प्यारे साथियों, आजकल शहर की भागदौड़ से दूर, अपने परिवार के लिए ऑर्गनिक फार्मिंग हाउस बनाने का सपना हर किसी का है। जैविक फार्म हाउस में शुद्ध सब्जियाँ, फल, और दूध-घी मिलता है, वो भी बिना केमिकल के। इसमें छोटा पशुपालन जोड़ दें, तो कमाई भी होगी और परिवार की सेहत भी बनी रहेगी। गाँव में इसे शुरू करना आसान और सस्ता है। आइए जानते हैं कि ऑर्गनिक फार्म हाउस कैसे बनाएँ, कितना खर्चा आएगा, और छोटा पशुपालन कैसे करें।
ऑर्गनिक फार्मिंग हाउस का मतलब
ऑर्गनिक फार्मिंग हाउस यानी ऐसा खेत और घर, जहाँ केमिकल की जगह गोबर-गोमूत्र से खेती हो। इसमें सब्जियाँ, फल, अनाज, और पशुओं का दूध-मांस जैविक तरीके से तैयार होता है। छोटा पशुपालन जैसे 2-4 गाय-भैंस, 5-10 बकरी, या मुर्गियाँ शामिल कर सकते हैं। ये परिवार के लिए शुद्ध खाना देगा और बाज़ार में बेचकर कमाई भी होगी। 1-2 एकड़ जमीन से शुरूआत काफी है। इसे गाँव के पास या पुरानी जमीन पर बना सकते हैं।
जगह और ढांचे की तैयारी
सबसे पहले 1-2 एकड़ जमीन चुनें, जहाँ पानी और बिजली की सुविधा हो। खेत के बीच में मिट्टी-लकड़ी से छोटा घर (20×20 फीट) बनाएँ। मिट्टी का घर ठंडा रहता है और सस्ता पड़ता है-लगभग 50,000-1 लाख रुपये। चारों तरफ जैविक खेती के लिए क्यारियाँ बनाएँ। पशुओं के लिए 10×15 फीट का शेड बनाएँ, जिसमें बाँस और छप्पर का इस्तेमाल करें-खर्चा 20,000-30,000 रुपये। पानी के लिए बोरवेल (50,000 रुपये) या तालाब (20,000 रुपये) बनवाएँ। मचान पर सब्जियाँ जैसे लौकी, करेला उगाएँ। कुल ढांचे का खर्चा 1.5-2 लाख रुपये आएगा।
जैविक खेती की शुरुआत
जैविक खेती के लिए गोबर, वर्मी कंपोस्ट, और नीम की खली से खाद बनाएँ। मौसम के हिसाब से सब्जियाँ (मिर्ची, टमाटर, पालक), फल (पपीता, केला), और अनाज (बाजरा, मूंग) उगाएँ। बीज देसी या हाइब्रिड लें-प्रति एकड़ 2,000-5,000 रुपये। बुवाई के लिए बैल या छोटा ट्रैक्टर इस्तेमाल करें। कीटों से बचाने के लिए नीम का तेल (200 रुपये लीटर) छिड़कें। पहले साल में 10,000-15,000 रुपये खाद-बीज में लगेंगे। 1 एकड़ से 5-10 टन सब्जियाँ मिल सकती हैं, जो 50,000-1 लाख रुपये की कमाई देगी।
छोटा पशुपालन का इंतजाम
छोटे स्तर पर 2 गाय या भैंस (30,000-50,000 रुपये प्रति), 5-10 बकरी (3,000-5,000 रुपये प्रति), और 20-30 मुर्गियाँ (100-200 रुपये प्रति) से शुरू करें। गाय से रोज 10-15 लीटर दूध (500-750 रुपये), बकरी से 1-2 लीटर (100-200 रुपये), और मुर्गियों से अंडे-मांस (200-300 रुपये) मिलेगा। चारा गाँव में मुफ्त या 200-300 रुपये रोज का आएगा। शेड में पानी और हवादार जगह रखें। पशुओं का टीकाकरण (500-1000 रुपये) करवाएँ। कुल खर्चा 1-1.5 लाख रुपये और कमाई 50,000-1 लाख रुपये सालाना हो सकती है।
खर्चे का हिसाब
- जमीन: अगर अपनी नहीं, तो 1-2 एकड़ किराया 20,000-50,000 रुपये सालाना।
- घर और शेड: 1.5-2 लाख रुपये।
- पानी का इंतजाम: 20,000-50,000 रुपये।
- खेती का सामान: 10,000-15,000 रुपये।
- पशुपालन: 1-1.5 लाख रुपये।
- कुल खर्चा: 2.5-4 लाख रुपये (शुरुआती निवेश)।
अगर जमीन अपनी है, तो 2-3 लाख में शुरू हो जाएगा। सरकार से सब्सिडी (25-50%) या लोन ले सकते हैं।
कमाई और फायदे
पहले साल में खर्चा निकालकर 1-2 लाख रुपये की कमाई हो सकती है। सब्जियाँ 20-50 रुपये किलो, दूध 50-70 रुपये लीटर, और अंडे 10-15 रुपये प्रति बिकते हैं। सालाना 2-3 लाख रुपये तक मुनाफा हो सकता है। परिवार को शुद्ध खाना मुफ्त मिलेगा। मिट्टी की ताकत बढ़ेगी, और केमिकल से बचाव होगा। पशुओं का गोबर खाद के लिए मुफ्त मिलेगा। इसे बेचकर भी 5,000-10,000 रुपये कमा सकते हैं।
जरूरी सावधानियाँ
शुरुआत छोटे स्तर से करें। पानी की कमी न हो, वरना फसल-पशु दोनों प्रभावित होंगे। पशुओं की सेहत पर नजर रखें। बाज़ार से पहले गाँव में बेचें, फिर बढ़ाएँ। जैविक सर्टिफिकेशन (10,000-20,000 रुपये) लें, तो दाम ज्यादा मिलेंगे। मौसम और मिट्टी की जाँच करवाएँ। मेहनत और सही प्लान से ये फार्म हाउस आपका सपना पूरा करेगा।
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