मेंथा आयल की खेती कर, कमाए प्रति एकड़ लाखों रूपये का बम्पर मुनाफा

Mentha Oil Kheti: किसान भाई अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए परंपरागत खेती के साथ-साथ मेंथा ऑयल (पिपरमेंट ऑयल) की खेती भी कर सकते हैं। उत्तर भारत में मेंथा की खेती काफी लोकप्रिय हो चुकी है, क्योंकि इसके तेल की भारी मांग है। यह तेल कई उद्योगों में काम आता है, जैसे औषधीय उत्पाद, सौंदर्य प्रसाधन और खाद्य पदार्थ। इस लेख में आपको मेंथा की खेती के सभी पहलुओं की पूरी जानकारी मिलेगी।

मेंथा (Mentha Oil Kheti) क्या है?

मेंथा एक प्रकार का पुदीना है, जिससे तेल निकाला जाता है। इसका पौधा 3-4 फीट तक ऊंचा होता है। इसे काटकर भट्टियों में उबालने के बाद इसका तेल निकाला जाता है। यह तेल ठंडी तासीर का होता है और उष्णकटिबंधीय देशों में ज्यादा इस्तेमाल होता है। मेंथा की खेती 15 जनवरी से 15 फरवरी के बीच की जाती है।

मेंथा की सबसे बढ़िया किस्म

सिम उन्नति नाम की मेंथा की प्रजाति को सबसे अच्छा माना जाता है। यह फसल 100 से 110 दिनों में तैयार हो जाती है। इस किस्म से प्रति हेक्टेयर 180-190 किलोग्राम तेल मिलता है। इसमें 5% मेंथॉल और 1% से ज्यादा सुगंधित तेल पाया जाता है। अन्य किस्मों के मुकाबले यह 15-20% ज्यादा उत्पादन देती है। एक हेक्टेयर की फसल से किसान ₹1 लाख से ₹1.5 लाख तक की कमाई कर सकते हैं।

मेंथा के लिए मिट्टी

मेंथा की खेती के लिए हल्की दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। अन्य प्रकार की मिट्टी में भी इसे उगाया जा सकता है। खेत की 2-3 बार जुताई कर मिट्टी को भुरभुरा बना लेना चाहिए और पाटा चला देना चाहिए, ताकि मिट्टी समतल हो जाए।

मेंथा की रोपाई

मेंथा की खेती बीजों से भी की जा सकती है, लेकिन रोपाई से ज्यादा उत्पादन होता है। एक एकड़ खेत में पौधों को काटकर चारा मशीन से छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटा जाता है। फिर खेत में पानी भरकर इसे धान की तरह छींटा जाता है। यह तरीका काफी आसान और असरदार होता है।

खाद और सिंचाई

मेंथा की खेती में खाद का सही उपयोग जरूरी है। डीएपी, पोटाश, नाइट्रोजन और गोबर की खाद डालने से पौधों को जरूरी पोषण मिलता है। खेत में नमी बनाए रखना भी जरूरी है, लेकिन जड़ों में पानी जमा नहीं होना चाहिए। फसल को समय-समय पर सिंचाई करते रहना चाहिए, ताकि नमी बरकरार रहे।

मेंथा का उत्पादन और कमाई

मेंथा की फसल से प्रति एकड़ 180-190 किलोग्राम तक तेल निकल सकता है। इस तेल को बाजार में ₹1,000 प्रति लीटर तक बेचा जा सकता है। अगर सही समय पर तेल बेचा जाए तो एक एकड़ की फसल से किसान ₹1,80,000 तक कमा सकते हैं।

आज मेंथा ऑयल की मांग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में खूब है। यह तेल सौंदर्य प्रसाधन, दवाइयां और खाद्य उत्पाद बनाने में इस्तेमाल होता है। बाजार में मेंथा ऑयल की कीमतें समय-समय पर बदलती रहती हैं। इसलिए किसान भाइयों को मंडी के भाव देखकर इसे बेचना चाहिए।

Menta Oil Kheti: मेंथा ऑयल की खेती परंपरागत खेती के मुकाबले ज्यादा मुनाफा देने वाली साबित हो सकती है। सही जानकारी और मेहनत के साथ किसान इस फसल से अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। अगर आप खेती में कुछ नया और लाभदायक करना चाहते हैं, तो मेंथा ऑयल की खेती जरूर अपनाएं। इससे आपकी आमदनी बढ़ेगी और बाजार में आपका एक अलग नाम होगा।

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  • Shashikant

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