अक्टूबर में लगाएं पत्ता गोभी की शुरुआती किस्में: गोल्डन एकर और पूसा अर्ली से 70 दिन में मुनाफा

किसान भाइयों, पत्ता गोभी, जिसे बंद गोभी भी कहते हैं, न केवल स्वादिष्ट सब्जी है, बल्कि स्वास्थ्य और समृद्धि का स्रोत भी। इसमें विटामिन सी, के और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो सलाद, सब्जी और अचार में लोकप्रिय हैं। यदि आप कम समय में उच्च उपज चाहते हैं, तो गोल्डन एकर और पूसा अर्ली जैसी शुरुआती (Early) किस्में आदर्श हैं। बाजार में 20-40 रुपये प्रति किलो की कीमत और बढ़ती मांग इसे लाभकारी बनाती है। आइए, जानें कैसे इन किस्मों से खेती को समृद्ध करें।

गोल्डन एकर, छोटा सिर, उच्च गुणवत्ता

गोल्डन एकर पत्ता गोभी की शुरुआती किस्म है, जो 65-70 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसका सिर छोटा (1-1.5 किलो), कसावट भरा और गहरा हरा होता है। स्वाद में हल्की मिठास इसे सलाद और सब्जी के लिए उत्कृष्ट बनाती है। अक्टूबर के प्रथम पखवाड़े में बुआई करें, और नवंबर-दिसंबर तक ताज़ा गोभी प्राप्त करें। यह 15-25 डिग्री तापमान में उत्तम वृद्धि करती है। छोटे खेतों और बगीचों के लिए यह सर्वोत्तम है, क्योंकि कम स्थान में अधिक पौधे उगाए जा सकते हैं। औसत उपज: 250-300 क्विंटल प्रति हेक्टेयर। बाजार में इसका कुरकुरा सिर खरीदारों को आकर्षित करता है। यह ब्लैक रॉट जैसे रोगों से कम प्रभावित होती है, फिर भी सावधानी आवश्यक है।

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पूसा अर्ली, ICAR की रोग प्रतिरोधी शान

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) द्वारा विकसित पूसा अर्ली 65 दिन में तैयार होने वाली रोग प्रतिरोधी किस्म है। यह ब्लैक रॉट और डाउनी मिल्ड्यू जैसे रोगों से प्रभावी ढंग से लड़ती है। इसका सिर मध्यम (1.2-1.8 किलो), गहरा हरा और सख्त होता है। 15-22 डिग्री तापमान में उत्तम, यह अक्टूबर-नवंबर की बुआई के लिए उपयुक्त है। औसत उपज: 280-320 क्विंटल प्रति हेक्टेयर। इसका कुरकुरा स्वाद सलाद, सब्जी और अचार में लोकप्रिय है। पूसा अर्ली छोटे-बड़े खेतों और गमलों में भी उगती है। शहरी बगीचों में भी यह लोकप्रिय है, क्योंकि कम समय में अधिक उपज देती है।

बुआई की सरल विधि

गोल्डन एकर और पूसा अर्ली की बुआई अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से मध्य नवंबर तक करें। बीज को 12-24 घंटे पानी में भिगोएँ, इससे अंकुरण शीघ्र होगा। नर्सरी बेड या छोटे गमलों में आधा इंच गहराई पर बोएँ। 7-10 दिन में अंकुर दिखाई देंगे। 20-25 दिन बाद (4-5 सच्चे पत्ते) पौधों को खेत या गमले में स्थानांतरित करें। दूरी: पंक्तियों में 45-60 सेंटीमीटर, पौधों में 30-45 सेंटीमीटर। प्रति हेक्टेयर 300-400 ग्राम बीज पर्याप्त हैं। मिट्टी: दोमट या बलुई दोमट, पीएच 6.0-7.0। खेत को 2-3 बार जुताई देकर भुरभुरा करें। सरल उपाय: बुआई से पहले वर्मी कम्पोस्ट मिलाएँ, जड़ें मजबूत होंगी।

मिट्टी और खाद की संतुलित व्यवस्था

पत्ता गोभी को पौष्टिक, भुरभुरी मिट्टी चाहिए। प्रति हेक्टेयर 10-15 टन गोबर खाद या 5 टन वर्मी कम्पोस्ट डालें। उर्वरक: 120 किलो नाइट्रोजन, 80 किलो फॉस्फोरस, 60 किलो पोटाश—आधा स्थानांतरण पर, शेष 30 दिन बाद। जैविक खेती के लिए जिवामृत या गोमूत्र का घोल हर 15 दिन में डालें। गमलों के लिए मिश्रण: 50% मिट्टी, 30% खाद, 20% रेत। नीम की खली मिलाएँ, कीटों से सुरक्षा मिलेगी। गमले 12-14 इंच गहरे चुनें। यह संतुलित मिश्रण सिर को सख्त और चमकदार बनाएगा।

गोल्डन एकर और पूसा अर्ली को 15-25 डिग्री तापमान और 4-6 घंटे धूप चाहिए। तेज गर्मी में छायादार नेट का उपयोग करें। मिट्टी हल्की नम रखें, सप्ताह में 2-3 बार हल्की सिंचाई करें। अधिक पानी से जड़ सड़न हो सकती है। सरल उपाय: सुबह जल्दी पानी दें, पौधा तरोताजा रहेगा। सर्दियों में पानी की मात्रा कम करें, पर मिट्टी सूखने न दें।

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देखभाल और पोषण के सरल उपाय

हर 15-20 दिन में वर्मी वॉश या गोमूत्र का घोल डालें। सिर बनने से पहले बोन मील या नीम खली मिलाएँ, सिर सख्त होगा। खरपतवार नियंत्रण के लिए स्थानांतरण के 20-25 दिन बाद हल्की निराई करें। कटाई: 60-70 दिन में, जब सिर गहरा हरा और सख्त हो। सरल उपाय: पत्तियों पर गोमूत्र का हल्का छिड़काव करें, कीट और रोग दूर रहेंगे।

कैबेज वर्म, एफिड्स या डायमंडबैक मोथ परेशान कर सकते हैं। नीम तेल (5 मिली/लीटर पानी) हर 10 दिन में छिड़कें। तितलियों से बचाव के लिए नेटिंग करें। ब्लैक रॉट या डाउनी मिल्ड्यू दिखे तो बोर्डो मिश्रण डालें। पूसा अर्ली रोग प्रतिरोधी है, फिर भी सतर्क रहें। जैविक उपाय: ट्राइकोडर्मा मिट्टी में मिलाएँ। ये उपाय फसल को सुरक्षित और स्वस्थ रखेंगे।

मुनाफा कितना संभव

गोल्डन एकर और पूसा अर्ली से 250-320 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज, बाजार भाव 20-40 रुपये प्रति किलो। 0.5 हेक्टेयर से 30,000-60,000 रुपये मुनाफा। बड़े खेतों में 2-3 लाख तक! सलाद, होटल और निर्यात में मांग। राष्ट्रीय बागवानी मिशन से सब्सिडी लें। बगीचे में 10-15 गमले से 5-8 हजार रुपये सालाना।

गोल्डन एकर और पूसा अर्ली से 60-70 दिन में ताज़ा पत्ता गोभी की फसल उगाएँ। सरल और सम्मानजनक उपाय अपनाएँ, खेत-बगीचे को समृद्ध करें और मुनाफा कमाएँ। इस सर्दी, पत्ता गोभी की खेती शुरू करें और स्वास्थ्य व समृद्धि दोनों प्राप्त करें!

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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