Palm Oil Cultivation :पॉम आयल की खेती, गाँव में कम मेहनत से बड़ा फायदा

Palm Oil Cultivation : प्यारे किसान भाइयों, गाँव में अगर कुछ ऐसा उगाना हो जो कम मेहनत में अच्छी कमाई दे, तो पॉम आयल का पेड़ एक बढ़िया विकल्प है। इसे ताड़ का पेड़ भी कहते हैं, और इसके फल से तेल निकलता है, जो खाने से लेकर साबुन तक में काम आता है। बाजार में इसकी माँग हमेशा रहती है, और ये पेड़ एक बार लगाने के बाद सालों तक फल देता है। गाँव में इसे उगाना आसान है, बस थोड़ा सही तरीका चाहिए। आइए, समझें कि पॉम आयल के पेड़ की खेती कैसे करें और फायदा कैसे उठाएँ।

खेत को तैयार करने का सहज तरीका

पॉम आयल का पेड़ उगाने के लिए खेत को पहले ठीक करना पड़ता है। ये पेड़ गर्म और नम जगह में अच्छा उगता है, तो जून-जुलाई में बारिश शुरू होने का समय सही है। दोमट या बलुई मिट्टी इसके लिए ठीक रहती है, पर पानी का निकास अच्छा होना चाहिए। गाँव में खेत की दो-तीन बार जुताई करें, फिर गोबर की सड़ी खाद डालें—एक बीघे में 8-10 गट्ठर डालना काफी है। इसके बाद 10×10 फीट की दूरी पर 2 फीट गहरे गड्ढे खोदें। हर गड्ढे में गोबर और मिट्टी मिलाकर भरें। ऐसा करने से पौधों को मजबूत शुरूआत मिलेगी।

पौधे लगाने का सरल ढंग

पॉम आयल के पेड़ को बीज से या नर्सरी से तैयार पौधों से उगाते हैं। गाँव में नर्सरी से 6-12 महीने के पौधे लें, जो तंदुरुस्त हों। हर गड्ढे में एक पौधा बीच में रखें और मिट्टी से ढक दें। रोपाई के बाद हल्का पानी डालें, ताकि जड़ें जम जाएँ। गाँव में एक बीघे में 50-60 पौधे लग सकते हैं। बारिश का मौसम इसके लिए सबसे अच्छा है, क्यूँकि पानी की जरूरत शुरू में ज्यादा होती है। पौधों को सीधा रखने के लिए बाँस से सहारा दें। ऐसा करने से पेड़ जल्दी बढ़ेगा और 3-4 साल में फल देना शुरू करेगा।

देखभाल का साधारण उपाय

पॉम पेड़ को शुरू के दो साल थोड़ा ध्यान चाहिए। हर हफ्ते पानी दें, पर बरसात में ये कम करें। गाँव में गोबर का घोल हर 20-25 दिन में डालें, ये पेड़ को ताकत देगा। नीम का पानी पत्तियों पर छिड़कें, ये कीटों को भगाता है और पेड़ को बीमारी से बचाता है। खेत में घास उग आए तो उसे हाथ से हटाएँ, ताकि पौधे को पूरा पोषण मिले। जब पेड़ 5-6 फीट का हो जाए, तो उसकी टहनियाँ छाँट दें, जिससे फल अच्छे लगें। गाँव में इसे बबूल या नीम के पास लगाएँ, छाया से फायदा होगा। ऐसा करने से पेड़ सालों तक फल देगा।

फसल उत्पादन और कमाई

पॉम आयल का पेड़ 3-4 साल में फल देना शुरू करता है और 25-30 साल तक चलता है। एक पेड़ से हर साल 50-70 किलो फल मिल सकता है। एक बीघे से 3-4 टन फल निकलते हैं। बाजार में पॉम फल 10-15 रुपये किलो बिकता है, और तेल निकालकर बेचें तो 100-150 रुपये लीटर मिलता है। यानी एक बीघे से 50 हज़ार से 1 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है। इसे तेल कंपनियों को बेचकर और पैसा कमा सकते हैं। ये खेती एक बार लगाने के बाद सालों तक फायदा देती है।

गाँव में पॉम आयल की खेती इसलिए फायदेमंद है, क्यूँकि ये कम पानी और मेहनत में उगता है। बारिश वाले इलाकों में ये अपने आप चल जाता है। सरकार भी इसे बढ़ावा दे रही है, तो सब्सिडी का फायदा लें।आज कल सरकार दुसरे देशो से इस तेल को आयात कर रही है, यदि यहाँ के किसान यदि इसकी खेती करते हैं तो उन्हें अच्छा मुनाफा होगा। तो भाइयों, पॉम आयल के पेड़ को अपने खेत में उगाएँ, कम मेहनत करें और बड़ा फायदा पाएँ।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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