पशुपालक भाइयों, आपके पशु ही आपके खेत और घर की शान हैं। मुर्रा भैंस को “काला सोना” कहा जाता है, क्यूंकि ये दूध की मशीन है और हर पशुपालक का सपना है। मगर बाजार में ठगी का डर रहता है-कोई मिलावटी नस्ल थमा दे, तो मेहनत और पैसा दोनों बर्बाद। असली मुर्रा को पहचानने का सबसे आसान तरीका है उसकी सींग। गाँव में पुराने लोग कहते हैं, “सींग देख लो, मुर्रा की सच्चाई सामने आ जाएगी।” आइए, समझें कि मुर्रा भैंस को उसकी सींग से कैसे परखें।
मुर्रा भैंस का परिचय
मुर्रा भैंस हरियाणा की शान है और दूध देने में नंबर वन। ये दिन में 15-25 लीटर दूध दे सकती है, और इसका दूध मोटा और मलाईदार होता है। बाजार में इसकी कीमत 80,000 से 1.5 लाख रुपये तक जाती है। मगर शुद्ध नस्ल को पहचानना जरूरी है, वरना पैसा डूब सकता है। सींग के साथ-साथ इसका शरीर, थन, और पूँछ भी मदद करते हैं, लेकिन सींग सबसे बड़ा निशान है।
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सींग से पहचान का देसी तरीका
मुर्रा भैंस की सींग छोटी और खास होती है। ये जलेबी या अंगूठी की तरह गोल-मुड़ी हुई दिखती है। गाँव में लोग कहते हैं कि “मुर्रा की सींग सिर से चिपकी और टाइट होती है।” इसकी लंबाई 10-15 सेमी से ज्यादा नहीं होती, और ये सिर के पास से शुरू होकर अंदर की तरफ मुड़ती है। अगर आप हाथ लगाएँ, तो सींग पतली, चिकनी, और मजबूत लगेगी। दूसरी भैंसों की सींग लंबी, मोटी, या बाहर की तरफ फैली होती हैं, मगर मुर्रा की सींग सटी हुई और छोटी रहती है। इसे देखते ही समझ आ जाता है कि ये शुद्ध मुर्रा है या नहीं।
सींग के अलावा मुर्रा की कुछ और निशानियाँ हैं। इसका शरीर जेट काला होता है, और सिर, पूँछ, या पैरों पर हल्के सुनहरे बाल दिख सकते हैं। पूँछ लंबी और पतली होती है, जो घुटनों तक लटकती है। सिर छोटा और पतला होता है, और थन भारी, लंबा, और दूध से भरा दिखता है। मगर सींग ही पहला इम्तिहान है। अगर सींग बड़ी, सीधी, या ढीली लगे, तो शक करें। शुद्ध मुर्रा की सींग कभी बाहर नहीं फैलती।
खरीदते वक्त सींग की जाँच
बाजार में मुर्रा खरीदने जाएँ, तो सींग को अच्छे से परखें। सामने से देखें कि क्या ये जलेबी की तरह मुड़ी है। बगल से देखें कि क्या ये सिर से चिपकी हुई है। हाथ से छूकर चिकनाई और मजबूती चेक करें। अगर सींग लंबी या टेढ़ी दिखे, तो समझ लें कि ये मिलावटी नस्ल हो सकती है। गाँव के बुजुर्ग पशुपालक कहते हैं कि “सींग छोटी और गोल हो, तो मुर्रा पक्की।” इसके साथ दूध देने की क्षमता भी देखें—शुद्ध मुर्रा का थन भारी और नसें साफ दिखती हैं।
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ठगी से बचने के टिप्स
बाजार में कुछ लोग मुर्रा के नाम पर दूसरी नस्लें बेचते हैं। सींग के अलावा इन बातों का ध्यान रखें। मुर्रा की चाल भारी और शांत होती है। इसकी आँखें बड़ी और चमकदार होती हैं। पूँछ को हिलाएँ, अगर नीचे तक लहराए, तो नस्ल अच्छी है। थन को हल्का दबाएँ—अगर दूध की धार मोटी निकले, तो पक्की मुर्रा। सींग पर शक हो, तो पशु चिकित्सक से सर्टिफिकेट माँगें। गाँव में पुराने अनुभवी लोग भी बता सकते हैं।
फायदे और देखभाल
शुद्ध मुर्रा भैंस से सालाना 2-3 लाख रुपये की कमाई हो सकती है। ये 3000-5000 लीटर दूध साल में देती है, जो 50-70 रुपये लीटर बिकता है। इसके लिए हरा चारा, जैसे बरसीम और ज्वार, और 2-3 किलो दाना रोज दें। सींग की सही पहचान से आपकी मेहनत रंग लाएगी। सींग देखते वक्त भैंस को परेशान न करें, वरना गुस्सा हो सकती है। सिर्फ सींग पर भरोसा न करें—शरीर और दूध भी चेक करें। सस्ते के चक्कर में न पड़ें, क्यूंकि असली मुर्रा सस्ती नहीं मिलती।
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