Organic Fertilizer Business: आज के समय में खेती-किसानी में जैविक खाद की मांग तेजी से बढ़ रही है। लोग अब रासायनिक खाद से होने वाले नुकसान को समझने लगे हैं और जैविक फसलों की ओर रुख कर रहे हैं। ये न सिर्फ मिट्टी को ताकत देता है, बल्कि इंसानों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। बिहार के जहानाबाद में कृषि विज्ञान केंद्र की मृदा विशेषज्ञ वर्षा कुमारी बताती हैं कि जैविक खाद मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाती है और फसलों की गुणवत्ता को बेहतर करती है।
अगर आप किसान हैं या खेती से जुड़ा कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं, तो जैविक खाद का व्यापार आपके लिए सुनहरा मौका हो सकता है। ये न सिर्फ कम लागत में शुरू हो सकता है, बल्कि अच्छा मुनाफा भी दे सकता है। आइए, जानते हैं कि जैविक खाद की खेती और व्यापार कैसे शुरू करें।
जैविक खाद से दें फसलों को जिंदगी
लगातार रासायनिक खादों के इस्तेमाल से मिट्टी की सेहत खराब हो रही है। पोषक तत्व कम हो रहे हैं और फसलों की पैदावार पर असर पड़ रहा है। ऐसे में जैविक खाद एक ऐसा रास्ता है, जो मिट्टी को फिर से ताकत दे सकता है। वर्षा कुमारी बताती हैं कि जैविक खाद, खासकर केंचुआ खाद, फल, सब्जी और किचन गार्डन की फसलों के लिए बहुत फायदेमंद है।
ये मिट्टी की नमी को बनाए रखता है, जड़ों को मजबूत करता है और मिट्टी के कणों की बनावट को सुधारता है। अगर बड़े पैमाने पर खेती करनी हो, तो प्रति हेक्टेयर 10 टन केंचुआ खाद का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे न सिर्फ फसल की पैदावार बढ़ेगी, बल्कि उसकी क्वालिटी भी शानदार होगी।
कम लागत, ज्यादा मुनाफा
जैविक खाद का व्यापार शुरू करना जेब पर भारी नहीं पड़ता। सबसे बड़ी बात ये है कि इसकी मांग बाजार में तेजी से बढ़ रही है। वर्षा कुमारी के मुताबिक, निजी नर्सरियों में केंचुआ खाद 40 से 60 रुपये प्रति किलो बिकती है, जबकि सरकार इसे 8 से 10 रुपये प्रति किलो की दर से देती है। अगर आप इस व्यापार को शुरू करते हैं, तो 30 से 40 रुपये प्रति किलो के रेट से खाद बेच सकते हैं।
लागत की बात करें तो केंचुओं की कीमत करीब 500 रुपये प्रति किलो है। एक बार केंचुए खरीदने के बाद आप गोबर, कचरा और खेत के अवशेषों से खाद तैयार कर सकते हैं। यानी, शुरुआती लागत के बाद बहुत कम खर्च में ये व्यापार चल सकता है। अगर आप इसे बड़े स्तर पर करते हैं, तो मुनाफा भी बड़ा होगा।
जैविक खाद का व्यापार कैसे शुरू करें
जैविक खाद का व्यापार शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको केंचुआ खाद बनाने की प्रक्रिया सीखनी होगी। इसके लिए आप नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र या उद्यानिकी विभाग से संपर्क कर सकते हैं। वहाँ ट्रेनिंग प्रोग्राम चलते हैं, जहाँ केंचुआ खाद बनाने का तरीका सिखाया जाता है। केंचुए खरीदने के लिए सरकारी नर्सरियों या भरोसेमंद विक्रेताओं से संपर्क करें। खाद बनाने के लिए एक छायादार जगह चुनें, जहाँ नमी बनी रहे।
गोबर, खेत के अवशेष, सूखी पत्तियाँ और कचरे को मिलाकर केंचुओं के लिए बेड तैयार करें। करीब 2-3 महीने में खाद तैयार हो जाएगी। इसके बाद आप इसे पैक करके स्थानीय बाजार, नर्सरियों या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेच सकते हैं।
किसानों के लिए टिप्स
जैविक खाद का व्यापार शुरू करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें। सबसे पहले, अच्छी क्वालिटी के केंचुए खरीदें, क्योंकि खाद की गुणवत्ता इस पर निर्भर करती है। दूसरा, खाद बनाने की जगह को साफ और नम रखें, ताकि केंचुए स्वस्थ रहें। तीसरा, स्थानीय किसानों और नर्सरियों से संपर्क करें, ताकि आपकी खाद की डिमांड बढ़े। अगर आप बड़े स्तर पर व्यापार करना चाहते हैं, तो ऑनलाइन मार्केटिंग का सहारा लें। फेसबुक, व्हाट्सएप ग्रुप या ई-कॉमर्स वेबसाइट्स के जरिए अपनी खाद की बिक्री बढ़ा सकते हैं। और सबसे जरूरी, सरकारी योजनाओं का फायदा लें। कई राज्यों में जैविक खाद उत्पादन के लिए सब्सिडी और ट्रेनिंग की सुविधा दी जाती है।
पर्यावरण और सेहत के लिए वरदान
जैविक खाद का इस्तेमाल न सिर्फ मिट्टी और फसलों के लिए अच्छा है, बल्कि ये पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुँचाता। रासायनिक खादों से मिट्टी और पानी प्रदूषित होता है, लेकिन जैविक खाद पूरी तरह प्राकृतिक होती है। ये फसलों को पोषक तत्व देती है और खाने वालों के स्वास्थ्य को भी बेहतर रखती है। आजकल लोग जैविक सब्जियों और फलों की मांग कर रहे हैं, जिससे इसकी कीमत भी ज्यादा मिलती है। अगर आप जैविक खाद का व्यापार शुरू करते हैं, तो न सिर्फ अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं, बल्कि पर्यावरण और समाज के लिए भी योगदान दे सकते हैं।
जैविक खाद का व्यापार न सिर्फ आज बल्कि आने वाले समय में भी बड़ा मुनाफा दे सकता है। जैसे-जैसे लोग जैविक खेती की ओर बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे इसकी मांग और बढ़ेगी। ये एक ऐसा बिजनेस है, जो कम लागत में शुरू हो सकता है और सालों तक चल सकता है। अगर आप मेहनत और लगन से इसे शुरू करते हैं, तो न सिर्फ अपनी जिंदगी बदल सकते हैं, बल्कि अपने गाँव के दूसरे किसानों को भी प्रेरित कर सकते हैं। तो देर किस बात की, आज ही अपने नजदीकी कृषि केंद्र से संपर्क करें और जैविक खाद के व्यापार की शुरुआत करें।
ये भी पढ़ें- छोटे किसानों के लिए लाभदायक है ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव, सरकार दे रही 75% सब्सिडी