एक साथ 8 कतारों में करें प्याज की बुवाई, जानिए इस सस्ती मशीन की कीमत, फायदे और काम करने का तरीका

Onion Transplanter Machine: पुराने जमाने में किसान बैल और हल से खेत जोतते थे। एक फसल बोने में कई दिन लग जाते थे, और मेहनत भी बहुत होती थी। लेकिन अब समय बदल गया है। खेती को आसान, तेज और सस्ता बनाने के लिए नई मशीनें बाजार में आ गई हैं। ऐसी ही एक शानदार मशीन है 8 पंक्ति प्याज ट्रांसप्लांटर, जो ट्रैक्टर से चलती है। ये मशीन कम समय में 8 कतारों में प्याज की रोपाई कर देती है, जिससे मेहनत और लागत दोनों कम हो जाती हैं। आइए जानें इस मशीन की खासियत, इसका काम करने का तरीका, कीमत और फायदे।

8 पंक्ति प्याज ट्रांसप्लांटर मशीन क्या है

प्याज की खेती करने वाले किसानों के लिए ये मशीन किसी वरदान से कम नहीं। इसका नाम है 8 पंक्ति प्याज ट्रांसप्लांटर मशीन, जो ट्रैक्टर से चलती है। इस मशीन में एक खास चेन लगी होती है, जो एक साथ 8 पंक्तियों में प्याज के पौधों को रोपती है। ये सूखे, अच्छे से तैयार और समतल खेतों में सबसे अच्छा काम करती है। ये मशीन 45 से 60 दिन पुराने, धुली हुई जड़ों वाले प्याज के पौधों के लिए बनाई गई है, जिनका नेक व्यास 4 से 8 मिलीमीटर होता है।

मशीन कैसे काम करती है

ये ट्रैक्टर से चलने वाली स्वचालित मशीन 150 मिलीमीटर की दूरी पर 8 पंक्तियों में पौधों को रोपती है। इसका अंकुर मीटरिंग तंत्र हर मिनट 60 पौधों को सीधी रेखा में रोपता है। रोपाई 0.6 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से होती है, जो पारंपरिक तरीके की तुलना में 75 प्रतिशत तक लागत बचाती है। पौधों के बीच की दूरी 100 मिलीमीटर तक एकसमान रहती है, और इसे अपनी जरूरत के हिसाब से सेट किया जा सकता है।

पंक्तियों की दूरी भी मनमुताबिक तय की जा सकती है। खास बात ये है कि ये मशीन सिर्फ प्याज ही नहीं, बल्कि अनाज और दालों की बुवाई के लिए भी इस्तेमाल हो सकती है। एक दिन में ये दो एकड़ तक प्याज की रोपाई कर सकती है, जो पुराने तरीकों से कई गुना तेज है।

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मशीन की कीमत और सब्सिडी

इस मशीन की कीमत ब्रांड और मॉडल के आधार पर अलग-अलग होती है। भारत में इसकी कीमत दो लाख रुपये से शुरू होती है। मध्यम आकार की मशीन, जैसे मां उमिया इंजीनियरिंग वर्कशॉप की, करीब डेढ़ लाख रुपये में मिलती है। कुछ हाई-एंड मॉडल, जिनमें फर्टिलाइजर बॉक्स, ड्रिप इरिगेशन और मल्चिंग जैसे फीचर्स होते हैं, 6.5 लाख रुपये तक जा सकते हैं।

अच्छी खबर ये है कि कई राज्य सरकारें और केंद्र सरकार की योजनाएं, जैसे एकाकृत बागवानी मिशन और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, इस मशीन पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी देती हैं। अगर मशीन की कीमत 2 लाख रुपये है, तो 1 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिल सकती है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में ये सुविधा आसानी से उपलब्ध है।

प्याज की खेती में मशीन के फायदे

इस मशीन से प्याज की खेती में लागत और मेहनत दोनों कम हो जाती हैं। पारंपरिक तरीके में मजदूरों की जरूरत ज्यादा पड़ती थी, लेकिन इस मशीन से ये खर्च 75 प्रतिशत तक कम हो जाता है। एकसमान रोपाई की वजह से फसल की गुणवत्ता बढ़ती है, और पैदावार ज्यादा होती है। पुराने तरीके से एक हेक्टेयर खेत में रोपाई 0.05 हेक्टेयर प्रति दिन की रफ्तार से होती थी, लेकिन इस मशीन से 1 हेक्टेयर प्रति दिन तक हो सकती है।

सटीक पंक्तियों की वजह से मशीन से निराई-गुड़ाई भी आसान हो जाती है, जिससे और खर्च बचता है। प्याज के अलावा अनाज और दालों की बुवाई का ऑप्शन इसे बहुउपयोगी बनाता है। बाजार में प्याज की मांग हमेशा रहती है, और इस मशीन से बनी फसल की अच्छी क्वालिटी की वजह से दाम भी बढ़िया मिलता है।

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  • Shashikant

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