Paddy Procurement: उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में किसान भाइयों के लिए अच्छी खबर है। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 की शुरुआत के साथ ही 1 अक्टूबर 2025 से धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद शुरू हो गई है। राज्य सरकार के खाद्य एवं लॉजिस्टिक्स विभाग ने किसानों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा है। अब किसान अपनी फसल बेचकर तुरंत पैसे पा सकेंगे, बिना किसी बिचौलिए की जरूरत के। यह खरीद न केवल धान के लिए है, बल्कि ज्वार, बाजरा और मक्का जैसी मोटे अनाजों के लिए भी चल रही है। इससे लाखों किसान परिवारों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
कहां-कहां हो रही है खरीद
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, अलीगढ़ और झांसी मंडलों में धान की खरीद सुचारू रूप से चल रही है। लखनऊ मंडल के हार्दोई, लखीमपुर खीरी और सीतापुर जिलों में भी यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। खरीद केंद्र रोजाना सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुले रहेंगे। किसानों को सलाह है कि वे समय पर पहुंचें और अपनी फसल लेकर आएं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में यह खरीद 1 नवंबर 2025 से शुरू होगी, जो 28 फरवरी 2026 तक चलेगी। वहां चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर, देवीपाटन, बस्ती, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर, प्रयागराज मंडलों के अलावा लखनऊ, रायबरेली और उन्नाव जिलों में होगा।
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सामान्य धान ₹2369, ग्रेड-ए ₹2389 प्रति क्विंटल
इस सीजन में धान के लिए एमएसपी दरें आकर्षक रखी गई हैं। सामान्य किस्म के धान पर ₹2,369 प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए किस्म पर ₹2,389 प्रति क्विंटल मिलेगा। मोटे अनाजों की खरीद भी 31 दिसंबर 2025 तक चलेगी। ज्वार (मलदंडी) के लिए ₹3,749, ज्वार (हाइब्रिड) के लिए ₹3,699, बाजरा के लिए ₹2,775 और मक्का के लिए ₹2,400 प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य तय किया गया है। ये दरें किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य देंगी और बाजार की चालाकियों से बचाएंगी।
रजिस्ट्रेशन जरूरी
धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। बिना रजिस्ट्रेशन के खरीद नहीं होगी। किसान UP किसान मित्र मोबाइल ऐप या आधिकारिक वेबसाइट fcs.up.gov.in पर जाकर आसानी से रजिस्टर कर सकते हैं। कई किसान पहले ही रजिस्टर हो चुके हैं और केंद्रों पर फसल लेकर पहुंच रहे हैं। पारदर्शिता के लिए ई-पॉप (इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ परचेज) मशीनों से बायोमेट्रिक सत्यापन होगा। पैसे आधार से लिंक बैंक खाते में 48 घंटों के अंदर ट्रांसफर हो जाएंगे। अगर कोई समस्या हो, तो टोल-फ्री नंबर 18001800150 पर कॉल करें या जिला खाद्य विपणन अधिकारी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लॉक विपणन निरीक्षक से संपर्क लें।
पारदर्शी प्रक्रिया से बढ़ेगा भरोसा
यह पूरी व्यवस्था तकनीक पर आधारित है, जो किसानों को निष्पक्ष मूल्य और समय पर भुगतान सुनिश्चित करेगी। बिचौलियों की भूमिका खत्म होने से किसान सीधे फायदा उठा सकेंगे। विभाग का फोकस किसान कल्याण पर है, ताकि खरीफ फसल की बिक्री आसान हो। अगर आप पश्चिमी यूपी के किसान हैं, तो जल्दी रजिस्टर करें और केंद्र पर पहुंचें। इससे न केवल आपकी फसल सुरक्षित बिकेगी, बल्कि परिवार की दिवाली भी रोशन होगी।
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