प्याज की फसल को थ्रिप्स कीट से बचाने के 5 देसी नुस्खे, फरवरी में ऐसे करें इस्तेमाल

फरवरी के महीने में प्याज की फसल तेजी से बढ़ती है, लेकिन इसी समय थ्रिप्स नामक कीट का प्रकोप भी बढ़ जाता है। ये कीट पत्तियों का रस चूसकर उन्हें कमजोर कर देते हैं, जिससे पैदावार घट जाती है। रासायनिक कीटनाशकों की जगह कुछ आसान देसी नुस्खे अपनाकर आप अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं।

थ्रिप्स कीट से बचाव के देसी उपाय 

नीम का छिड़काव

नीम में प्राकृतिक कीटनाशक गुण होते हैं, जो थ्रिप्स और अन्य कीटों को दूर रखते हैं। इसे तैयार करने के लिए एक लीटर पानी में सौ मिलीलीटर नीम का तेल मिलाना होता है। इस घोल को हर सात से दस दिन में फसल पर छिड़कना चाहिए। इससे फसल को थ्रिप्स और अन्य हानिकारक कीटों से सुरक्षा मिलेगी।

लहसुन और मिर्च का घोल

लहसुन और मिर्च में प्राकृतिक कीटनाशक गुण होते हैं, जो कीटों को दूर रखने में मदद करते हैं। इस घोल को बनाने के लिए पचास ग्राम लहसुन और दो से तीन हरी मिर्च को पीस लें और एक लीटर पानी में मिलाएं। इसके बाद इसे छानकर पौधों पर छिड़कें।

गोमूत्र और दही का मिश्रण

गोमूत्र में प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो फसल को रोगों से बचाते हैं। एक लीटर गोमूत्र में सौ ग्राम दही मिलाना होता है और इसे तीन से चार दिनों तक सड़ने के लिए रख देना चाहिए। इसके बाद इस मिश्रण को छिड़कने से पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और फसल स्वस्थ रहती है।

मट्ठा (छाछ) का छिड़काव

मट्ठा फंगस रोधी होता है, जो प्याज की फसल को फंगस से बचाता है। इसे तैयार करने के लिए एक लीटर मट्ठे को पांच लीटर पानी में मिलाया जाता है। इस घोल को प्याज की फसल पर छिड़कने से फंगस का प्रकोप कम होता है और फसल स्वस्थ रहती है।

गुड़ और उड़द की दाल का घोल

गुड़ और उड़द की दाल का मिश्रण मिट्टी की सेहत सुधारने और पौधों को मजबूत करने में मदद करता है। इस घोल को बनाने के लिए दो सौ ग्राम गुड़ और दो सौ ग्राम उड़द की दाल को पांच लीटर पानी में मिलाकर चौबीस घंटे तक रखा जाता है। इसके बाद इसे फसल पर छिड़कने से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और पौधे मजबूत होते हैं।

क्यों जरूरी है थ्रिप्स कीट का प्रबंधन?

थ्रिप्स कीट प्याज की पत्तियों पर चमकीली धारियां बना देते हैं और बाद में भूरे धब्बे पैदा करते हैं। इससे पौधे की वृद्धि रुक जाती है और प्याज का आकार छोटा रह जाता है। फरवरी में फसल बड़ी होने के दौरान इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए। देसी उपाय न सिर्फ सस्ते हैं, बल्कि मिट्टी और पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित हैं।

प्याज की फसल को थ्रिप्स कीट से बचाने के लिए नीम, लहसुन, गोमूत्र और छाछ जैसे देसी नुस्खे बहुत कारगर हैं। इन्हें अपनाकर आप रासायनिक कीटनाशकों पर होने वाले खर्च से बच सकते हैं और स्वस्थ फसल उगा सकते हैं। फरवरी में नियमित रूप से छिड़काव करें और अच्छी उपज पाएं।

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  • Shashikant

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