आंध्र प्रदेश के प्याज उत्पादक किसानों के लिए सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के निर्देश पर राज्य सरकार ने प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये का मुआवजा देने का फैसला लिया है। यह योजना कुल 104.57 करोड़ रुपये की है, जिससे कुरनूल और कडप्पा जिलों के हजारों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस साल प्याज की खेती में 25 फीसदी तक वृद्धि हुई थी, लेकिन बाजार मूल्य गिरने से किसानों को भारी नुकसान हुआ।
कृषि मंत्री किंजरापु अचन्नायडू ने विधानसभा में बताया कि कुरनूल जिले में 15,232 हेक्टेयर क्षेत्र पर 23,316 किसानों को 76.16 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। कडप्पा में 5,681 हेक्टेयर में 6,400 किसानों को 28.41 करोड़ रुपये मिलेंगे। कुल मिलाकर 20,913 हेक्टेयर क्षेत्र के करीब 30,000 किसानों को यह राहत पहुँचेगी। राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा की जाएगी। मंत्री ने कहा कि सरकार ने बाजार हस्तक्षेप के तहत कुरनूल से 18 करोड़ रुपये का प्याज खरीदा, जिसमें से 10 करोड़ रुपये पहले ही किसानों को दे दिए गए हैं।
सरकार ने प्याज की खरीद मूल्य को भी बढ़ाया है। पहले 770 रुपये प्रति क्विंटल था, अब 1,200 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीद हो रही है। मार्केट फेडरेशन और सिविल सप्लाई विभाग मिलकर यह काम कर रहे हैं। मंत्री ने बताया कि 2020 में पिछली सरकार ने सिर्फ 970 टन प्याज खरीदा था, जबकि अब खरीद को कई गुना बढ़ाया गया है। यह कदम किसानों को निजी व्यापारियों से बचाने के लिए उठाया गया है।
नासिक में बारिश से प्याज कीमतों में उछाल
महाराष्ट्र के नासिक जिले में खरीफ प्याज की कटाई में देरी हुई है। 19 अक्टूबर से हो रही बारिश के कारण सप्लाई में कमी आई है। लासलगांव एपीएमसी में आवक 15,000 क्विंटल से घटकर आधी रह गई। नतीजतन, थोक मूल्य चार दिनों में 26 फीसदी बढ़ गया। मंगलवार को 1,350 रुपये प्रति क्विंटल था, जो शुक्रवार को 1,710 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। कुछ बेहतर किस्मों का भाव 2,200 रुपये तक पहुँचा।
लासलगांव मार्केट के अधिकारियों के अनुसार, नई फसल नवंबर अंत तक आएगी। तब तक कीमतें ऊँची रहने की संभावना है। यह स्थिति आंध्र प्रदेश के प्याज उत्पादकों के लिए अनुकूल है, क्योंकि उनके माल की माँग और कीमत दोनों बढ़ सकती हैं। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि मुआवजा और बाजार सुधार से आंध्र के किसानों को दोहरा लाभ होगा।
सरकार ने फंड जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। किसान कृषि विभाग के पोर्टल या नजदीकी कार्यालय से योजना की स्थिति जान सकते हैं। यह योजना प्याज उत्पादन को स्थिर करने और किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
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