प्याज की इस नई किस्म से 85 दिन में मिलेगी 300-325 क्विंटल/हेक्टेयर पैदावार, किसानों को मिलेगा तगड़ा मुनाफा

Onion Advance Line-883 Variety: किसान भाइयों, प्याज की खेती अब पहले से ज्यादा फायदेमंद होने वाली है। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान यानी NHRDF ने एक नई प्याज की किस्म Advance Line-883 पेश की है, जो खरीफ और शुरुआती खरीफ सीजन के लिए बनी है। ये किस्म सिर्फ 85 से 90 दिन में पककर तैयार हो जाती है। अगर आप बीज सीधे बोते हैं, तो 80-85 दिन में ही फसल आपके हाथ में होगी।

आम प्याज की फसलों को 110 दिन तक लगते हैं, लेकिन इस किस्म से आपका करीब एक महीना बचेगा। कम समय में फसल तैयार होने का मतलब है कम खर्च और जल्दी बाजार में बिक्री। ये किस्म आपके खेत और जेब दोनों को हरा-भरा रखेगी।

लाल चमकदार प्याज, ज्यादा मुनाफा

Onion Advance Line-883 Variety की खास बात इसका चमकदार गहरा लाल रंग और गोल आकार है। इसके प्याज 4.5 से 5.5 सेंटीमीटर के होते हैं, जो देखने में सुंदर और बाजार में बिकने के लिए एकदम सही हैं। इस किस्म की पैदावार भी कमाल की है। जहाँ आम प्याज की फसल से प्रति हेक्टेयर 250 क्विंटल तक मिलता है, वहीं ये किस्म 300 से 325 क्विंटल तक प्याज दे सकती है।

यानी आपकी पैदावार डेढ़ गुना तक बढ़ सकती है। इतना ही नहीं, इस प्याज में 12-13% घुलनशील ठोस पदार्थ, 13-14% सूखा पदार्थ, और 12 माइक्रोमोल/ग्राम पाइरुविक एसिड होता है, जो इसे स्वाद और गुणवत्ता में बेहतर बनाता है। गाँव के बाजार हो या शहर, इस प्याज की डिमांड हमेशा रहती है।

Onion Advance Line- 883 Variety

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खेती में समय और खर्च की बचत

इस नई किस्म की सबसे बड़ी ताकत है इसका कम समय में तैयार होना। 85-90 दिन में फसल पकने से पानी, खाद, और मेहनत का खर्चा कम हो जाता है। खेत जल्दी खाली होने से आप अगली फसल की बुवाई की तैयारी भी जल्द शुरू कर सकते हैं। खरीफ सीजन में बारिश का मौसम होता है, इसलिए मिट्टी में पानी की निकासी अच्छी होनी चाहिए।

Onion Advance Line-883 Variety को खेत में लगाने से पहले मिट्टी को गोबर की खाद से तैयार करें। अगर आप जून में बुवाई शुरू करते हैं, तो अगस्त के मध्य में रोपाई करके नवंबर तक फसल बाजार में ले जा सकते हैं। इस समय त्योहारों का सीजन शुरू होता है, जब प्याज की मांग बढ़ती है और दाम भी अच्छे मिलते हैं।

नर्सरी को डैम्पिंग ऑफ से बचाएँ

प्याज की नर्सरी में डैम्पिंग ऑफ रोग छोटे पौधों को जड़ से सड़ा देता है। इससे बचने के लिए खेत को पहले तैयार करें। खेत में 25 दिन तक 250 गेज की पारदर्शी पॉलिथीन बिछाकर मिट्टी को धूप से साफ करें। ये रोग के कीटाणुओं को खत्म करता है। फिर मिट्टी में ट्राइकोडर्मा वाइराइड या हार्जियानम 5 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से मिलाएँ। अगर ये न मिले, तो थिरम 5 ग्राम प्रति वर्ग मीटर डालें। बीज बोने से पहले उसे ट्राइकोडर्मा से 5 ग्राम प्रति किलो या थिरम से 2.5 ग्राम प्रति किलो की दर से उपचारित करें। ये देसी नुस्खे आपकी नर्सरी को तंदुरुस्त रखेंगे, और Onion Advance Line-883 Variety के पौधे मजबूत बढ़ेंगे।

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फोलियर रोगों से फसल की रक्षा

प्याज की फसल में पर्पल ब्लॉच, स्टेमफिलियम ब्लाइट, और कॉलेटोट्रिकम ब्लाइट जैसे रोग पत्तियों को खराब कर देते हैं। इनसे बचने के लिए सही समय पर दवा का छिड़काव करें। मैनकोजेब 0.25%, क्लोरोथालोनिल 0.2%, या प्रोपिनेब 0.2% को सैंडोविट 0.06% के साथ मिलाकर हर 10 दिन में छिड़कें। अगर पर्पल ब्लॉच या स्टेमफिलियम ब्लाइट ज्यादा हो, तो मैनकोजेब 0.25% और मोनोक्रोटोफॉस 0.05% का मिश्रण चार बार छिड़कें।

कॉलेटोट्रिकम ब्लाइट के लिए कार्बेन्डाजिम 0.1% या बेनलेट 0.1%, फिर डाइथेन Z-78 0.2% के साथ सैंडोविट 0.06% हर 10 दिन में छिड़कें। नासिक में मैनकोजेब 0.25% और मेथोमिल 0.8 ग्राम/लीटर, प्रोपिकोनाजोल 0.1% और कॉम्बोसल्फॉम 2 मिली/लीटर, या कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 0.25% और प्रोफेनोफॉस 1 मिली/लीटर हर 15 दिन में छिड़कने से रोग कम होता है और पैदावार बढ़ती है। करनाल में मैनकोजेब 0.25% और मेथोमिल 0.8 ग्राम/लीटर, ट्राइसाइक्लाजोल 0.1% और कॉम्बोसल्फॉम 2 मिली/लीटर, या हेक्साकोनाजोल 0.1% और प्रोफेनोफॉस 1 मिली/लीटर हर 15 दिन में छिड़कें। ये तरीके Advance Line-883 की फसल को रोगमुक्त रखेंगे।

बल्ब रॉट का देसी इलाज

प्याज की फसल में बल्ब रॉट रोग बल्बों को सड़ा देता है। बैक्टीरियल ब्राउन रॉट से बचने के लिए फसल कटाई से 10-15 दिन पहले स्ट्रेप्टोसाइक्लिन 0.02% (200 पीपीएम) का छिड़काव करें। बेसल रॉट और व्हाइट रॉट से बचने के लिए रोपाई से पहले मिट्टी में ट्राइकोडर्मा वाइराइड या हार्जियानम 5 किलो प्रति हेक्टेयर या स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस 5 किलो प्रति हेक्टेयर मिलाएँ। ये देसी उपाय आपके Advance Line-883 के बल्बों को सड़ने से बचाएंगे और फसल को मजबूत रखेंगे।

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थ्रिप्स को भगाएँ

थ्रिप्स प्याज की फसल का बड़ा दुश्मन है। नर्सरी में डेल्टामेथ्रिन 2.8% EC 0.095% का छिड़काव करें। मुख्य फसल में प्रोफेनोफॉस 50% EC 0.1% को हर 15 दिन में चार बार, फिप्रोनिल 5% SC 0.15% को तीन बार, या डेल्टामेथ्रिन 2.8% EC 0.095% को चार बार छिड़कें। स्पिनोसैड 45% SC 0.1% को हफ्ते में छह बार छिड़कने से भी थ्रिप्स कम होते हैं। सैंडोविट 0.06% मिलाने से दवा अच्छे से चिपकती है। करनाल में 3.6×1.8 मीटर के खेत में मक्का की बॉर्डर और बीच में एक लाइन लगाने से थ्रिप्स कम होते हैं और पैदावार बढ़ती है।

नासिक में एसिटामिप्रिड 0.01%, अल्फामेथ्रिन 0.15%, कॉम्बोसल्फॉम 0.2%, और फिप्रोनिल 0.1% का क्रमिक छिड़काव करें। करनाल में कार्बोसल्फान 0.2%, लैम्ब्डासाइहैलोथ्रिन 0.15%, एसिटामिप्रिड 0.01%, और अल्फामेथ्रिन 0.15% का छिड़काव थ्रिप्स को काबू करता है। ये तरीके Advance Line-883 की फसल को कीटों से बचाएंगे।

बीज फसल को रोग और कीटों से बचाएँ

प्याज की बीज फसल में पर्पल ब्लॉच, स्टेमफिलियम ब्लाइट, और थ्रिप्स से बचने के लिए मैनकोजेब 0.25% और मोनोक्रोटोफॉस 0.05% का छिड़काव हर 15 दिन में छह बार करें। बल्ब को कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 0.3% में डुबोएँ और रोपाई के 30 दिन बाद कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 0.3% का ड्रेंचिंग करें। इसके बाद 60 दिन पर कार्बेन्डाजिम 0.1%, 75 दिन पर प्रोपिकोनाजोल 0.1%, और 90 दिन पर मैनकोजेब 0.25% का छिड़काव करें। बीज फसल में थ्रिप्स और बोरर से बचने के लिए फूल आने से पहले डेल्टामेथ्रिन 2.8% EC 0.095% या फिप्रोनिल 5% EC 0.1% का छिड़काव करें। स्पिनोसैड 45% EC 0.1% या अजाडिरेक्टिन 1500 पीपीएम 5 मिली/लीटर भी कारगर है। मिट्टी में क्लोरोपायरीफॉस डालने से मैगॉट कीट काबू में रहता है।

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बाजार में अच्छे दाम का मौका

प्याज हर घर की रसोई का हिस्सा है, और दीपावली, शादी-ब्याह जैसे मौकों पर इसकी मांग आसमान छूती है। Onion Advance Line-883 Variety की फसल नवंबर तक तैयार हो जाती है, जब रबी सीजन का पुराना प्याज खत्म होने लगता है। इस समय बाजार में नई फसल की डिमांड बढ़ती है, और आपको अपने प्याज के अच्छे दाम मिल सकते हैं। इसका चमकदार लाल रंग और गोल आकार ग्राहकों को खूब पसंद आता है। चाहे आप इसे स्थानीय मंडी में बेचें या बड़े शहरों में भेजें, ये किस्म आपकी कमाई को बढ़ाने का शानदार मौका देती है। खेती के साथ-साथ सही समय पर बिक्री की रणनीति बनाएँ, ताकि मुनाफा और बढ़े।

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  • Shashikant

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