Organic spring onion farming : भाइयों, हमारे यहाँ हरा प्याज एक ऐसी फसल है, जो स्वाद के साथ-साथ अच्छी कमाई देती है। जैविक तरीके से इसकी खेती कर रसायनों से बचा जा सकता है। अपने इलाके में अप्रैल से बुआई शुरू करें, तो 40-50 दिन में ताज़ा हरा प्याज तैयार हो जाता है। यह कम जगह में उगता है और बाजार में हमेशा माँग में रहता है। आइए, अपनी सहज भाषा में समझें कि हरे प्याज की जैविक खेती कैसे करें।
हरे प्याज की खूबी, छोटा समय, बड़ा फायदा
हमारे यहाँ हरा प्याज इसलिए खास है, क्यूँकि यह जल्दी तैयार होता है और हर मौसम में उगाया जा सकता है। अपने खेतों में इसे उगाने से सलाद, सब्जी और गार्निश के लिए बिक्री होती है। बाजार में यह 30-50 रुपये किलो बिकता है। एक बीघे से 20 क्विंटल (2000 किलो) तक पैदावार मिल सकती है। हमारे यहाँ जैविक हरे प्याज की माँग बढ़ रही है, क्यूँकि लोग रसायन मुक्त भोजन पसंद करते हैं। यह कम मेहनत में अच्छा मुनाफा देता है।
खेत को तैयार करें
अपने खेतों में मार्च के आखिर से तैयारी शुरू करें। हरे प्याज को दोमट या बलुई मिट्टी चाहिए, जो अच्छी जल निकासी वाली हो। मिट्टी को जोतकर ढीला करें और प्रति बीघा 5-7 टन गोबर की खाद डालें। अपने आसपास 2-3 फीट चौड़ी और 6-8 इंच ऊँची क्यारियाँ बनाएँ। हर क्यारी में 2-3 किलो वर्मीकम्पोस्ट और 1 किलो नीम खली मिलाएँ। हमारे यहाँ यह तैयारी 700-1,000 रुपये में हो जाती है। रसायनों से दूर रहें, जैविक खाद ही फसल को स्वस्थ रखती है।
बुआई का ढंग
हरे प्याज के लिए बीज या छोटे प्याज (सेट्स) यूज़ करें। अपने इलाके में अप्रैल से बुआई शुरू करें। बीज को 1-2 सेमी गहरा और 10-15 सेमी की दूरी पर कतारों में बोएँ। सेट्स को 5-7 सेमी की दूरी पर लगाएँ। बुआई के बाद हल्की मिट्टी से ढकें और पानी का छिड़काव करें। हमारे यहाँ 10-15 दिन में अंकुर निकल आते हैं। यह तरीका पौधों को तेजी से बढ़ने में मदद करता है। जैविक बीज चुनें, ताकि फसल शुद्ध रहे।
देखभाल का राज
अपने खेतों में बुआई के बाद हर 5-7 दिन में हल्की सिंचाई करें। हरे प्याज को ज्यादा पानी की ज़रूरत नहीं, लेकिन मिट्टी नम रहनी चाहिए। हमारे यहाँ नीम का घोल (1 किलो पत्तियाँ 10 लीटर पानी में) हर 10-15 दिन में छिड़कें, यह कीटों से बचाता है। खरपतवार को हाथ से हटाएँ। अपने आसपास हर 20 दिन में 1 किलो वर्मीकम्पोस्ट प्रति क्यारी डालें। यह देखभाल पत्तियों को हरा और रसीला बनाती है।
फसल से कमाई
एक बीघे से 20 क्विंटल (2000 किलो) हरा प्याज मिल सकता है। अपने इलाके में यह 30-50 रुपये किलो बिकता है, यानी 60,000-1,00,000 रुपये की कमाई। बीज (5-6 किलो, 500-900 रुपये), खाद (700-1,000 रुपये) और मेहनत का खर्च मिलाकर 2,000-3,000 रुपये लगता है। हमारे यहाँ शुद्ध मुनाफा 57,000-97,000 रुपये तक हो सकता है। यह फसल 40-50 दिन में तैयार होती है, जिसे बाजार, होटल या मंडी में बेच सकते हैं। साल में 2-3 बार उगाएँ, तो कमाई बढ़ेगी।
स्प्रिंग प्याज की किस्में : सही चुनाव की ताकत
अपने इलाके में हरे प्याज की अच्छी किस्में चुनना फसल को बेहतर बनाता है। व्हाइट लिस्बन एक लोकप्रिय स्प्रिंग प्याज किस्म है, जो जल्दी तैयार होती है और पत्तियाँ नरम रहती हैं। परफॉर्मर एक और बढ़िया विकल्प है, जो गर्मी और ठंड दोनों में अच्छी पैदावार देती है। हमारे यहाँ रेड बियर्ड भी उगाई जा सकती है, जिसका लाल रंग और स्वाद इसे खास बनाता है। ये किस्में 40-50 दिन में तैयार होती हैं और बीमारियों से लड़ने में मज़बूत हैं।
हरे प्याज से समृद्धि
अपने इलाके में हरे प्याज की जैविक खेती इसलिए खास है, क्यूँकि यह कम जगह और समय में बढ़िया फायदा देती है। अप्रैल में बोएँ, तो मई-जून में ताज़ा फसल मिलेगी। गाँव के लोग कहते हैं कि हरा प्याज खेत और रसोई दोनों की शान बढ़ाता है। तो भाइयों, हरे प्याज की खेती शुरू करें, खेतों को हरियाली दें और मेहनत का फल ढेर सारा पाएँ। यह तरीका आपकी खेती को नई ऊँचाई देगा!
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