प्याज की नई किस्म से डेढ़ गुना बढ़ेगी पैदावार, सिर्फ 90 दिन में होगी फसल तैयार, जानें इसकी पूरी खासियत

Onion NHRDF K-883 Variety: प्याज की खेती करने वाले किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है! इस बार खरीफ सीजन में आपके लिए एक नई किस्म NHRDF K-883 आई है, जिसे राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (NHRDF) ने तैयार किया है। यह किस्म सिर्फ 85 से 90 दिन में पककर तैयार हो जाती है, जबकि आम प्याज की फसल को 110 दिन लगते हैं। यानी इस नई किस्म से आपका 25 दिन का समय बचेगा, लागत कम होगी, और पैदावार डेढ़ गुना तक बढ़ सकती है। अगर आप प्याज की खेती से मोटी कमाई करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए सुनहरा मौका है। चलिए, इस नई किस्म के बारे में और जानते हैं।

समय और लागत की बचत

प्याज की यह नई किस्म K-883 (Onion NHRDF K-883 Variety) खास इसलिए है, क्योंकि यह जल्दी तैयार होती है। सामान्य प्याज की फसल को पकने में 110 दिन लगते हैं, लेकिन K-883 सिर्फ 85 से 90 दिन में तैयार हो जाती है। यानी आपका करीब 25 दिन का समय बचेगा। इस दौरान खेत के रखरखाव, पानी, और खाद पर होने वाला खर्चा भी कम होगा। इतना ही नहीं, खेत जल्दी खाली होने से आप अगली फसल की बुवाई की तैयारी पहले शुरू कर सकते हैं।

यह दोहरा फायदा है कम समय में फसल तैयार और अगली फसल के लिए खेत भी जल्दी तैयार। अगर आप खरीफ सीजन में प्याज की खेती की योजना बना रहे हैं, तो यह किस्म आपके लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है।

डेढ़ गुना पैदावार

NHRDF के सलारू (करनाल) स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के प्रमुख और सहायक निदेशक डॉ. आलोक कुमार सिंह ने बताया कि K-883 किस्म की पैदावार सामान्य किस्मों से कहीं ज्यादा है। आम प्याज की फसल से प्रति हेक्टेयर 250 क्विंटल तक पैदावार होती है, लेकिन K-883 से 300 से 325 क्विंटल तक प्याज मिल सकता है। यानी पैदावार में करीब डेढ़ गुना की बढ़ोतरी। कम समय और ज्यादा पैदावार का मतलब है कि आपकी जेब में ज्यादा मुनाफा आएगा। प्याज की खेती से आप अच्छी कमाई कर सकते हैं, खासकर जब बाजार में इसकी मांग बढ़ती है।

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त्योहारों में अच्छे दाम

डॉ. आलोक कुमार सिंह के मुताबिक, प्याज हर घर की जरूरत है, और खास मौकों जैसे दीपावली और शादी-ब्याह के सीजन में इसकी मांग आसमान छूती है। K-883 किस्म की बुवाई आप जून में शुरू कर सकते हैं। अगर आप 15 अगस्त के आसपास रोपाई करते हैं, तो 15 नवंबर तक नई फसल बाजार में आ जाएगी। इस समय रबी सीजन का भंडारित प्याज लगभग खत्म हो चुका होता है, और बाजार में नई फसल की डिमांड बढ़ जाती है। ऐसे में K-883 से आपको अच्छे दाम मिल सकते हैं। त्योहारों और शादियों के सीजन में प्याज की कीमत बढ़ने से आपकी कमाई और शानदार हो सकती है।

बीज कहाँ से लें

अगर आप इस नई किस्म K-883 की खेती करना चाहते हैं, तो इसका बीज 1 जून से सलारू (करनाल) के NHRDF केंद्र पर मिलना शुरू हो जाएगा। इसके साथ-साथ एग्रोफाउंड रेड किस्म का बीज भी उपलब्ध होगा। डॉ. आलोक कुमार सिंह ने सलाह दी है कि किसान भाई समय रहते बीज लेने की तैयारी करें। सलारू केंद्र से संपर्क करें और बीज की गुणवत्ता की जाँच कर लें। अच्छे बीज ही अच्छी फसल की गारंटी हैं। अगर आप अपने नजदीकी कृषि केंद्र से भी जानकारी लेना चाहें, तो वहाँ संपर्क कर सकते हैं।

भाइयों, प्याज की इस नई किस्म K-883 को अपनाकर आप खेती में बड़ा फायदा कमा सकते हैं। बुवाई से पहले अपने खेत की मिट्टी की जाँच करवाएँ और सुनिश्चित करें कि उसमें पानी की निकासी अच्छी हो। जून में बुवाई शुरू करें, ताकि नवंबर में फसल तैयार हो जाए। खेत का रखरखाव सही रखें और समय पर पानी व खाद दें। NHRDF के सलारू केंद्र से बीज लेने के लिए जल्दी संपर्क करें, क्योंकि अच्छे बीज सीमित मात्रा में उपलब्ध हो सकते हैं। अपने नजदीकी कृषि केंद्र से ताजा सलाह लेते रहें। यह नई किस्म आपकी मेहनत को दोगुना फल देगी।

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  • Shashikant

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