब पसंद करते हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ जाती है। किसान भाई इसे बेचकर अपनी मेहनत का पूरा फल पा सकते हैं। ये फसल न सिर्फ सस्ती है, बल्कि जल्दी तैयार होने से अगली फसल के लिए भी खेत खाली हो जाता है।

खरबूजे की खेती का सही समय

मार्च से अप्रैल खरबूजे की बुवाई के लिए सबसे सही वक्त है। इस समय मौसम गर्म होने लगता है, जो खरबूजे के पौधों को ब18 के लिए बढ़िया रहता है। गेहूं और आलू कटने के बाद खेत खाली रहते हैं, तो उसका फायदा उठाएँ। बीज सस्ते में मिलते हैं और थोड़ी मेहनत से बंपर फसल तैयार हो जाती है। गाँव के किसानों के लिए ये बढ़िया मौका है अपनी कमाई बढ़ाने का।

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  • Shashikant

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