Weather: उत्तर और मध्य भारत में सर्द हवाओं ने तापमान को लुढ़का दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2-5 डिग्री नीचे पहुँच चुका है। अगले 48 घंटों में मध्य और पश्चिमी भारत में 2-3 डिग्री की और गिरावट दर्ज हो सकती है, जबकि पूर्वी हिस्सों में 3-4 डिग्री तक कम होगा। यह बदलाव राजस्थान पर मजबूत एंटीसाइक्लोन के कारण हो रहा है, जो ठंडी हवाओं को तेज कर रहा है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में एकल अंकों का तापमान नजर आ सकता है।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 6-7 दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन मैदानी इलाकों में ठंड का असर बढ़ेगा। शुक्रवार को पूर्वी मध्य प्रदेश के कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.1 से 5.0 डिग्री नीचे रहा। पूर्वी राजस्थान में भी 1.6 से 3.0 डिग्री की कमी देखी गई। उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्र पंतनगर में सबसे कम 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में 9.2 डिग्री का न्यूनतम तापमान पहली बार 10 डिग्री से नीचे आया। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में पहली बार इस सीजन में 0 डिग्री सेल्सियस छुआ।
हिंदी पट्टी के राज्यों में शुष्क मौसम, बारिश की कोई गुंजाइश नहीं
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के मुताबिक, आने वाले सप्ताह में बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे अधिकांश हिंदी भाषी राज्यों में मौसम पूरी तरह शुष्क रहेगा। बारिश की कोई संभावना नहीं है। यह स्थिरता ठंड को और गहरा करने वाली है, खासकर इंडो-गंगा मैदानों में सुबह-शाम की ठंडी हवाएँ बढ़ेंगी। दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उत्तरी महाराष्ट्र में हल्की बूँदाबाँदी संभव है, लेकिन यह सामान्य से कम ही होगी।
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IMD की 7 नवंबर 2025 की प्रेस रिलीज में बताया गया कि राजस्थान, पंजाब, जम्मू, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में रात का तापमान 10 डिग्री से कम हो चुका है। हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान के कई भागों, उत्तरी मध्य प्रदेश और उत्तरी महाराष्ट्र में यह सामान्य से 2-5 डिग्री नीचे है। यह गिरावट पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से आई है, जो पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी ला रहा है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में 4-5 नवंबर को बर्फबारी हुई, जिससे मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएँ तेज हो गईं।
कोहरे ने बढ़ाई मुश्किलें, दृश्यता पर असर
ठंड के साथ कोहरा भी सक्रिय हो गया है। शुक्रवार शाम को पश्चिमी मध्य प्रदेश, असम और मेघालय के अलग-अलग स्थानों पर हल्का कोहरा छाया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दृश्यता प्रभावित हुई। दिल्ली-एनसीआर, नोएडा-गाजियाबाद और हरियाणा में शाम को ठंडी हवाओं के साथ कोहरे की शुरुआत हुई। स्काइमेट वेदर के 6 नवंबर 2025 के पूर्वानुमान के अनुसार, यह कोहरा अगले कुछ दिनों में और फैलेगा, जिससे सुबह की दृश्यता 500 मीटर से नीचे रह सकती है।
कुल मिलाकर, यह मौसम परिवर्तन सर्दी की शुरुआत का संकेत दे रहा है। किसान भाई फसल संरक्षण के लिए सावधानी बरतें, क्योंकि शुष्कता और ठंड से रबी बुवाई प्रभावित हो सकती है। IMD की वेबसाइट पर शहरवार अपडेट चेक करें।
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