Moong Farming Tips : किसान भाइयों, मूंग की खेती दलहनी फसलों में सोना उगाने जैसी है, लेकिन फूल गिरने की समस्या अक्सर मुनाफे पर पानी फेर देती है। गर्मी और खरीफ में उगने वाली मूंग के नाज़ुक फूल झड़ जाएँ, तो पैदावार 30-50 प्रतिशत तक घट सकती है। मगर चिंता की बात नहीं देसी नुस्खे और वैज्ञानिक तरीकों से इस नुकसान को रोका जा सकता है। बंपर मूंग की फसल के लिए फूल गिरने के कारण और उनके समाधान समझिए, ताकि आपके खेत लहलहाएँ।
फूल गिरने के पीछे की वजह
मूंग के फूलों का झड़ना कई कारणों से होता है। गर्मी में जब तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाता है या लू चलती है, तो फूल नाज़ुक होने की वजह से टिक नहीं पाते। फूल आने के समय खेत में पानी की कमी या ज़्यादा नमी भी फूलों को गिरा देती है। खेत में अगर नाइट्रोजन ज़्यादा और पोटाश कम हो, तो पौधा फूल तो देता है, लेकिन फल नहीं बनता। कीट जैसे थ्रिप्स और सफेद मक्खी, या रोग जैसे पाउडरी मिल्ड्यू, फूलों को खा जाते हैं। गलत या खराब बीज और जलवायु के हिसाब से गलत किस्म चुनना भी पैदावार को चोट पहुँचाता है। इन कारणों को समझकर सही कदम उठाना ज़रूरी है।
देसी नुस्खे
फूल गिरने से बचाने के लिए देसी और वैज्ञानिक तरीके कमाल करते हैं। फूल आने के समय खेत में हल्की सिंचाई करें, ताकि नमी सही रहे। ज़्यादा या कम पानी फूलों को नुकसान पहुँचाता है। देसी गाय की छाछ को 10 लीटर पानी में मिलाकर पत्तों और फूलों पर छिड़कें। यह नुस्खा पौधे की ताकत बढ़ाता है और रोगों से बचाता है। नीम का काढ़ा या नीम तेल का छिड़काव कीटों को भगाता है। थ्रिप्स और सफेद मक्खी जैसे दुश्मनों से फूलों को बचाने के लिए यह देसी तरीका मंडी में फसल की चमक बढ़ाता है। ये नुस्खे सस्ते और असरदार हैं, जो हर किसान आसानी से आज़मा सकता है।
वैज्ञानिक तरीके
वैज्ञानिक उपाय फूल गिरने को जड़ से रोकते हैं। पोटाश की कमी को दूर करने के लिए 1 प्रतिशत पोटेशियम नाइट्रेट का छिड़काव करें। इससे फूल टिकते हैं और दाने मोटे बनते हैं। बोरॉन की 0.1 प्रतिशत घोल का स्प्रे फूलों को मज़बूत करता है और फल बनने की रफ्तार बढ़ाता है। सही किस्म का चुनाव भी ज़रूरी है। SML 668, मेहा, और IPM 02-03 जैसी किस्में गर्मी और कीटों के खिलाफ मज़बूत हैं। खेत को खरपतवार से मुक्त रखें और हर 3-4 दिन में पौधों की जाँच करें। यह मेहनत 50 प्रतिशत तक नुकसान बचा सकती है। वैज्ञानिक तरीके आपके खेत को मुनाफे की मशीन बनाएँगे।
खेत की तैयारी
मूंग की खेती में फूल गिरने से बचने के लिए खेत को सही तैयार करना ज़रूरी है। बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करें और 5-7 टन सड़ी गोबर खाद डालें। डीएपी और पोटाश की संतुलित मात्रा मिट्टी को ताकत देती है। हाइब्रिड बीज चुनें और बुवाई 45×15 सेंटीमीटर की दूरी पर करें। फूल आने से पहले खरपतवार साफ करें और ड्रिप सिंचाई का इंतज़ाम करें। खेत की नियमित निगरानी करें, ताकि कीट और रोगों का पता तुरंत चले। यह तैयारी आपकी फसल को बंपर बनाएगी।
मंडी में चमक, जेब में पैसा
मूंग की खेती में फूल गिरने की समस्या आम है, लेकिन सही उपाय इसे मुनाफे में बदल सकते हैं। देसी नुस्खे जैसे छाछ और नीम तेल, और वैज्ञानिक तरीके जैसे पोटाश-बोरॉन का छिड़काव, फसल को बचा लेते हैं। एक हेक्टेयर में 10-12 क्विंटल मूंग आसानी से मिल सकता है, जो मंडी में 7,000-8,000 रुपये प्रति क्विंटल बिकता है। जैविक और वैज्ञानिक तरीकों का मेल करें, तो पैदावार दोगुनी हो सकती है। जब आपकी मूंग मंडी में चमकेगी और खाते में पैसा आएगा, तो मेहनत का असली मज़ा आएगा।
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